नेपाल में तालिबानी आतंकियों की घुसपैठ पर नेपाल सरकार अलर्ट, पुलिस चलाएगी सर्च अभियान
काठमांडू व पोखरा में बिना परिचय पत्र के रह रहे विदेशी पर्यटकों की गिरफ्तारी का आदेश
सुरक्षा एजेंसियों को अंदेशा, नेपाल में घुसकर भारत विरोधी गतिविधि चला सकते हैं तालिबानी आतंकी
तालिबान के जेलों में बंद खुंखार अपराधियों की रिहाई ने दक्षिण एशिया में बढ़ाई हलचल
जोगबनी (voice4bihar news)। अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत समेत पूरे दक्षिण एशिया में सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गयी हैं। अफगानिस्तान के जेलों से रिहा खुंखार अपराधियों के नेपाल में घुसने की आशंका को लेकर नेपाल सरकार अलर्ट हो गयी है। नेपाल के गृह मंत्रालय ने इस आशंका के मद्देनजर कई ऐहतियाती कदम उठाये हैं। नेपाल के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस आशय की जानकारी दी है।
दरअसल अफगानिस्तान में सत्ता परिवर्तन के बाद तालिबान के जेलों में बंद कुख्यात अपराधियों की रिहाई के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने खतरे को भांप लिया है। खुफिया एजेंसियों को अंदेशा है कि तालिबान के खतरनाक अपराधी अब भारत की सीमा में घुसपैठ में विफल रहने पर नेपाल का रूख कर सकते हैं। वहां शरणार्थी के रुप में रहकर नेपाल की भूमि का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों के रूप में कर सकते हैं। ऐसे तत्वाें पर शिकंजा कसने के लिए नेपाल पुलिस को आदेश दिया गया है।
विज्ञापन
भारतीय नागरिकों की नहीं होगी गिरफ्तारी
नेपाल सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को विदेश मंत्रालय अध्ययन प्रतिष्ठान के कार्यक्रम के दौरान में गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि काठमांडू व पोखरा में परिचय पत्र के बिना रह रहे विदेशी नागरिकों (भारतीय नागरिक नहीं) की गिरफ्तारी का निर्देश दिया गया है। कार्यक्रम में बोलते हुए प्रवक्ता फणिन्द्रमणि पोखरेल ने कहा कि अफगानिस्तान में उत्पन्न ताजा परिस्थिति में वहां के तालिबानी आतंकी नेपाल में किसी अन्य देशों के रास्ते पर्यटक या शरणार्थी के रूप में आ सकते हैं।
मानवाधिकार संगठनों से अपील, गिरफ्तारी पर हाय-तौबा न मचाएं
श्री पोखरेल ने कहा कि अंदेशा है कि ये आतंकी नेपाल के अन्य पड़ोसी देशों के खिलाफ कोई कदम उठा सकते हैं। इसी के मद्देनजर यह निर्देश पुलिस को दिया गया है। प्रवक्ता फणिन्द्रमणि पोखरेल ने कार्यक्रम में उपस्थित रहे विभिन्न मानवाधिकार संगठनों के कार्यकर्ताओं को बिना परिचय पत्र के रहे पर्यटक व शरणार्थी की गिरफ़्तारी के बाद किसी तरह का विरोध नहीं करने का आग्रह किया है।