बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे लोक कलाकार भिखारी ठाकुर : आलोक धन्वा
भोजपुरी के मूर्धन्य कवि व रंगकर्मी भिखारी ठाकुर की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम
लोकगायिका नीतू कुमारी नवगीत व साथियों ने दी संगीतमय श्रद्धांजलि
पटना (voice4bihar news)। भोजपुरी भाषा के मूर्धन्य कवि, नाटककार व रंगकर्मी भिखारी ठाकुर की 50वीं पुण्यतिथि पर शिद्दत से याद करने के साथ ही संगीतमय श्रद्धांजलि दी गयी। इस मौके पर सांस्कृतिक संस्था नवगीतिका लोक रसधार ने सोशल मीडिया पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें वरिष्ठ कवि आलोक धन्वा, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सीनियर कमांडेंट मुन्ना कुमार सिंह, प्रसिद्ध लोक गायिका डॉ नीतू कुमारी नवगीत, संस्कृति कर्मी अविनाश झा सहित अनेक लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
नई पीढ़ी को भिखारी ठाकुर के बारे में बताना जरुरी
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कार्यक्रम के दौरान कवि आलोक धन्वा ने कहा कि भिखारी ठाकुर ने अपने गीतों और नाटकों के माध्यम से लोक जागरण का काम किया। बहुआयामी प्रतिभा के धनी भिखारी ठाकुर ने नाटकों के माध्यम से समतावादी समाज की स्थापना के लिए पहल की थी। नई पीढ़ी को भिखारी ठाकुर के बारे में बताना आवश्यक है। भिखारी ठाकुर द्वारा लिखे नाटकों को बार-बार मंचित किया जाना चाहिए। बिदेसिया और गबरघिचोर जैसे नाटक समाज को आईना दिखाते हैं। कम पढ़े-लिखे होने के बावजूद उन्होंने दमित और उपेक्षित लोगों की आवाज बनने का काम किया।
भिखारी ठाकुर के गीतों को नीतू नवगीत ने दिया स्वर
इस मौके पर नीतू कुमारी नवगीत ने भिखारी ठाकुर के लिखे अनेक गीतों की प्रस्तुति की। नीतू कुमारी नवगीत ने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सीमित लोगों की उपस्थिति में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने चलनी के चालल दूल्हा सूप के फटकारल हो, प्यारी सुंदरी का विलाप गीत पिया के मतिया हेराइल हो राम, पिया गइले कोलकातवा ए सजनी सहित अनेक गीत गाकर उपस्थित श्रोताओं को झुमाया।
संगीतमय श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भोला कुमार ने नाल पर, मनोज कुमार ने हारमोनियम सोनल में पैड पर और कुमार संभव ने खंजरी पर साथ दिया। प्रियंका गिरी और आरती ने भिखारी ठाकुर के गीतों पर भाव नृत्य पेश किया। कार्यक्रम के दौरान रंगकर्मी अविनाश कुमार झा, प्रियंका गिरी, आरती मेधा प्रीत, विकास कुमार आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सोशल मीडिया पर सीधा प्रसारण भी किया गया।