Header 300×250 Mobile

3 जिंदगियों का शिकार कर चुकी आदमखोर बाघिन ट्रैकुलाइजर गन से हुई शांत

- Sponsored -

541

- Sponsored -

- sponsored -

  1. पश्चिम चंपारण में खौफ बनकर घूम रही खूंखार बाघिन का वन विभाग ने किया सफल रेस्क्यू
  2. जंगल से निकल रिहाइशी इलाकों में पहुंची बाघिन के लिए 72 घंटों से खाक छान रही थी रेस्क्यू टीम
  3. स्वास्थ्य परिक्षण के बाद बाघिन को पटना जैविक उद्यान भेजने की तैयारी

राजेश कुमार

बेतिया (voice4bihar desk । बिहार कर पश्चिमी चम्पारण जिले के मंगूराहा वन प्रक्षेत्र के जंगलों से सटे रिहायशी इलाकों में खौफ बनकर विचरण कर रही आदमखोर बाघिन को आखिरकार पकड़ लिया गया। 72 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन करके पकड़ने में सफलता हासिल की है। खूंखार व आदमखोर बाघिन के रेस्क्यू किए जाने के बाद वन विभाग के साथ-साथ पटना से आई टीम तथा ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।

बताया जाता है कि मानपुर वन विभाग कार्यालय के पीछे गन्ने के खेत से गुरुवार को दोपहर टीम को बाघिन की हलचल की खबर लगी तो रेस्क्यू में लगी टीम पूरी तरह सजग हो गयी। टीम ने ट्रैकुलाइजर मशीन से बेहोश करके आदमखोर बाघिन को पकड़ने में सफलता हासिल कर ली है। इसके पश्चात बाघिन को मानपुर वन कार्यालय लाया गया है, जहां उसका स्वास्थ्य परीक्षण के साथ-साथ उपचार भी किया जा रहा।

ट्रेंकुलाइजर गन लेकर आदमखोर बाघिन का पीछा करती रेस्क्यू टीम

विज्ञापन

ग्रामीण जाकिर गद्दी, विजय महतो आदि ने बताया कि वन विभाग द्वारा बाघिन को पकड़े जाने की सूचना के बाद आस-पास के दर्जनों गांवों के लोगों की भीड़ बाघिन को देखने के मानपुर वन कार्यालय पर पहुंच गई।

पिछले एक हफ्ते में तीन की जान ले चुकी है बाघिन

बता दें कि पिछले 1 सप्ताह से क्षेत्र में खूंखार बाघिन के आतंक से लोगों में दहशत का माहौल था। बाघिन के हमले में खरकटवा व सूर्यपुर परसौनी में 3 लोगों की मौत भी हो चुकी है। साथ ही कई लोग घायल भी हो चुके हैं। आदमखोर बाघिन ने हमले में कई पालतू मवेशियों को अपना शिकार बनाया था। कुछ दिनों से बाघिन के आतंक से शाम ढ़लते ही लोग घरों में दुबकने तथा रतजगा करने के लिए भी विवश थे। इधर बाघिन के पकड़े जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है।

बाघिन को पकड़ने की योजना बनाती रेस्क्यू टीम

खतरा अभी टला नहीं, एक और बाघ के विचरण की सूचना, अलर्ट जारी
इस बावत वीटीआर के क्षेत्र निदेशक एचके राय ने बताया की क्षेत्र के रिहायशी इलाकों में टी 3 और टी 31 दो बाघिनों और शावकों के विचरण की जानकारी सामने आई है। बीते दिनों टी 3 बाघिन के हमले में 3 लोगों की मौत हुई थी। रेस्क्यू की गयी बाघिन टी 3 है या फिर टी 31 इसकी जांच की जा रही है। साथ ही जंगली क्षेत्र से सटे गाँवों के लोगों से अभी भी सतर्कता बरतने की अपील की गयी है।

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored