रात्रि गश्ती में लापरवाह पुलिसकर्मियों पर गिर सकती है गाज, रात में सड़क पर उतरे पुलिस कप्तान
शनिवार की रात अचानक बढ़ी पुलिस की मुस्तैदी से बदला-बदला दिखा नजारा
रात्रि गश्ती के बहाने चौराहों पर चाय की चुस्की लेने वाले पुलिसकर्मियों की बढ़ी बेचैनी
अभिषेक कुमार के साथ बजरंगी कुमार सुमन की रिपोर्ट
सासाराम (voice4bihar news)। शनिवार की रात सासाराम शहर में अचानक पुलिस की बढ़ी मुस्तैदी के कारण फिजा बदली-बदली सी नजर आने लगी। पता चला कि जिले के पुलिस कप्तान आशीष भारती रात के वक्त पुलिस गश्ती का जायजा लेने खुद सड़क पर उतर आए हैं। इससे जहां अवैध गतिविधियों में लगे लोगों में हड़कंप मच गया, वहीं नाइट पेट्रोलिंग के बहाने चौराहों पर चाय की चुस्की लेने के आदी पुलिसकर्मियों की बेचैनी भी बढ़ गयी।
दरअसल बरसात व जाड़े के मौसम में शाम ढलते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है, जिसका लाभ उठाते हुए अपराधी अपने इरादतन अपराध को अंजाम दे डालते हैं। सेंधमारी से लेकर छिनैती, लूट व डकैती सहित हथियार व मादक पदार्थों की तस्करी जैसे 90 फीसदी अपराध रात के अंधेरे में होते हैं। ऐसे में अपराधियों के मंसूबे को नाकाम करने के लिए पुलिस गश्त करती है, लेकिन गश्त की मानिटरिंग भौतिक तौर पर बिरले ही देखने को मिलती है।
आम अवाम में बढ़ा सुरक्षा बोध, सियासी गलियारों में भी रही चर्चा
शनिवार की देर शाम जिला मुख्यालय के पोस्ट ऑफिस चौक पर जो नजारा दिखा, उसकी चर्चा जिले के आम-अवाम सहित सियासी गलियारे तक जा पहुंची। पहले तो इस बात की चर्चा होने लगी कि शायद कोई बड़ा इनपुट पुलिस के हाथ लगा है और बड़ी सफलता के लिए पुलिस हरकत में है। इसके लिए दो पहिया से लेकर चारपहिया तक खंगालने जा रहे हैं। पुलिस ने अचानक वाहन चेकिंग अभियान चलाया तो हड़कंप मच गया। ऑन ड्यूटी पुलिस अधिकारी सहित शहर के कोतवाल भी हरकत में दिख रहे हैं।
चर्चा के बीच ही खबर मिली कि पुलिस कप्तान रात के वक्त शहर के मुख्य चौराहे पर आ धमके हैं। कई छोटे साहब भी साथ में हैं। इससे यह संदेश भी गया कि अब रात्रि गश्त में लापरवाह पुलिसकर्मियों की खैर नहीं है। हालांकि आज के निरीक्षण में अबतक किसी तरह की कार्रवाई की खबर नहीं है। पोस्ट ऑफिस चौक पर पुलिस कप्तान आशीष भारती सहित एएसपी अरविंद प्रताप सिंह, सदर इंस्पेक्टर कामाख्या नारायण सिंह सहित भारी मात्रा में पुलिसकर्मी मौजूद रहे।
औचक निरीक्षण करना है पुलिस कप्तान की पुरानी फितरत
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रोहतास पुलिस कप्तान आशीष भारती के बारे में जानकार लोग बताते हैं कि नाईट पेट्रोलिंग सहित थानों का औचक निरीक्षण इनकी पुरानी फितरत है। कई जिलों में बेहतर पुलिसिंग के पीछे कप्तान की यह रणनीति कारगर साबित हुई है। रोहतास जिले में पिछले सात महीने में शराब गांजा की तस्करों को दबोचने में रोहतास पुलिस को ऐतिहासिक सफलता मिली है। अब तक चार हजार से अधिक लोगों को जेल भेजा जा चुका है।

रोको टोको अभियान पुलिस का हथियार
बेहतर पुलिसिंग के लिए रोको टोको अभियान को पुलिस का सबसे कारगर हथियार माना जाता है। रोको टोको अभियान के तहत वाहन चेकिंग के दौरान एसपी जैन कालेज मोड़, लालगंज नहर पुल और बेदा नहर पुल से हथियार और कारतूस सहित कई लोगों को इस वर्ष दबोचने में पुलिस कारगर साबित हुई है। इसके अलावे राजस्व वसूली का रिकॉर्ड भी बढ़ा है। माना जा रहा है कि वाहन चेकिंग अभियान से आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगना तय है।
एसपी की पहल से मातहतों का बढ़ा है मनोबल
पुलिस कप्तान आशीष भारती के पदस्थापन काल से ही मातहतों का मनोबल बढ़ा है। कोरोना संक्रमण काल के दौरान संक्रमित पुलिसकर्मियों के लिए की गयी व्यवस्था सहित कप्तान द्वारा स्वयं की गयी मानिटरिंग से मातहत सहित उनके परिजन काफी संतुष्ट दिखे थे। साथ ही नौकरी से जुड़ी समस्याओं के त्वरित समाधान से भी मातहत संतुष्ट हैं। मातहतों की संतुष्टि के कारण जिले में पुलिस को सफलता मिल रही है। ये सफ़लताएं पुलिस के मजबूत होते सूचना तंत्र का भी प्रत्यक्ष प्रमाण हैं।

औचक निरीक्षण को भी कई मातहत वरीय अधिकारियों की सुलभ उपलब्धता का पर्याय मानते हैं, जिसमें किसी भी घटना या पुलिसिंग के दौरान उत्पन्न धर्म संकट की स्थिति में वरीय अधिकारियों के निर्देश के आलोक में विधिसम्मत निर्णय लेना सहज समझते हैं। सड़क पर उतरने के बारे में पुलिस कप्तान आशीष भारती ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि शहरों में अपराधियों की गतिविधियों पर लगाम कसने सहित पूर्ण शराबबंदी लागू करना हमारा मुख्य उद्देश्य है। साथ ही कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने के लिए यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।