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स्वेटर में छुपाकर ले जा रहा था नशे का इंजेक्शन, बॉर्डर पर धराया

भारत-नेपाल के सीमांचल क्षेत्र में बढ़ रहा नशीली दवा का कारोबार

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अररिया के फारबिसगंज से खरीद कर नेपाल पहुंचा रहे नशे का इंजेक्शन

फारबिसगंज से नशीली दवा ले कर जा रहे एक नेपाली नागरिक को एसएसबी ने दबोचा

जोगबनी/अररिया (voice4bihar news)। भारत-नेपाल सीमा से सटे अररिया जिले के फारबिसगंज के विभिन्न स्थानों से लगातार नशीली दवा के कारोबार की बात सामने आ रही है। नशे के सौदागर नशे का इंजेक्शन खरीद कर जोगबनी सहित नेपाल भाग में बिक्री कर रहे हैं, लेकिन जिला प्रशासन ने कभी भी इसकी तह में जाने की कोशिश नहीं की। गुरुवार की संध्या एसएसबी 56 वी वाहनी जोगबनी बीओपी ने फारबिसगंज से नशीली दवा की खेप लेकर जा रहे एक ब्यक्ति की गिरफ्तारी की है।

एसएसबी की गिरफ्त में आये युवक ने किया चौंकाने वाला खुलासा

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गुरुवार को एसएसबी 56 वी वाहनी के जोगबनी बीओपी की इस कार्रवाई में बिराटनगर वार्ड संख्या 14 जतुवा निवासी 39 वर्षीय सुरेश यादव, पिता फकीर चन्द यादव को दबोचा गया है। उसके पास से डाईजेपाम इंजेक्शन आईपी 240 पीस, लुपेजेसिक इंजेक्शन 240 पीस, प्रोमेथजीन हाइड्रो केलोरिड इंजेक्शन 225 पीस बरामद किया गया है । जोगबनी कैम्प प्रभारी सुभाष कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी कि एक शख्स फारबिसगंज से नशीली इंजेक्शन ले कर जोगबनी आ रहा है, जो स्वेटर पहने हुए है।

सूचना के आधार पर पेट्रोलिंग पार्टी को भेजा गया। जोगबनी के सीमाँचल अस्पताल के समीप उक्त हुलिए का शख्स आते हुए दिखा। जब पेट्रोलिंग पार्टी ने नशीली दवा के इंजेक्शन ले कर आ रहे ब्यक्ति को रुकने का इशारा किया तो वह भागने लगा। सुरक्षा बलों ने उसे खदेड़ कर पकड़ लिया। इस कार्रवाई में मुख्य आरक्षी रंजीत कुमार पासवान, जवान सुनील कुमार यादव, आर उमापति, मोबिन अंसारी आदि थे। हिरासत में लिए गए शख्स को पूछताछ के बाद जोगबनी थाने के सुपुर्द कर दिया है।

फारबिसगंज से खरीदे थे नशे का इंजेक्शन

एसएसबी ने पूछताछ की तो युवक ने फारबिसगंज से नशीली दवा के इंजेक्शन खरीद कर लाने की बात कही है । एसएसबी ने इससे भी पूर्व भी माहेश्वरी चौक से टिकुलिया के एक युवक को नशीली दवा के साथ हिरासत में लिया था, उसने भी फारबिसगंज से नशीली दवा खरीद करने की बात कही थी । ऐसे में सवाल उठता है कि नशे के सौदागरों के बयान के बाद भी मुख्य कारोबारी या नशीली दवा बिक्री करने वाले ड्रग्स माफिया पर जोगबनी पुलिस हाथ क्यों नहीं डालती।

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