सिनेस्टार खेसारीलाल का प्रोग्राम रद्द होने पर भीड़ बेकाबू, फूंक डाले चार स्कॉर्पियो व दर्जनों बाइक
प्रोग्राम के लिए नेपाल पहुंचे भोजपुरी कलाकार खेसारीलाल यादव को पुलिस ने स्टेज से उठाया
नेपाल के सुनसरी जिले में होने वाले कार्यक्रम को नहीं मिली प्रशासन की अनुमति
आयोजकों ने समय पर नहीं दी सूचना, ऐन मौके पर पुलिस कार्रवाई से फूटा गुस्सा
नेपाल से राजेश कुमार शर्मा की रिपोर्ट
voice4bihar news। भोजपुरी फिल्म अभिनेता व सिंगर खेसारीलाल यादव के स्टेज शो में अचानक व्यवधान से अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गयी। हजारों दर्शकों की मौजूदगी में प्रोग्राम शुरू होने के साथ ही नेपाल पुलिस ने खेसारीलाल व साथी कलाकारों को स्टेज से उठाकर होटल में शिफ्ट दिया। इससे उग्र भीड़ ने कलाकारों की चार स्कॉर्पियो समेत दर्जनों बाइक को आग के हवाले कर दिया। स्टेज पर चढ़कर म्यूजिक सिस्टम व वाद्य यंत्रों को तोड़ डाला। इस दौरान कई कलाकार भी चोटिल हो गए।
दरअसल, बिहार के अररिया जिला अंतर्गत बथनाहा थाना क्षेत्र की सीमा से सटे नेपाल के सुनसरी जिले में मंगलवार को स्टेज शो होना था। यहां की बरजु गांव पालिका के चिमड़ी में चल रहे बरजू महोत्सव के आखिरी दिन मंगलवार को भोजपुरी कलाकार खेसारीलाल यादव का प्रोग्राम रखा गया था। सुबह 11:00 बजे तक करीब 30 हजार दर्शक प्रोग्राम देखने के लिए पहुंच चुके थे। ऐन वक्त पर कार्यक्रम रद्द होने के बाद आक्रोशित स्थानीय लोगों ने पूरे मेला परिसर को आग के हवाले करते हुए कार्यक्रम स्थल में जमकर तोड़फोड़ की।
आक्रोशित स्थानीय लोगों ने भारतीय नंबर प्लेट की चार स्कॉर्पियो और दर्जनों मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया। इन्हीं चारपहिया गाड़ियों में खेसारीलाल यादव व उनकी कलाकार टीम चिमड़ी पहुंची थी। बताया जाता है कि स्थानीय लोगों की तोड़फोड़ से संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है। घटना स्थल पर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जिला पुलिस कार्यालय सुनसारी से बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया।

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विदित हो कि बरजू महोत्सव का आयोजन 8 जनवरी को सुनसरी के बरजू स्थित बरजुताल खेल मैदान में किया गया था। मंगलवार को उत्सव का अंतिम दिन था, लेकिन जिला प्रशासन कार्यालय सुनसरी ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी तरह की सभा, मेलों और त्योहारों पर रोक लगा दी थी। सुनसरी पुलिस का कहना है कि यह घटना तब हुई जब आयोजकों ने प्रशासन के निर्देशों की अनदेखी करते हुए बरजू में उत्सव जारी रखा। प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं थी। अत्यधिक भीड़ बढ़ने की सूचना पर प्रशासन को यह कदम उठाना पड़ा।
प्रोग्राम के वक्त क्या हुआ, जिससे भीड़ बेकाबू हुई
दरअसल, प्रोग्राम की अनुमति नहीं मिलने के बावजूद आयोजकों ने कई स्पॉन्सर हायर कर लिये। प्रोग्राम के लिए टिकटों की बिक्री भी जारी रखी। करीब 500 से 1000 रुपये में हजारों टिकट बेच दिये गए। लिहाजा मंगलवार को सुबह 10:00 बजे तक बरजुताल मैदान में करीब 30 हजार दर्शक पहुंच चुके थे। खेसारीलाल यादव की टीम भी स्टेज पर विराजमान हो चुकी थी। इनमें वाद्य यंत्रों के कलाकारों के अलावा 20-25 महिला कलाकार भी मंच पर पहुंच चुकी थीं।
निर्धारित समय सुबह के 11:00 बजे तक खेसारीलाल यादव भी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, लेकिन ऐन वक्त पर पहुंची पुलिस ने उन्हें स्टेज के पीछे ही रोक लिया और एक होटल में ले जाकर बैठा दिया। इसी बीच ज्योंहि सूचना मिली की खेसारीलाल को पुलिस उठा ले गयी और कार्यक्रम नहीं होगा, तो भीड़ बेकाबू हो गयी। लोगों को गुस्सा इस कदर फूटा कि पूरे मैदान को आग के हवाले कर दिया। स्टेज पर चढ़कर सभी वाद्य यंत्र तोड़ दिये। इस दौरान कई कलाकारों को चोटें भी आई हैं। महिला कलाकारों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। उपद्रव रोकने का पुलिस ने कोई प्रयास नहीं किया।
खेसारीलाल को कहां रखा गया है, यह भी नहीं बताया
भोजपुरी कलाकार खेसारीलाल को कार्यक्रम स्थल से ले जाकर कहां रखा गया है, इसकी सूचना किसी को नहीं दी गयी। देर शाम को मीडिया के सामने खेसारीलाल को पेश किया गया, जहां उन्होंने सारा ठीकरा आयोजकों पर फोड़ा। उन्होंने चार गाड़ियों व वाद्ययंत्रों समेत करीब 1.50 करोड़ की संपत्ति के नुकसान का दावा किया है। श्री खेसारी का कहना है कि सब कुछ जानते हुए आयोजकों ने समय पर उन्हें सूचना नहीं दी। अगर उन्हें पता होता तो लाइव स्क्रीन पर आकर दर्शकों से अपील करते। बहरहाल, इस मुद्दे पर बुधवार को एक बैठक होनी है, जिसमें हालात की समीक्षा की जाएगी।