बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र में चल रहा था रेलवे टिकट का अवैध धंधा, RPF ने दो टिकट दलालों को धर दबोचा
कैमूर जिले के कुदरा में हुई छापेमारी, एक ही गांव के रहने वाले हैं दोनों दलाल
धंधेबाजों के पास मिले रेलवे के 101 ई-टिकट, लैपटॉप व मोबाइल भी जब्त
रेलवे टिकट के दलालों के खिलाफ RPF सासाराम की ताबड़तोड़ कार्रवाई से हड़कंप
सासाराम (voice4bihar news)। बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहक सेवा केंद्र की आड़ में चल रहे अवैध रेलवे टिकट बिक्री के बड़े धंधे का रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने भंडाफोड़ किया है। RPF सासाराम की ओर से की गयी छापेमारी में 83 हजार रुपये से अधिक कीमत के 101 से ज्यादा रेलवे टिकट जब्त किये हैं। रेलवे टिकट की दलाली के अड्डे से इतनी बड़ी बरामदगी अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
कुदरा के नेवरास में पकड़े गए टिकट दलाल
बताया जाता है कि RPF सासाराम के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने यह कामयाबी हासिल की। इस टीम में शामिल उप निरीक्षक डीऐ राणावत, राजेश कुमार राय, आरक्षी आरके सुब्रमनियम, आरक्षी अजीत कुमार व आरक्षी सोनू कुमार गुप्ता ने बड़े पैमाने पर चल रहे रेलवे ई-टिकट के कारोबार का खुलासा करते हुए धंधेबाज को धर दबोचा। रोहतास जिले के कुदरा के पास नेवरास निवासी त्रिलोकी सिंह को बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहक सेवा केंद्र की आड़ में अवैध रूप में रेलवे का ई टिकट बनाकर बचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
नोखा व संझौली के बाद कुदरा में भी RPF ने दी दबिश
मंगलवार को दी गयी दबिश में पकड़े गए त्रिलोकी सिंह के ठिकाने से लैपटॉप व मोबाइल के अलावा 70 से ज्यादा रेलवे ई-टिकट बरामद किये गए जिसकी कीमत करीब 50 हजार रुपये बताई जाती है। रोहतास जिले में अवैध रूप से रेलवे ई-टिकट बनाने वालों के खिलाफ RPF ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है, जिससे टिकट दलालों में हड़कंप मच गया है। विगत एक हफ्ते में यह RPF की दूसरी कार्रवाई है, जिसमें टिकट दलालों को पकड़ा गया है। दो दिन पहले ही नोखा व संझौली में छापेमारी कर RPF ने रेलवे टिकट के दो दलालों को पकड़ा था।

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टिकट दलाल के सहयोगी के पास मिले 31 रेलवे टिकट
इसी क्रम में बुधवार 7 जुलाई को भी एक टिकट दलाल को पकड़ा गया। RPF के प्रभारी निरीक्षक के नेतृत्व में सहायक उप निरीक्षक सुशांत दुबे व अन्य जवानों ने कुदरा में पकड़े गए त्रिलोकी सिंह के सहयोगी को धर दबोचा। कुदरा के नेवरास निवासी रमाकांत चंद्रवंशी का पुत्र रंजीत कुमार भी अवैध टिकट कारोबार में त्रिलोकी का सहयोगी था। रंजीत के पास से कई व्यक्तियों के पहचान पत्र का उपयोग कर बनाए गए 31 रेलवे टिकट बरामद हुए हैं। इस ई-टिकट का मूल्य करीब 33 हजार रुपये बताया गया है।
टिकट दलालों के संपर्क में आए लोगों भी खंगाली जा रही हिस्ट्री
RPF अधिकारियों ने बताया कि रंजीत कुमार के पास से अवैध रेलवे टिकट बनाने के कार्य में प्रयुक्त होने वाले उसके मोबाइल को भी जप्त किया गया है। साथ ही त्रिलोकी व रंजीत के संपर्क में रहे अन्य लोगों की भी हिस्ट्री खंगाली जा रही है। दोनों अभियुक्तों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करने की प्रक्रिया चल रही है। उधर RPF की ताबड़तोड़ कार्रवाई से रेलवे टिकट के दलालों में दहशत छा गया है।

रेलवे की संपत्ति चोरी के आरोप में एक शख्स गिरफ्तार
दूसरी ओर RPF सासाराम ने एक और छापेमारी में रेलवे संपत्ति की चोरी के आरोप में एक शख्स को धर दबोचा है। RPF के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत के नेतृत्व में उप निरीक्षक प्रभुनाथ, आरक्षी आरके सुब्रमण्यम, आरक्षी अजीत कुमार, आरक्षी सोनू कुमार गुप्ता व आरक्षी राकेश शर्मा ने कैमूर जिले के भभुआ थाना अंतर्गत पहाड़ियां निवासी अंगद बिंद को पकड़ा है। उसके पास से रेलवे की संपत्ति (सिग्नल केबल) बरामद किया गया है। अंगद को भी रेलवे न्यायालय गया के समक्ष पेश करने की प्रक्रिया जारी है।
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