हाथ में ऑक्सीजन सिलेंडर, गोद में नौनिहाल लिये घंटों भटकता रहा जोड़ा
राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोलती तस्वीर देख लोग हैरान
समस्तीपुर सदर अस्पताल में सामने आई मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीर
Voice4bihar desk. बिहार में एक तरफ राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतरी के दावे करती है, स्वास्थ्य मंत्री विधानसभा में प्रर्याप्त डॉक्टर और स्टाफ होने के दावे करते हैं, हाईटेक हेल्थकेयर सिस्टम की बात होती है । लेकिन इन सबके बीच कुछ ऐसी तस्वीर सामने आ जाती हैं, जिसे देखने के बाद इन दावों पर विश्वास करना मुश्किल हो जाता है । इसमें भी बात नौनिहालों की जान बचाने का हो तो मामला काफी संवेदनशील हो जाता है।
समस्तीपुर के सदर अस्पताल से भी ऐसी ही कुछ तस्वीरें सामने आई है, जहां एक युवक हाथ में ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर जाता हुआ दिख रहा है, वहीं सिलेंडर से निकली एक पाइप पीछे चल रही महिला की गोद में मौजूद बच्चे से जुड़ा है । यह एक ऐसी तस्वीर है जो अस्पताल की व्यवस्था की पूरी सच्चाई बयां करती है । लेकिन इस तस्वीर के परे भी कई तथ्य हैं जिनका जिक्र यहां जरूरी है।
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प्रखंड अस्पताल ने ऑक्सीजन सिलेंडर थमाकर भेज दिया सदर अस्पताल
दरअसल सदर अस्पताल समस्तीपुर में बच्चे और सिलेंडर को थामे महिला व पुरुष पूरे अस्पताल का चक्कर लगाते रहे, लेकिन अस्पताल के किसी स्टाफ ने न तो उन्हें स्ट्रेचर उपलब्ध कराया, न उनकी कोई मदद की । बताया गया कि वे दोनों इसी जिले के मोरवा प्रखंड अस्पताल से रेफर होने के बाद बच्चे का इलाज कराने यहां आये थे । इस दौरान मोरवा अस्पताल की तरफ से एबुलेंस की सुविधा देने की जगह सिर्फ ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया गया । जिसके बाद प्राइवेट कार से वह सभी सदर अस्पताल पहुंचे ।
सवाल यह कि इस दौरान बच्चे को कुछ होता तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होती । समस्तीपुर सिविल सर्जन ने इस मामले में पूछे जाने पर पत्रकारों से कहा कि संज्ञान में आया यह मामला बेहद संवेदनशील है। इस मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होंगे उस पर कार्रवाई की जाएगी ।