फिल्म सेंसर बोर्ड की सलाहकार समिति की सदस्य बनीं बिहार की बेटी डॉ. नीतू
केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड, कोलकाता की सलाहकार समिति की सदस्य बनाई गयीं
डॉ. नीतू कुमारी नूतन को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने किया नामित
voice4bihar desk. मधुर आवाज व गायिकी की बदौलत राष्ट्रीय – अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान बना चुकी भारतीय संगीत नाटक अकादमी की सदस्य व चम्पारण की बेटी डॉ . नीतू कुमारी ‘ नूतन ‘ को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड , कोलकाता की सलाहकार समिति का सदस्य नामित किया है । डॉ . नीतू बिहार की पहली ऐसी महिला कला शख्सियत हैं, जिन्हें इस पद पर नामित किया गया।
बिहार व चम्पारण क्षेत्र के लिए गौरव की बात
बता दें कि कला, शिक्षा, विज्ञान, फिल्म, कानून एवं सामाजिक क्षेत्र में अत्यंत विशिष्ट उपलब्धियों एवं महत्वपूर्ण योगदान देने वाली विभूतियों को सरकार की ओर से इस पद पर नामित किए जाने की परंपरा रही है। विदित हो भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत संचालित केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड फिल्मों के सार्वजनिक प्रदर्शन का नियंत्रण करता है । मुंबई में बोर्ड का मुख्यालय अवस्थित है, जबकि देश भर में इसके नौ क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित हैं । इन्हीं क्षेत्रीय कार्यालयों में से एक कोलकाता फिल्म प्रमाणन बोर्ड की सदस्य के रूप में डॉ नीतू को नामित किया गया है ।
डॉ. नीतू के अवलोकन एवं सहमति के पश्चात ही होगा फिल्म का प्रदर्शन
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कोलकाता में किसी भी भाषा में बनने वाली फिल्म को डॉ.नीत के अवलोकन एवं सहमति के पश्चात ही प्रदर्शन की इजाजत दी जा सकेगी। यहां बता दें कि डॉ . नीतू को मारीशस के राष्ट्रपति कैलाश प्रयाग ने ‘ मारीशस कला सम्मान ‘ से नवाजा था। वे बिहार की पहली ऐसी कला शख्सियत हैं जिन्हें किसी विदेशी राष्ट्रपति ने कलात्मक उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया। कला – संस्कृति के संरक्षण – संवर्धन एवं उत्कृष्ट योगदान को देख भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने डॉ . नीतू को पुनः भारतीय संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली की सदस्य के रूप में अगले सत्र के लिए विस्तार दे दिया है। बिहार की पहली महिला कला विभूति डॉ.नीतू को इस पद पर मनोनीत होने का गौरव प्राप्त हुआ है ।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों विंध्यवासिनी कला पुरस्कार से नवाजी जा चुकी डॉ . नीतू को देश एवं विदेशों में ढेर सारे सम्मान व पुरस्कार मिले हैं । इसके अलावा डॉ. नीतू बिहार की इकलौती ऐसी कला शख्सियत हैं, जिन्हें भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय अंतर्गत सांस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र ( सीसीआरटी ) की ओर से वरिष्ठ अनुसंधान फेलोशिप पुरस्कार ‘ प्रदान किया गया है।
थियेटर, एनएसडी, लोक कला एवं संस्कृति से जुड़े कलाकारों को फिल्म निर्माण क्षेत्र में प्रोत्साहित करने की जरूरत : डॉ नीतू
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की सलाहकार समिति की सदस्य नामित किए जाने पर डॉ . नीतू ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त हुए कहा कि फिल्में मनोरंजन के साथ जनमानस की सोच पर व्यापक प्रभाव डालने वाला सबसे सशक्त माध्यम है । इसलिए बेहतर मनोरंजन के साथ अच्छे संदेश वाली फिल्मों का निर्माण होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान युवा पीढ़ी को उनकी परंपरा , संस्कृति एवं संस्कार से जोड़ने वाली फिल्मों के निर्माण को तवज्जो देने की आवश्यकता है । डॉ.नीतू ने कहा कि थियेटर, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, लोक कला एवं संस्कृति से जुड़े कलाकर्मी अनुभवी तथा जमीनी स्तर की सोच रखने वाले होते हैं। फिल्म निर्माण के क्षेत्र में ऐसे लोगों को आगे ले आने तथा उन्हें प्रोत्साहित किए जाने की जरूरत है।