ठिकाना बदलने के बावजूद ठिकाने लगा कुख्यात बुटनिया
गैंगवार में हुई हत्या, शोभागंज में जुए के अड्डे पर बरसाई गोलियां
रोहतास जिले में जरायमपेशा का बड़ा नाम था सुनील सोनकर उर्फ बुटनिया
बजरंगी कुमार के साथ अभिषेक कुमार सुमन की रिपोर्ट
सासाराम (Voice4bihar news)।. शराब तस्करी को लेकर दो गुटों में शुरू हुई वर्चस्व की जंग में ठिकाना बदलने के बावजूद सुनील सोनकर उर्फ बुटानिया को उसके दुश्मनों ने ठिकाने लगा दिया। रोहतास जिले के जरायमी दुनिया में शनिवार की मध्य रात्रि यह खबर आग की तरह फैल गयी।
घटना की खबर मीडिया को मिलते हीं खबरों की पड़ताल के दौरान यह खबर आम हो गयी कि नगर थाना क्षेत्र के शोभागंज नीमटोलिया इलाके में जुए के अड्डे पर गोली चली है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
तकिया मुहल्ले का निवासी था सुनील सोनकर उर्फ बुटनिया
मृतक की शिनाख्त तकिया निवासी शोला सोनकर के बेटे सुनील सोनकर उर्फ बुटनिया के तौर पर पुलिस ने की है।मृतक सुनील सोनकर उर्फ बुटनिया मूल रूप से नगर थाना क्षेत्र के तकिया मुहल्ले का निवासी है। अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहते हुए बुटनिया ने स्वयं को कई लोगों का दुश्मन बना बैठा था।
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अपने धंधे व ठिकाने बदलता रहा बुटनिया
सूत्र बताते हैं कि कुख्यात बुटनिया को निशाना बना पूर्व में भी कई बार उसके दुश्मनों ने गोलियां दागी थी, लेकिन बुटनिया को ठिकाने लगाने में उसके दुश्मन कामयाब नहीं हुए। बदलते वक्त के साथ कुख्यात बुटनिया ने अपने दोस्त, दुश्मन और धंधे सहित ठिकाने बदलना शुरू किया।
दुश्मनों पर बुटनिया ने भी किया था आघात
इस बीच बुटनिया ने भी अपने विपक्षी पर गोली चलायी जिसमें बुटनिया नामजद अभियुक्त भी बना। बाद में सामाजिक पंचायत के बीच रंजिश को रक्तरंजित होने से रोकने की पहल भी हुई लेकिन पहल सिर्फ मुकदमे के सुलहनामे और अभियुक्तों के जमानत तक हीं सिमट कर रह गयी।
मौत का ख़तरा भांप चुका था बुटनिया
अपने ऊपर मंडराते मौत के खतरे को बुटनिया भांप चुका था। अब वह ठिकाना बदल कर जिन्दगी काटने लगा। धंधे और फिदरत को बदलने में नकाम रहे बुटनिया के दुश्मनों ने उसकी आदतों का फायदा उठाया और ठिकाना बदलने के बावजूद ठिकाने लगा दिया। पुलिस कप्तान आशीष भारती के मुताबिक पुलिस मामले में विधिसम्मत आवश्यक कार्रवाई कर रही है ।
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