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पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के निशाने पर भारतीय रेल, चलती ट्रेन में बम ब्लास्ट करने की साजिश

भारत की खुफिया एजेंसियों को मिले महत्पूर्ण इनपुट के बाद बढ़ाई गयी ट्रेनों की सुरक्षा

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राज्य पुलिस मुख्यालय ने आरपीएफ व जीआरपी के अधिकारियों काे अलर्ट रहने को कहा

नक्सल सुरक्षा सप्ताह व स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर ट्रेनों व स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ाई गयी

दरभंगा विस्फोट की जांच के दौरान NIA ने भी किया है आतंकियों के मंसूबों का खुलासा

पटना (voice4bihar desk) । पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने एक बार फिर अपने खतरनाक इरादे के साथ भारत में सक्रियता बढ़ा दी है। इस बार आईएसआई के निशाने पर बिहार व यूपी से होकर गुजरने वाले रेलगाड़ियां हैं। विशेषकर उन ट्रेनों को बम विस्फोट कर उड़ाने की साजिश रची जा रही है, जिनमें भीड़-भाड़ अधिक हो। माना जा रहा है कि जिन ट्रेनों में प्रवासी मजदूरों का आना-जाना होता है, वे आतंकियों का सहज निशाना हो सकती हैं।

पिछले दिनों बिहार के दरभंगा में हुए पार्सल विस्फोट के बाद भारत की खुफिया एजेंसियों ने तहकीकात शुरू की तो आतंकियों के खतरनाक इरादों का पता चला। हमारी खुफिया एजेंसियों से मिले इस इनपुट पर त्वरित एक्शन लेते हुए राज्य पुलिस मुख्यालय ने रेलवे सुरक्षा बल व जीआरपी को अवगत करा दिया है। साथ ही गोपनीय पत्र भी जारी किया गया है। इसके साथ ही बिहार के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा कड़ी करते हुए रेलवे पुलिस ने कड़ी नजर रखनी शुरू कर दी है।

बिहार व यूपी से गुजरने वाली भीड़-भाड़ वाली ट्रेनों पर निशाना

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के निशाने पर बिहार व यूपी से होकर गुजरने वाली ट्रेनें हैं। खासकर उन ट्रेनों को विस्फोट कर उड़ाने की साजिश है, जिनमें काफी संख्या में प्रवासी मजदूरों का आना -जाना होता है। इन ट्रेनों को निशाना बनाने के पीछे की मंशा यह है कि इनमें काफी भीड़ होने के कारण जानमाल काे अधिक नुकसान होगा। भारतीय खुफिया एजेंसी को इस तरह की इनपुट मिलने के बाद ट्रेनों की सुरक्षा से जुड़े जीआरपीएफ, आरपीएफ के अलाधिकारियों को इससे अवगत करा दिया गया है। साथ ही गोपनीय पत्र भी जारी किया गया है। आतंकी खतरे को देखते हुए ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

पंजाब में मौजूद आतंकियों के स्लीपर सेल रच रहे साजिश

दरअसल भारत की खुफिया एजेंसी के ऐसे सबूत हाथ लगे हैं, जिससे आईएसआई की साजिश का पता चलता है। पता चला कि आईएसआई इन दिनों पंजाब में मौजूद अपने स्लीपर सेल को ट्रेनों में टाईमर बम ब्लास्ट करने के लिए तैयार कर रहा है। इस इनपुट के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के निर्देश बिहार पुलिस मुख्यालय ने जारी किये हैं। निर्देश में कहा गया है कि यात्री ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा कड़ी करते हुए अधिक सर्तक रहने की आवश्यकता है। इसे देखते हुए पटना स्टेशन सहित अन्य स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मंगलवार को पटना जंक्शन पर बम और डॉग स्क्वाड की टीमों द्वारा रेलवे स्टेशन के चप्पे-चप्पे की जांच की।

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जांच एजेंसी व खुफिया एजेंसी को मिले इनपुट में समानता

गौरतलब है कि 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन पर पार्सल में हुए ब्लास्ट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है। इस केस में दबोचे गए आतंकियों से पूछताछ में ट्रेनों के निशाना बनाये जाने को लेकर जानकारी मिली है। जांच में पहले ही इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि पकड़े गए आतंकियों का संबंध पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ है। इस बीच पंजाब में आतंकियों के स्लीपर सेल की सक्रियता का इनपुट मिलने के बाद दोनों तथ्य आपस में जुड़ते नजर आ रहे हैं।

जुलाई में नक्सल सप्ताह और अगस्त में जश्न-ए-आजादी में खलल रोकने की तैयारी

रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ाये जाने के पीछे एक वजह यह भी है कि जुलाई माह में नक्सल सप्ताह मनाने की तैयारी राज्य के कई नक्सली संगठन कर रहे हैं। इसके अलावा अगस्त में स्वतंत्रता दिवस समारोह करने की तैयारी भी चल रही है। इन दोनों मौकों पर व्यवस्था दुरूस्त रखने में सुरक्षा एजेंसियां कोई कोताही नहीं बरतना चाहतीं। दरभंगा पार्सल बम ब्लास्ट के बाद आतंकियों के इरादे सामने आने पर मामला और भी संजीदा हो गया है। पटना रेल एसपी विकाश बर्मन ने बताया कि रेलवे स्टेशनों एवं ट्रेनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

एनआईए ने दरभंगा में पार्सल ब्लास्ट से जुड़े गवाहों के बयान किये दर्ज

दूसरी ओर दरभंगा जंक्शन पर हुए पार्सल ब्लास्ट की जांच के क्रम में फिर दरभंगा पहुंची NIA की टीम ने इस कांड में गवाहों के बयान दर्ज किये। एक बार फिर एनआईए की टीम दरभंगा पहुंची। इस टीम ने प्लेटफार्म नंबर एक पर ब्लास्ट के समय मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों, दुकानदारों व अन्य लोगों के बयान दर्ज किये। साथ ही इस कांड के अनुसंधानक (IO) दरभंगा जीआरपी प्रभारी हारून रशीद ने भी गवाही दर्ज कराई। हालांकि इस मामले में एनआईए या दरभंगा स्टेशन पर मौजूद पुलिस के किसी भी अधिकारी ने मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी।

चलती ट्रेन में विस्फोट कराने की थी साजिश, स्टेशन पर हुआ था केमिकल विस्फोट

गौरतलब है कि पिछले दिनों सिकंदराबाद से दरभंगा पहुंची ट्रेन के पार्सल बोगी से एक कपड़ा भरा बंडल उतारकर जब कुली ने दरभंगा जंक्शन के प्लेटफार्म 1 पर पटका तो उसमें ब्लास्ट हो गया और गट्‌ठर में आग लग गई थी। हालांकि ब्लास्ट बहुत बड़ा नहीं था, लेकिन इसकी जांच में आतंकियों के खतरनाक इरादों का पता चला। केमिकल विस्फोट के मामले में एनआईए की टीम ने कई अपराधियों को गिरफ्तार भी किया है। साथ ही यह भी जानकारी मिली कि यह विस्फोट आतंकवादियों की साजिश थी जो चलती ट्रेन में विस्फोट कराना चाहते थे।

इसे भी देखें : एनआईए पहुंची दरभंगा, पार्सल विस्फोट की जांच में जुटी

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