अशोक स्तंभ के अपमान का मामला राज्यपाल तक पहुंचा
मौर्यशक्ति ने मुख्यमंत्री से भी की अशोक स्तंभ को पुनर्स्थापित करने की मांग
- बिक्रमगंज के तेंदुनी चौक पर लगने के तीन दिन बाद ही हटाया गया था प्रतीक चिह्न
सासाराम (voice4bihar desk)। रोहतास जिले के बिक्रमगंज अनुमंडल मुख्यालय में राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न अशोक स्तंभ को अपमानजनक तरीके से हटाये जाने पर जनाक्रोश थमता नजर नहीं आ रहा है। शुक्रवार को मौर्य शक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि मौर्य ने बिक्रमगंज के तेन्दुनी चौक पर अशोक स्तंभ को पुनर्स्थापित करने की मांग बिहार के राज्यपाल फागु चौहान व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की है। साथ ही इसकी पुनर्स्थापना होने तक आंदोलन जारी रखने का संकल्प दोहराया है।राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव समेत तमाम अफसरों को भेजे गए प्रार्थना पत्र के बारे में मौर्य शक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि मौर्य ने यहां मीडिया से बात की।
पिछले दिनों असामाजिक तत्वों ने कूड़े के ढेर में फेंका था अशोक स्तंभ
उन्होंने बताया कि पिछले 25 जनवरी को राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह अशोक स्तंभ बिक्रमगंज के तेन्दुनी चौक पर लगाया गया, लेकिन कुछ दिनों बाद असामाजिक तत्वों ने इसे हटा दिया। इस घटना से राष्ट्र प्रेमियों में काफी आक्रोश है। संगठन ने राज्यपाल फागु चौहान, बिहार एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर के स्थानीय जनता की भावना का ख्याल रखते हुए अशोक स्तंभ की उसी जगह पर पुनर्स्थापना का आग्रह किया है। साथ ही मुख्य सचिव, गृह सचिव, जिला पदाधिकारी रोहतास, अनुमंडल पदाधिकारी बिक्रमगंज, थाना अध्यक्ष बिक्रमगंज को इस मार्फत पत्र प्रेषित कर अवगत कराया गया है।

राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न अशोक स्तंभ को अपमानजनक तरीके से हटाये जाने के विरोध में मौर्यशक्ति लगातार आंदोलन कर रहा है। 15 फरवरी को राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह अशोक स्तंभ को बिक्रमगंज तेन्दुनी चौक पर पुनर्स्थापित करने की मांग को लेकर मौर्य शक्ति 1 दिन का सांकेतिक धरना बिक्रमगंज तेन्दुनी चौक पर दिया था। धरने के माध्यम से बिक्रमगंज तेन्दुनी चौक पर अशोक स्तंभ को पुनः स्थापित करने की मांग की गई थी।
राष्ट्रीय प्रतीक को अपमानित करने वालों को दंडित करने की मांग
विज्ञापन
श्री मौर्य ने बताया कि पत्र भेजने का हमारा मकसद अशोक स्तंभ को फिर से स्थापित करने के साथ ही इसका अपमान करने वालों को सजा दिलाना है। राष्ट्र से बड़ा कोई नहीं है और यदि राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान कोई करता है तो वह अवश्य दंड का भागी है। संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों से आग्रह किया गया है कि राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह अशोक स्तंभ को अपमानित करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो, साथ ही इसे पुनः स्थापित करने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई होनी चाहिए।
जनजागरण अभियान चलायेगा मौर्यशक्ति संगठन : रवि मौर्य

श्री मौर्य ने यह भी कहा कि हमारे पत्रों पर अगर 10 दिनों के अंदर कोई सुचारू रूप से कार्य नहीं होता है तो मौर्य शक्ति आम जनता के बीच जाकर के जन जागरण करेगा। पूरे जिले में घूम-घूम कर के राष्ट्र प्रतीक चिन्हों के अपमान के खिलाफ आंदोलन करेगा। हम लोग जिला मुख्यालय सासाराम में दस दिनों बाद एकदिवसीय धरना देकर इस मांग को जोरदार तरीके से रखेंगे। अगर सासाराम से नहीं होता है पटना की सड़कों पर हम लोग आंदोलन करेंगे। आक्रोश मार्च करेंगे। किसी भी कीमत पर राष्ट्रीय प्रतीक चिन्हों का अपमान हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
राष्ट्रदोहियों व असामाजिक तत्वों ने कूड़े के ढेर में फेंका था अशोक स्तंभ
अभी कुछ दिन पहले अशोक स्तंभ को बिक्रमगंज में काव नदी के किनारे कचरे के ढेर में फेंका गया था। इस राष्ट्रविरोधी काम में शामिल दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होना भी राष्ट्रद्रोह है। क्योंकि हम राष्ट्र प्रेमी हैं और अशोक स्तंभ को अपमानित करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई चाहते हैं। राष्ट्र द्रोहियों को हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। अतः ऐसे शरारती तत्वों व गैरजिम्मेदार लोगों पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज हो इसके लिए भी हम बगावती तेवर अपनाते हुए सासाराम मुख्यालय पर धरना पर बैठेंगे।
यह भी पढ़ें : कूड़े के बीच अहाते में फेंका पाया गया राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ