विराटनगर के अस्पताल के भी एक चिकित्सक की डिग्री फर्जी
जोगबनी (voice4bihar news)| नेपाल पुलिस के केन्द्रीय अनुसन्धान ब्यूरो (सीबीआई) ने फर्जी तरीके से डॉक्टर की डिग्री हासिल करने वाले सात चिकित्सकों को गिरफ्तार किया है। सोमवार को पत्रकार सम्मेलन के मार्फ़त जानकारी देते हुए सीबीआई अफसरों ने बताया कि इन सबने फर्जी डिग्री पेश कर मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया और वहां से डॉक्टर बनकर निकले हैं।
हिरासत में लिए गए चिकित्सकों में सप्तरी के बिष्णुपुरा गांवपालिका निवासी 28 वर्षीय मोहम्मद सिद्दिकी, महोत्तरी निवासी 29 वर्षीय सुभाष प्रसाद साह, धनुषा सबैला निवासी 28 वर्षीय मोहम्मद साहिद राजा, मनांग निवासी 31 वर्षीय दीपेन्द्र गौतम, सप्तरी के शंकरपुरा निवासी 31 वर्षीय अखिलेश कुमार देव, महोत्तरी निवासी 27 वर्षीया पल्लवी सिंह व ललितपुर सानेपा के 29 वर्षीय फराज हुसेन खाँ बताए गए हैं।
फर्जी प्रमाणपत्र की आशंका में की गई है गिरफ्तारी
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सीबीआई के प्रवक्ता सह एसपी गंगा पंत ने जानकारी देते हुए कहा कि इन सभी चिकित्सक के बारे में फर्जी प्रमाणपत्र के सहारे चिकित्सक की डिग्री हासिल करने की सूचना पर इन सभी को अलग अलग जगह से हिरासत में लिया गया है । प्रथम अनुसंधान में इन सभी चिकित्सक के द्वारा नकली प्रमाण पत्र पेश कर मेडिकल काउन्सिल के प्रमाणपत्र लेने की बात अनुसन्धान में सामने आई है।
बांग्लादेश में शिक्षा के लिए पेश की फर्जी डिग्री
इन आरोपी चिकित्सक ने बांग्लादेश में मेडिकल कॉलेज में शिक्षा अध्ययन के लिए एसएलसी के मार्कशीट में आवश्यक न्यूनतम योग्यता नहीं होने के बाद भी दाखिला ले लिया। इसके लिए नाम, जन्मतिथि, प्राप्तांक सहित अन्य विवरण को गलत तरीके से एडिट कर दस्तावेज पेश किये। इसी आधार पर मेडिकल काउन्सिल से प्रमाण पत्र लेने की बात अनुसन्धान के क्रम में सामने आई है।
इन अस्पतालों में थे कार्यरत
सीबीआई द्वारा हिरासत में लिए गए मोहम्मद सिद्दिकी न्यूरो हॉस्पिटल विराटनगर में कार्यरत थे। वही दीपेन्द्र गौतम चौरजहारी अस्पताल रुकुम पश्चिम में, मोहम्मद साहिद राजा दीर्घायू गुरु हॉस्पिटल चाबहिल व सुभाष साह के जनकपुर चिल्ड्रन हॉस्पिटल धनुषामा कार्यरत होने की बात सीबीआई ने कही है।