गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतिभाओं को मिला सम्मान
मौर्य शक्ति के सदस्यों ने ध्वजारोहण के तिरंगे को दी सलामी
नेशनल खो-खो प्लेयर सोनाली कुशवाहा एवं वालीबॉल के हरिओम पांडे समेत 17 खिलाड़ी सम्मानित
सासाराम (voice4bihar news)। गणतंत्र दिवस के मौके पर मौर्य शक्ति के सासाराम कार्यालय पर ध्वजारोहण किया गया। मौर्य शक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि मौर्य समेत तमाम गणमान्य लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद तिरंगे को सलामी दी। इस मौके पर राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन कर चुके खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मौर्य शक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि मौर्य ने की जबकि मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार राजेश कुमार सिंह मौजूद रहे।
राष्ट्रीय व राज्य स्तर खेल प्रतिभा का जौहर दिखा चुके हैं रोहतास जिले के कई खिलाड़ी
ध्वजारोहण के बाद कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए एक समारोह का आयोजन किया गया जिसमें तमाम खेल प्रतिभाओं को अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र व विश्वगुरु तथागत बुद्ध का प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में राष्ट्रीय स्तर की खो-खो खिलाड़ी सोनाली कुशवाहा, खो-खो प्लेयर व कोच नेहा नाज़, फुटबॉल खिलाड़ी नैंसी कुमारी, सृष्टि कुमारी, अनामिका कुमारी, एथलीट दुर्गा कुमारी व खुशबू कुमारी, वॉलीबॉल प्लेयर राखी कुमारी, एथलीट अमीषा कुमारी, विवेक कुमार व गुड़िया कुमारी, वॉलीबॉल की मनीषा कुमारी, कबड्डी खिलाड़ी हर्षित कुमार, वॉलीबॉल खिलाड़ी अमीषा कुमारी व हरिओम कुमार पांडे शामिल थे। इन सभी खिलाड़ियों ने स्टेट व नेशनल लेवल की खेल प्रतियोगिता में प्रतिनिधित्व कर रोहतास जिले का मान बढ़ाया है।

मौर्य साम्राज्य की गौरवशाली परम्परा का वाहक बनेगा मौर्य शक्ति : रवि
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इससे पूर्व समारोह में उपस्थित सभी लोगों ने भारत के संविधान के प्रति निष्ठा व समर्पण व्यक्त किया। मौर्य शक्ति के गठन के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए रवि मौर्य ने कहा कि मगध की धरती ने प्राचीन काल में अखंड भारत में लोक कल्याणकारी शासन का संचालन किया था। मौर्य वंश के सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य और प्रियदर्शी अशोक महान ने जिस प्रकार विश्व पटल पर जम्बूद्वीप की धाक जमाई उस गौरवशाली इतिहास को जीवंत करने के लिए मौर्य शक्ति का गठन किया गया है।

पर्यावरण प्रेम, लोकोपचार और प्रजा वत्सल जैसी उत्तम अवधारणा को केंद्र में रखते हुए मौर्य वंश के 10 प्रतापी राजाओं ने सही मायने में अखंड भारत की नींव रखी थी। आज संपूर्ण भारतवर्ष उनके प्रति कृतज्ञ है। गणतंत्र दिवस के महत्व पर चर्चा करते हुए श्री मौर्य ने कहा कि यह दुनिया के गौरवशाली संविधान में से एक है। गणतंत्र का उद्भव भी मगध की इसी धरती पर हुआ था। वैशाली के लिच्छवी गणराज्य में सर्वप्रथम गणतंत्र की स्थापना हुई थी।
संविधान के अनुरूप आचरण ही सही संस्कार : राजेश
मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार राजेश कुमार सिंह ने कहा कि भारतीय संविधान ना सिर्फ हमारे लिए एक रूल बुक है, बल्कि यह हर भारतीय के लिए पवित्रतम ग्रंथ भी है। अफसोस है कि संविधान लागू होने के 70 साल बाद भी हम सही मायने में इसकी मूल भावना को लागू करने में सफल नहीं हुए हैं। आज संविधान पर जिस तरह से हमले हो रहे हैं, वह चिंताजनक है।
आज जरूरत है कि देश की नई पीढ़ी इसकी मूल मंशा को समझे और इसका अनुपालन कार्यस्तर, व्यवहार और संस्कार के रूप में करें। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारा हर कर्तव्य संविधान की भावना के अनुरूप हो। कुछ लोग संस्कार के रूप में धार्मिक आचरण सीखने को महत्व देते हैं लेकिन सही मायने में संविधान के अनुरूप आचरण ही हमारा संस्कार होना चाहिये।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष कमेन्द्र कुशवाहा एवं संचालन धनंजय कुशवाहा ने किया, आगत अतिथियों का स्वागत चंदन कुशवाहा ने किया। कार्यक्रम में विष्णु मौर्य भूतपूर्व सैनिक, मंच संचालन धनंजय कुशवाहा, सिगासन सिंह अधिवक्ता, श्रीराम सिंह कुशवाहा प्रखंड अध्यक्ष नोखा, बद्री नारायण सिंह, श्याम नारायण मेहता, अनुज मौर्य, देव नारायण सिंह कुशवाहा हरेंद्र मौर्य आदि गणमान्य लोगों ने भी विचार व्यक्त किये।