बिहार के एक करोड़ मतदाता नहीं दे सकेंगे पंचायत चुनाव में वोट
राज्य की 300 पंचायतों के मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए
शहरी निकाय में शामिल होने के कारण नहीं चुन सकेंगे गांव की सरकार
पटना (voice4bihar news)। बिहार में जल्द शुरू होने वाले पंचायत चुनाव में करीब एक करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने ऐसी 300 पंचायतों को चिह्नित किया है, जहां के वोटर मतदान नहीं कर पायेंगे। यह स्थिति नगर निकायों के पुनर्गठन के कारण पैदा हुई है। यानी राज्य के एक करोड़ से अधिक मतदाता अब शहरी क्षेत्र के वाशिंदा माने जाएंगे। इन्हें गांव की सरकार चुनने का मौका इस बार नहीं मिलेगा।
पंचायत चुनाव को लेकर हो रही मतदाता सूची तैयार
बिहार में ईवीएम की कमी और कोरोना काल के कारण टली पंचायत चुनाव प्रक्रिया भले ही अभी शुरू नहीं हुई है लेकिन इसकी हलचल काफी दिनों से जारी है। अभी पंचायत चुनाव को लेकर मतदाता सूची विखंडन का कार्य चल रहा है।
बताया जाता है कि नये नगर निकाय के सृजन के कारण उन पंचायतों के वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटा दिये गए हैं। चुनाव आयोग ने ऐसी तीन सौ पंचायतों को चिन्हित किया है। पंचायत की सूची से हटाए गए वोटरों की संख्या शहरी मतदाता सूची में जुड़ेगी। इसके बाद शहरी वोटर की संख्या 1 करोड़ हो जाएगी। बिहार में अभी आठ हजार के करीब पंचायत हैं।
प्रत्याशियों के नामांकन की प्रक्रिया होगी पारदर्शी
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव योगेन्द्र राम ने बताया कि इस बार पंचायत चुनाव में नॉमिनेशन को पारदर्शी बनाया गया है। कोई भी प्रत्याशी ऑनलाइन के साथ साथ हार्ड कॉपी ले जाकर भी नॉमिनेशन कर सकता है। नॉमिनेशन को प्रतिदिन अपलोड करना होगा। उन्होंने बताया कि ईवीएम की कमी के कारण ग्राम कचहरी और पंच के वोट बैलेट पेपर से कराये जायेंगे। बाकी पदों के लिए ईवीएम का इस्तेमाल किया जायेगा।
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SC-ST, महिला व पिछड़ों को मिलेगा आरक्षण
चुनाव आयोग के सचिव ने बताया कि चुनाव में आरक्षण का लाभ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और उनकी महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों आपदा प्रबंधन को लेकर विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा। कोरोना काल के दौरान पंचायतों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। अगर इस प्रकार की चुनौतियां आती हैं तो उससे निबटने के लिए खास प्रशिक्षण दिया जायेगा।
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पंचायत चुनाव में वोट डालेंगे 6 करोड़ मतदाता
आगामी चुनाव में करीब छह करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। कोरोना को देखते हुए आयोग ने पंचायत चुनाव के दौरान मतदाताओं के साथ मतदान कर्मियों को मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है। पंचायत चुनाव के लिए मतदान के एक दिन पूर्व मतदान केंद्रों को सेनेटाइज किया जाएगा।
सैनिटाइज्ड बूथ पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ होगी वोटिंग
आयोग ने डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत को स्थानीय व्यवस्था के तहत सेनेटाइजेशन कराने को कहा है। आयोग के अनुसार मतदान केंद्र के प्रवेश द्वार पर पारा मेडिकल स्टाफ व आशा कार्यकर्ता थर्मल स्क्रिनिंग करेंगी। मतदान के दौरान आयोग ने हरेक स्तर पर सोशल डिस्टेंसिंग के पालन पर जोर दिया गया है।