STET-2019 में केवल 24,599 परीक्षार्थी सफल घोषित
पटना (voice4bihar desk)। STET-2019 में केवल 24,599 परीक्षार्थी सफल हुए हैं। इनमें 16,068 माध्यमिक और 8,531 उच्चतर माध्यमिक के लिए पात्र घोषित किये गये हैं। यह आंकड़ा शुक्रवार को राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा जारी STET-2019 के रिजल्ट का है।
माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक को मिलाकर इस परीक्षा में कुल 1,78,516 परीक्षार्थी शामिल हुए थे जिनमें सिर्फ 16 फीसद सफल हुए हैं। इस परीक्षा का आयोजन नौ से 21 सितम्बर 2020 के बीच राज्य के विभिन्न केंद्रों पर किया गया था। पेपर-1 और 2 के लिए आयोजित इस परीक्षा में कुल 15 विषय सम्मिलित किये गये थे। शुक्रवार को इनमें से 12 विषयों के रिजल्ट जारी किये गये जबकि तीन विषयों उर्दू, संस्कृत और विज्ञान के परिणाम बाद में घोषित किये जायेंगे।
दरअसल परीक्षा में कदाचार के आरोप में शिक्षा विभाग ने कुल 106 अभ्यर्थियों को अयोग्य घोषित कर दिया था। बाद में पटना उच्च न्यायालय ने विभाग के इस कदम को गैर जरूरी माना और इन अभ्यर्थियों की पुन: परीक्षा लेने का आदेश दिया। ये अभ्यर्थी उर्दू, संस्कृत और विज्ञान विषयों के दावेदार थे। शेष बचे 106 अभ्यर्थियों की परीक्षा लेने के बाद इन विषयों के परिणाम अलग से जारी किये जायेंगे।
यहां चेक करें अपना रिजल्ट
परीक्षार्थी अपना रिजल्ट www.bsebstet2019.in और biharboardonline.gov.in पर चेक कर सकते हैं। सामान्य श्रेणी के लिए 50 फीसद, अनूसूचित जाति, अनूसूचित जनजाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग और दिव्यांग के लिए 45 फीसद अंक लाना अनिवार्य है। इसी के अनुरूप कटऑफ निर्धारित किये गये हैं।
37,335 शिक्षकों की होनी है बहाली
यहां बता दें कि राज्य में करीब सात साल बाद पिछले साल 28 जनवरी को STET-2019 का आयोजन किया गया था। इसके लिए पूरे राज्य में 317 केंद्र बनाये गये थे। इस परीक्षा के जरिय राज्य के माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में कुल 37,335 शिक्षकों की बहाली की जानी है। इनमें 25,270 शिक्षक माध्यमिक और 12,065 शिक्षक उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में बहाल किये जायेंगे।
परीक्षा को कार्ट में घसीटे जाने के कारण परिणाम में हुई देरी
विज्ञापन
STET-2019 का आयोजन 28 जनवरी, 2020 को पूरे राज्य में किया गया था। परीक्षा के दौरान ही पटना के एएन कॉलेज समेत कई केंद्रों पर परीक्षार्थियों ने आउट ऑफ सिलेबस प्रश्न पूछे जाने को लेकर हंगामा किया। इस दौरान पटना और मुजफ्फरपुर समेत कम से कम चार केंद्रों पर परीक्षा रद्द करनी पड़ी। रद्द केंद्रों की परीक्षाओं का आयोजन फरवरी 2020 में किया गया।
इस बीच कुछ छात्र बिना सिलेबस के परीक्षा लिये जाने को आधार बनाते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग करते हुए पटना हाईकोर्ट चले गये। लंबे इंतजार के बाद पटना हाईकोर्ट ने पिछले हफ्ते इस मामले में अपना फैसला सुनाया। हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग को आगे से बिना सिलेबस के परीक्षा नहीं लेने की हिदायत दी साथ ही पिछली परीक्षा का रिजल्ट जारी करने की अनुमति दे दी।
इसी के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति रिजल्ट जारी करने की तैयारी में जुटा हुआ था। सभी तैयारी पूरी करने के बाद शुक्रवार को शिक्षा मंत्री और अपर मुख्य शिक्षा सचिव ने परिणाम जारी करने की घोषणा की। परिणाम विकास भवन स्थित शिक्षा विभाग के सभागार में जारी किया गया।
हालांकि शिक्षक पात्रता परीक्षा का परिणाम जारी होने के बाद शीघ्र बहाली हो जायेगी इसको लेकर अभ्यर्थियों में अब भी संशय बरकरार है। क्योंकि 2017 में प्राथमिक विद्यालयों के लिए हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा के उत्तीर्ण छात्रों की बहाली प्रकिया अब भी अधर में लटकी हुई है। STET-2019 का नोटिफिकेशन सितंबर 2019 में आया था। पिछले करीब 18 महीने में मामला परिणाम तक पहुंचा है। अभी उत्तीर्ण छात्रों के फॉर्म भरने से लेकर काउंसिलिंग और नियोजन पत्र वितरण में लंबा वक्त लगने की आशंका है।
इन विषयों के लिए खाली हैं इतनी सीटें
माध्यमिक
विषय – सीट
अंग्रेजी – 5054
गणित – 5054
विज्ञान – 5054
सा. विज्ञान – 5054
हिन्दी – 3000
संस्कृत – 1054
उर्दू – 1000
उच्चतर माध्यमिक
विषय – सीट
अंग्रेजी – 2125
गणित – 2104
भौतिकी – 2384
रसा. शास्त्र – 2221
प्राणी शास्त्र – 723
वन. शास्त्र – 835
कंप्यूटर – 1673