हंगामे और मारपीट के बीच बिहार सशस्त्र पुलिस बिल पारित
पटना (voice4bihar desk)। मंगलवार को दिन भर बिहार विधानसभा के अंदर और बाहर हुए भारी हंगामे और मारपीट के बीच शाम में बिहार सशस्त्र पुलिस बिल पारित हो गया। इसके पहले भारी हंगामे और सदन में मारपीट जैसे माहौल के चलते दिन में पांच बार विधानसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। शाम करीब सात बजे जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई अध्यक्ष ने बिहार सशस्त्र पुलिस बिल को सदन की पटल पर रखा और उसे ध्वनिमत से पारित करार दिया। मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने साफ कहा कि सदन में तोड़फोड़ करने और मर्यादा भंग करने वाले सदस्यों के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जायेगी।
काले अध्याय के रूप में याद किया जायेगा आज का दिन
इसके पहले मंगलवार को जो कुछ भी सदन के अंदर हुआ वह इसके काले अध्याय के रूप में याद किया जायेगा। महिला विधायकों को आगे कर विपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष के आसन को घेर लिया ताकि अध्यक्ष आसन नहीं पहुंच पायें। काफी मान मनौव्व्ल के बाद भी जब विपक्षी सदस्य नहीं माने तो अध्यक्ष ने मार्शल को बुलवाकर विपक्षी सदस्यों को जबरन बाहर करवा दिया। इसके बाद कुछ विपक्षी सदस्य विधानसभा भवन के प्रवेश द्वार पर धरने पर बैठ गये और कुछ अंदर ही जमे रहे और हंगामा करते रहे। इस दौरान नेता विपक्ष तेजस्वी यादव विधानसभा के अपने कक्ष में जमे रहे। उनके साथ उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव भी साये की तरह रहे।
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शाम करीब सात बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले सुरक्षाकर्मियों ने विपक्षी सदस्यों को जबरन विधानसभा से बाहर किया। इस दौरान कई सदस्यों को सुरक्षकर्मियों से उलझते हुए भी देखा गया। हालांकि विपक्षी सदस्यों को बाहर किये जाने के बाद सदन में कामकाज शुरू हुआ। सदन का कार्य शुरू होते ही अध्यक्ष ने बिहार सशस्त्र पुलिस बिल पारित को पारित घोषित कर दिया।
यहां हम आपको बता दें कि विपक्ष बिहार सशस्त्र पुलिस बिल में पुलिस को दिये गये विशेष अधिकारों का लगातार विरोध कर रहा है। विपक्षी नेता तेजस्वी यादव का कहना है कि इस बिल में पुलिस को बिना वारंट के तलाशी और गिरफ्तारी का अधिकार मिल जायेगा जिसका दुरुपयोग होगा। इससे आम लोगों का जीना दूभर हो जायेगा।
राजद, कांग्रेस और माले इस बिंदु पर लगातार सड़क से लेकर सदन तक इस बिल का विरोध कर रहे हैं। आज दिन में जब प्रेम कुमार अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा की गैर मौजूदगी में सदन का संचालन कर रहे थे उस वक्त विपक्षी सदस्यों ने उनकी मेज पर रखी बिल की कॉपी छीनने का प्रयास किया। हालांकि प्रेम कुमार की सदस्यता से विपक्षी सदस्य अपने प्रयास में नाकाम रहे।
इधर राजद के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने बिहार विधानसभा में मंगलवार को विपक्षी सदस्यों पर शासन द्वारा की गयी कार्रवाई पर चर्चा के लिए राज्यसभा के सभापति को नोटिस दिया है। झा ने सभापति को इस संबंध में लिखे पत्र में कहा है कि बिहार विधानसभा में सदस्यों पर बुरी लाठीचार्ज किया गया और उन्हें अपमानित किया गया है। इसलिए राज्यसभा के निर्धारित कार्यक्रम को रद्द कर सस पर चर्चा करायी जाये।
झा ने अपने टवीटर हैंडल पर इस पत्र को जारी करते हुए लिखा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी .आपके इशारे और इरादे के अनुरूप विधानसभा के अन्दर इस तरह की अमानवीय पुलिसिये हमले की गूंज कल संसद में भी सुनाई देगी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इसे मुकम्मल अंजाम तक ले जाकर आपकी विदाई सुनिश्चित करेंगे।