अवैध वसूली में नप गए थानेदार समेत 10 पुलिसकर्मी
थाने के ड्राइवर समेत दो पुलिस वालों को भेजा गया जेल
- होमगार्ड के तीन जवानों को छह माह के लिए किया गया कार्यमुक्त
- जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम के सहारे सामने आई इनकी करतूत
- भोजपुर के चांदी, संदेश व ईमादपुर थाने में कार्यरत हैं सभी
- ईमादपुर थानाध्यक्ष सस्पेंड तो चांदी व संदेश के थानेदारों को शोकॉज
आरा (voice4bihar desk) । भोजपुर में ट्रक चालकों से अवैध वसूली में लिप्त पुलिस वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गयी है। एसपी के आदेश पर थाने के एक ड्राइवर सहित दो पुलिस वालों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है । एक थानेदार सहित 10 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है । इनमें तीन एएसआई, डीएपी के चार और वीएमपी के दो जवान शामिल हैं । दो थानाध्यक्षों से शोकॉज भी किया गया है ।
इतना ही नहीं, इसी मामले में होमगार्ड के तीन जवानों को छह माह के लिए कार्यमुक्त कर दिया गया है । जिन पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है वे चांदी, संदेश और इमादपुर थाना में पदस्थापित हैं। ईमादपुर के थानेदार को सस्पेंड कर दिया गया है । चांदी थाना के चालक शिव कुमार सेन और संदेश थाना के होमगार्ड जवान सह चालक धनंजय यादव को जेल भेज दिया गया है । तीनों थानों की पेट्रोलिंग टीम पर भी गाज गिरी है । वसूली के समय मौजूद पेट्रोलिंग टीम के सभी कर्मी सस्पेंड कर दिये गये हैं ।
22 व 23 फरवरी को एसपी के राडार पर थे सभी पुलिस वाले
एसपी हर किशोर राय ने बताया कि 22 व 23 फरवरी की रात जीपीएस ट्रैकिंग से सभी थानों के पेट्रोलिंग वाहनों की जांच की गयी । इसमें तीन थानों की पेट्रोलिंग वाहनों की गलती पायी गयी । जांच के क्रम में अवैध वसूली की बात भी सामने आयी। चांदी थाना के डीएपी चालक के अलावे संदेश थाने के एक होमगार्ड जवान सह ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया । इस मामले में चांदी और संदेश के थानेदार से शोकॉज भी किया गया है । निजी चालक रखने के आरोप में ईमादपुर थानेदार मो . साजिद को भी सस्पेंड कर दिया गया ।
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जीपीएस ट्रैकिंग के आधार पर भोजपुर जिले में पहली कार्रवाई
जीपीएस ट्रैकिंग के आधार पर जिले की पहली कार्रवाई है । इससे अवैध वसूली करने वाले पुलिस कर्मियों में हड़कंप मचा है । लोगों की सुरक्षा के लिये रात में पेट्रोलिंग करने वाली तीन थानों की पुलिस आखिरकार अत्याधुनिक तकनीक व एसपी के ट्रैप में फंस गये । एसपी ने देर रात जब जीपीएस के जरिये पेट्रोलिंग वाहनों की ट्रैकिंग शुरू की तो एक – एक कर रात्रि गति में निकले तीन थानों के अफसर व जवान फंसते गए। एसपी 22 और 23 परवरी की रात जीपीएस से सभी थानों के पेट्रोलिंग वाहनों की जांच शुरू की । करीब दो घंटे तक लगातार चेकिंग की गयी ।
पेट्रोलिंग वाहनों में लगाए गए हैं कैमरे वाले जीपीएस
पेट्रोलिंग में निकले अफसरों व जवानों की मनमानी रोकने के लिये थानों के पेट्रोलिंग वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया गया है । इन वाहनों में कैमरे युक्त जीपीएस लगाये गये है । इससे पेट्रोलिंग वाहन के अंदर और बगल में हो रही गतिविधियों की जानकारी मिलती रहती है । जीपीएस का नियंत्रण कक्ष एसपी ऑफिस में है । ऐसे में एसपी अपने दफ्तर में बैठ कर ही पेट्रोलिंग वाहनों की वॉयस और वीडियो मॉनिटरिंग करते रहते हैं।
जीपीएस में वॉयस व वीडियो मॉनिटरिंग की सुविधा, एसपी ऑफिस में है कंट्रोल
एसपी ने बताया कि सभी पेट्रोलिंग गाड़ियों में जीपीएस सिस्टग लगाये गये है । उसमें वॉइस वीडियो मॉनिटरिंग का भी सिस्टम है । रैडम चेकिंग के दौरान सोगवार की रात में उनके द्वारा चेक किया जा रहा था । करीब दो घंटे तक लगातार मॉनिटरिंग की गयी । उस दौरान तीन जगह ही त्रुटियां पायी गई । एसपी ने बताया अधिकतर जगहों की स्थिति संतोषजनक थी ।