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पटना के डाटा सेंटर से आयी कॉल, 20 हजार दो, पहली काउंसिलिंग में करायेंगे ज्वाइनिंग

एसटेट की परीक्षा में पास कराने का किया दावा

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पटना (voice4bihar desk)। सोशल मीडिया पर सोमवार को एक मोबाइल कॉल का ऑडियो वायरल हुआ जिसमें एसटेट (STET) रिजल्ट में पास कराने के लिए 20 हजार रुपये मांगे जा रहे हैं। कॉल करने वाला खुद को अभिषेक कुमार मंडल बताते हुए कह रहा है कि वह बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के डाटा सेंटर से बोल रहा है। मंडल ने कॉल एसटेट के परीक्षार्थी को लगाया है जो मुजफ्फरपुर का रहने वाला है। मंडल परीक्षार्थी को उसके आवेदन संख्या और आधार नंबर से लेकर फॉर्म में उसके द्वारा भरे गये सारे डिटेल बताता है ताकि आवेदक को यकीन हो जाये कि फोन करने वाला बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के डाटा सेंटर से ही बोल रहा है।

इसके बाद जब बात आगे बढ़ती है तो कॉलर आवेदक को बताता है कि एसटेट की फाइनल मेरिट लिस्ट बन रही है। इस परीक्षा में आवेदक को कुल 104 नंबर आये हैं जबकि मेरिट के लिए कम से कम 105 नंबर आना चाहिए। कॉलर बताता है कि उसे 20 हजार रुपये देने होंगे। इसके बाद उसे 110 नंबर दिये जायेंगे जिससे उसका नाम फर्स्ट मेरिट लिस्ट में आ जायेगा। इसके साथ ही कॉलर उसे पहली ही काउंसिलिंग में ज्वायन कराने का दावा भी करता है।

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दूसरी ओर, आवेदक को एसटेट की परीक्षा में इतने नंबर आने की उम्मीद नहीं है। परीक्षा में आवेदक का विषय गणित था। उसका कहना है कि उसने केवल 30 सही सवालों के जवाब दिये थे। शेष सवालों के जवाब में उसने तुक्का मारा था। फिर उसे 104 नंबर कैसे आ गये। आवेदक को कॉलर के ठग होने का आभाष है। उसका कहना है कि उसे 60-70 से ज्यादा नंबर नहीं आने चाहिए। साथ ही आवेदक यह भी प्रश्न करता है कि मामला कोर्ट में है तो अभी रिजल्ट कैसे आ सकता है।

कॉलर अपने तर्कों से उसे समझाता है कि रिजल्ट जारी हो रहा है और अगर आज शाम चार बजे तक उसके बताये बैंक अकाउंट में आवेदक पैसा जमा करा देता है तो उसका नाम मेरिट लिस्ट में आयेगा। हालांकि आवेदक को फंसता नहीं देख कॉलर रकम पांच हजार रुपये कम कर देता है और 15 हजार रुपये अकाउंट में डालने को कहता है। पर, आवेदक की सजगता उसे ठगे जाने से बचा लेती है।

इस ऑडियो कॉल की पुष्टि परीक्षा समिति ने नहीं की है। यदि मान भी लिया जाये कि कॉलर का संबंध बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से नहीं है फिर भी यह सवाल तो उठता ही है कि आवेदक के सारे डिटेल फर्जीवाड़ा के धंधे में लिप्त शातिर लोगों तक पहुंचती कैसे है ?

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