विभाग से छुट्टी लिये बिना ही झुमरी तिलैया गए थे ट्रेनी डीएसपी, दोस्त की मौत के मामले में बुरे फंसे
हादसा के रूप में सामने आया था मामला, अब साजिशन हत्या के लग रहे आरोप
पिकनिक स्पॉट पर सर्विस रिवाल्वर से चली गोली ने ली थी युवक की जान
बगैर छुट्टी लिये राज्य से बाहर जाने की बात सामने आने पर विभाग की किरकिरी
रोहतास जिले के चेनारी के रहने वाले हैं ट्रेनी डीएसपी, मृत युवक के पिता भी हैं दारोगा
पटना (voice4bihar news)। झारखंड के पिकनिक स्पॉट झुमरी तिलैया में बिहार के ट्रेनी डीएसपी आशुतोष कुमार के सर्विस रिवाल्वर से उनके दोस्त की मौत का मामला अब पेंचीदा होता जा रहा है। दो दिन पहले एक हादसे के रूप में सामने आया यह केस अब साजिशन हत्या के रूप में पेश आने लगा है। मृत युवक निखिल रंजन के पिता ने सीधे तौर पर हत्या का आरोप लगाते हुए कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर किये हैं। लिहाजा झारखंड की कोडरमा पुलिस की गिरफ्त में रखे गए ट्रेनी डीएसपी से पूछताछ के लिए बक्सर पुलिस की टीम भी रवाना हो चुकी है।
बक्सर पुलिस की टीम भी जांच के लिए कोडरमा रवाना
इस केस में ट्रेनी डीएसपी के साथ ही बक्सर पुलिस महकमे की चूक भी सामने आ रही है। चौंकाने वाला तथ्य है कि प्रशिक्षु डीएसपी आशुतोष कुमार बिना छुट्टी लिए ही अपने दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए झारखंड में चले गए थे। ऐसे में पूरी तहकीकात के लिए बक्सर के पुलिस अधीक्षक ने यहां से पुलिस अफसरों की एक टीम को कोडरमा रवाना किया है। यह टीम कोडरमा जाकर प्रशिक्षु डीएसपी की लापरवाही की जांच पड़ताल करेगी।
सर्विस रिवाल्वर जमा किये बिना ही राज्य से बाहर क्यों जाने दिया गया?
विज्ञापन
बक्सर की जांच टीम यह भी जाने की कोशिश करेगी कि आखिर किन परिस्थितियों में आशुतोष कुमार को सर्विस रिवाल्वर जमा किए बिना ही आर्म्स के साथ दूसरे राज्य में जाने दिया गया। बक्सर पुलिस महकमा इसे बड़ी चूक मान रहा है और विभागीय कार्रवाई के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। प्रशिक्षु के रूप में तैनाती के बावजूद खुलेआम मनमानी करने वाले ट्रेनी डीएसपी से स्पष्टीकरण भी पूछा जाएगा। फिलहाल नामजद प्राथमिकी दर्ज करने के बाद कोडरमा जिले के चांदवारी थाने की पुलिस ने ट्रेनी डीएसपी को गिरफ्तार कर लिया है।
ट्रेनी डीएसपी का तर्क नहीं मान रहे मृतक के परिजन
भले ही ट्रेनी डीएसपी फोटो खिंचवाते समय गलती से गोली चलने का तर्क दे रहे हैं लेकिन मृत युवक के पिता ऋषि देव सिंह ने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने पुरानी रंजिश में निखिल रंजन की हत्या का आरोप ट्रेनी डीएसपी पर लगाया है। बताया जाता है कि आशुतोष कुमार रोहतास जिले के चेनारी थाना क्षेत्र के निवासी हैं। उधर मृत युवक के पिता ऋषिदेव सिंह भी पुलिस में हैं। फिलहाल वे गया जिले के चरखी थाना में एसआई के पद पर तैनात हैं।
आईपीएल में सट्टेबाजी करने का भी आरोप
ट्रेनी डीएसपी आशुतोष पर एक और गंभीर आरोप है कि वे आईपीएल में सट्टेबाजी लगाते थे। आरोप है कि इसी सट्टेबाजी को लेकर उनका अपने दोस्त से पहले भी विवाद हुआ था। मृतक युवक के पिता का कहना है कि पूर्व में हुए विवाद को हल करने के लिए आशुतोष को पैसे दिए गए थे। इसके बाद भी वह पैसे की मांग कर रहे थे। इस कारण से निखिल हमेशा परेशान रहा करता था।
नालंदा जाने के नाम पर निखिल को बुलाया और लेकर चले गए झारखंड
पुलिस को दिए गए आवेदन में ऋषि देव सिंह ने कहा है कि आशुतोष ने उनके बेटे को बिहारशरीफ में किसी इंगेजमेंट में ले जाने नाम पर घर से बुलाया था। लेकिन नालंदा जाने के बदले कोडरमा के तिलैया डैम पर पिकनिक मनाने चले गए। यदि यह बात साबित होती है तो साजिशन हत्या के आरोपों को बल मिलेगा। बहरहाल, गिरफ्तारी के बाद से आशुतोष का बयान सामने नहीं आया है। उनसे पूछताछ के बाद यह मामला किस करवट बैठेगा, यह तो वक्त ही बताएगा।