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डेहरी में कॉलोनी की दीवार तोड़कर जबरन बनाया रास्ता, दो पक्षों में भारी तनाव

नगर परिषद की अदूरदर्शिता के कारण बसंत विहार कॉलोनी में खून खराबे की आशंका

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वैधानिक फैसले को लागू कराने में स्थानीय प्रशासन असमर्थ

सासाराम (Voice4bihar news)। रोहतास जिले के डेहरी-डालमियानगर नगर परिषद की प्रशासनिक अदूरदर्शिता के कारण रास्ते का विवाद हिंसक मोड़ पर आ चुका है। करीब छह माह पहले शुरू हुए इस विवाद में नगर परिषद की ओर से कारगर पहल नहीं की गयी, जिसका नतीजा है कि एक पक्ष के लोगों ने जबरन कॉलोनी की निर्माणाधीन दीवार को तोड़कर रास्ता बना लिया है। इस बीच वैधानिक लड़ाई में कॉलोनी वालों के पक्ष में आए फैसले पर अमल करने में स्थानीय अंचल प्रशासन असमर्थ साबित हो रहा है। इससे दोनों पक्ष फिर आमने-सामने आ गए और खून-खराबे की स्थिति पैदा हो गयी।

क्या है पूरा मामला

इस विवाद की शुरुआत विगत 01 अक्टूबर 2020 को तब हुई थी, जब नगर परिषद डेहरी डालमियानगर के वार्ड नम्बर 38 स्थित बसंत बिहार आवासीय कॉलोनी की दीवार को अंसारी प्लॉट तारबंगला डेहरी के लोगों ने तोड़ने का प्रयास किया। आरोप है कि कार्यपालक पदाधिकारी डेहरी के उकसावे पर अंसार प्लॉट के लोगों ने अनुचित तरीके से तोड़ कर अवैध रास्ता निर्माण करने का प्रयास किया था। विवाद बढ़ा तो पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।

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मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी डेहरी तथा अंचलाधिकारी डेहरी ने तत्काल घटना स्थल पर आकर दीवार तोड़ने से रोक दिया और असामाजिक तत्वों को ऐसा नहीं करने की हिदायत दी थी। साथ ही कॉलोनी वासियों की सुरक्षा एवं संरक्षा का वचन देते हुए विधानसभा चुनाव के चुनावी आचार संहिता के कारण दोनों पक्षों को यथावत स्थित बनाये रखने के निर्देश दिये थे।

इस निर्देश का अनुपालन बसंत बिहार आवासीय कॉलोनी के लोगों ने बखूबी किया, परन्तु अंसारी प्लॉट के लोगों ने उनके निर्देशों की अवहेलना करते हुए बलपूर्वक दीवार को तोड़ दिया। साथ ही मिट्टी आदि भरकर रास्ता बना दिया गया। इस संबंध में बसंत बिहार कॉलोनी के वाशिंदों ने प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देशों का सम्मान करते हुए वैधानिक प्रक्रिया के तहत आदेश प्राप्त कर लिया, जिसमें उक्त तोड़ी गयी दीवार को कॉलोनी की सुरक्षा के लिए पुनः खड़ी करने का आदेश दिया गया है। परन्तु नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी इस आदेश के अनुपालन में खुद अड़ंगा डाल रहे हैं।

कार्यपालक पदाधिकारी की मनमानी, नगर परिषद की निधि से ग्राम पंचायत में कराया काम

रोहतास जिले में शुक्रवार को हुए दो नगर परिषदों के कार्यपालक पदाधिकारियों का तबादला हुआ है वे शहर में विवाद पैदा करने के कारण सुर्खियों में रहे। बिक्रमगंज नगर परिषद की कार्यपालक ने जहां अशोक स्तंभ का अपमान कर जनाक्रोश को भड़काया था, वहीं डेहरी नगर परिषद के कार्यपालक अपनी कार्यशैली के कारण विवादों में रहे। डेहरी नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने एक तो नगर परिषद की निधि से ग्राम पंचायत क्षेत्र में नाली-गली बनाने में करीब 3 करोड़ रुपए खर्च किये, वहीं इस कार्य को वैध साबित करने की पूरी कोशिश करते रहे।

यहां बता दें कि अंसारी प्लॉट ग्राम पंचायत क्षेत्र भैंसहीं का हिस्सा है। इसमें नाली व गली का निर्माण कराकर वैध करने के लिए बसंत बिहार कॉलोनी की निजी जमीन में निर्मित मंदिर का हवाला देकर टूटे दीवार से होकर बसंत बिहार कॉलोनी की रैयती जमीन (जो नगरपरिषद अंतर्गत है) से रास्ता बनाकर गलत परियोजनाओं को जमीन पर उतारा जा रहा है। लिहाजा उक्त टूटी हुई दीवार को जोड़ने में बेवज़ह देर हो रही है। इससे रिहायशी कॉलोनी के लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। आए दिन मनचले किस्म के लोग इधर आकर कॉलोनी की महिलाओं पर फब्तियां कसते हैं। ऐसे में किसी भी वक्त दोनों पक्ष भिड़ सकते हैं।

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