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अर्थव्यवस्था की ‘तेल निकालने’ में लगे हैं तेल के तस्कर

नेपाल से पेट्रोल-डीजल की तस्करी का बदला तरीका

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कहीं गैलन में ढोये जा रहे पेट्रोल तो कही टैंकर से डीजल की चोरी

भारत की आपत्ति के बाद ऑयल निगम की सख्ती भी काम न आयी

ड्राम में भरने पर लगी रोक तो गैलन में ढो रहे तेल के तस्कर

 

भारत-नेपाल सीमा से लौटकर राजेश कुमार शर्मा की रिपोर्ट

Voice4bihar news. भारत की तुलना में नेपाल में पेट्रोल-डीजल सस्ता होने के कारण लाख प्रयासों के बावजूद नेपाल से भारत की तरफ पेट्रोल व डीजल की तस्करी हो रही है । सीमा पर तैनात एसएसबी की गश्ती के बीच सक्रिय तेल के तस्कर भारत की अर्थव्यवस्था को भारी चपत लगा रहे है। वहीं दूसरी तरफ नेपाल आयल निगम व स्थानीय प्रशासन की ओर से भी पेट्रोलियम पदार्थ की तस्करी रोकने के लिए किये गए विभिन्न तरह के उपाय नाकाम साबित हो रहे हैं। तेल तस्करों के आगे सारी तैयारी ‘ढाक के तीन पात’ साबित हो रही है। सीधे शब्दों में कहें तो तेल के तस्कर कहीं न कहीं भारतीय अर्थव्यवस्था की तेल निकालने में जुटे हैं।

भारत-नेपाल सीमा इलाके में रह रहे लोग बने तेल के तस्कर 

नेपाल के अनुपात में भारत में पेट्रोल 21 रुपये 29 पैसा महंगा है। वहीं डीजल के मूल्य में भी प्रति लिटर 25 रुपये का अंतर होने के कारण सीमा क्षेत्र में रहने वाले लोग तस्करी के घटना को अंजाम दे रहे हैं।

भारतीय मालवाहक गाड़ियों की टंकी में भरकर लाते हैं डीजल व पेट्रोल

नेपाल आयल निगम विराटनगर कार्यालय के प्रमुख नकुल भण्डारी से जब इस सम्बंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि केन्द्र के निर्देशन में सीमा क्षेत्र के पम्प को डीजल, पेट्रोल की बिक्री का लेखा जोखा रखने का निर्देश दिया गया है। अगर कोई पम्प ऐसा नहीं करता है तो उसको तेल देना बंद कर दिया जाएगा। कार्यालय प्रमुख की मानें तो खुली सीमा व मालवाहक गाड़ियों के जरिये भी तस्करी की खबर है लेकिन तेल देने से मना नहीं किया जा सकता है।

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सौ लीटर से ज्यादा तेल नहीं देने की तरकीब भी हो रही नाकाम

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हाल ही में भारत की ओर से आपत्ति के बाद नेपाल ने तस्करी रोकने के लिए निर्देश दिया है कि मालवाहक भारतीय गाड़ी को सौ लीटर से ज्यादा पेट्रोल-डीजल नहीं दिया जाएगा। इस आदेश के बाद कुछ गाड़ियां सीमा से दूर माल खाली करने जाती है जहाँ से वह टंकी फुल कर वापस आती हैं। इन गाड़ियों के मार्फ़त भी भारी मात्रा में डीजल नेपाल से भारत वापस जाती है। वही उन्होंने कहा कि अमलेखगज से विराटनगर डिपो में दैनिक 10 लाख लीटर डीजल आता है। इतनी खपत का कारण किसी न किसी रूप में तस्करी भी है।

रक्सौल में टैंकर से डीजल चुराते तेल के तस्कर
रक्सौल में टैंकर से डीजल चुराते तेल के तस्कर

रक्सौल में तेल टैंकर से ही डीजल की चोरी

तेल तस्करी में एक बड़ा रोल तेल टैंकर के चालक का भी है। विगत दिनों में वीरगन्ज के पेट्रोलियम व्यवसायी द्वारा रक्सौल स्थित भारतीय आयल निगम के डिपो से पेट्रोलियम पदार्थ लोड कर भन्सार प्रक्रिया पूरा करते हुए सीधे अपने पम्प में टैंकर ले जाया जाता था, लेकिन 16 जनवरी से यहाँ से तेल लोड करने के कार्य को बन्द कर दिया गया है। अब बरौनी से सीधे पेट्रोलियम पदार्थ नेपाल ऑयल निगम के प्रादेशिक कार्यालय अमलेखगन्ज जाता है।

इस दौरान तस्कर अपना खेल कर जाते हैं। टैंकर चालक की मिलीभगत से सीमावर्ती इलाकों में गाड़ी खड़ी कर तेल चोरी करने की तस्वीर कैमरे में कैद हुई है। तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि नेपाल आयल निगम का एक तेल टैंकर रक्सौल स्थित रेलवे लाइन के बगल में रोक कर पेट्रोल निकाला जा रहा है। इस सम्बंध में पूछे जाने पर आयल निगम के बिरगंज शाखा के कार्यालय के प्रमुख मनोजकुमार ढकाल से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पेट्रोलिम पदार्थ खरीदने व आयात करने की सभी जिम्मेदारी प्रादेशिक कार्यालय की है। इस सम्बंध में वह कुछ नहीं कह सकते।

गैलन में भरकर नेपाल से तेल लेकर आते तस्कर।

पिछले तीन माह से पेट्रोल चोरी की घटनाओं में आई कमी : भरत प्रसाद

नेपाल ऑयल निगम के प्रादेशिक कार्यालय अमलेखगन्ज के प्रमुख भरत प्रसाद रेग्मी ने बताया कि विगत के तीन महीने से पेट्रोल चोरी की घटना काफी कम हुई है। फिर भी ऐसी कोई जानकारी आती है तो कार्रवाई की जाएगी। रेग्मी ने बताया कि पर्सा व बारा के कुल 114 पेट्रोल पम्प व सीमावर्ती क्षेत्र के वीरगन्ज महानगरपालिका क्षेत्र में 25 पेट्रोल पम्प उनके संचालन में है, जिस पर निगरानी की जा रही है । अगर कोई तेल टैंकर से चोरी की घटना में शामिल पाया जाता है तो चिन्हित कर एक वर्ष के लिए प्रतिबंध लगाया जाएगा।

अररिया के सीमावर्ती देवनगांज में गैलन से तस्करी

अररिया जिले के सीमावर्ती इलाकों में फुलकाहा के देवनगांज के इलाके से डीजल की तस्करी ब्यापक रूप से हो रही है। तस्कर नेपाल से भरकर खेतों के रास्ते डीजल को भारत में ला कर बेचते है । इस कार्य मे कई संगठित गिरोह सक्रिय होने की बात भी समाचार स्रोत ने कही है।

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