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बालू माफियाओं के हमले में थानाध्यक्ष समेत छह पुलिस वाले जख्मी

आरा-छपरा फोरलेन पर हुए बवाल में हुई थी ट्रक खलासी की मौत

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पुलिस का दावा- जाम हटाने गयी थी पुलिस पर किया गया हमला

भीड़ पर दो गाड़ियों पर लदे गैस सिलेंडर लूट कर ले जाने का आरोप

पुलिस जीप से कागजात, केस संबंधित रेकॉर्ड और बैट्री भी ले भागी भीड़

आरा (voice4bihar desk)। आरा-छपरा फोरलेन पर बृहस्पतिवार की शाम बालू माफियाओं के हमले में बड़हरा थानाध्यक्ष सहित आधा दर्जन पुलिस कर्मी जख्मी हो गये हैं। इस दौरान बालू माफियाओं ने सिर्फ पुलिस की गाड़ी तोड़ दी बल्कि पुलिस जीप से कागजात, केस संबंधी रेकॉर्ड और बैट्री भी ले भागे। इस सिलसिले में बड़हरा थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी है। बड़हरा थाने के दारोगा कृष्णा प्रसाद के बयान पर चार सौ से पांच सौ अज्ञात लोगों को आरोपित किया गया है।

पुलिस ने कहा-आत्मरक्षा में चलाई गयी थी भीड़ पर गोली

एफआईआर में भीड़ पर दो गाड़ियों में लदे गैस सिलेंडर लूट कर ले जाने का आरोप भी लगाया गया है। वहीं घटनास्थल से पुलिस को आठ एमएम के तीन खोखे भी मिले हैं। इधर, पुलिस द्वारा आत्म रक्षा के लिये तीन राउंड गोली चलाये जाने की बात कही गयी है। भोजपुर एसपी हर किशोर राय द्वारा प्राथमिकी दर्ज किये जाने की पुष्टि की गयी है। बता दें कि गुरुवार की शाम आरा-छपरा फोरलेन पर पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गयी थी। इस झड़प के दौरान एक ट्रक के खलासी की मौत हो गयी थी। उसके बाद जमकर बवाल मचा था।

बड़हरा थाने के दारोगा कृष्णा प्रसाद के बयान पर पांच सौ अज्ञात पर केस

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प्राथमिकी के अनुसार गुरुवार की शाम बड़हरा थाने की पुलिस आरा-छपरा फोरलेन पर लगे जाम को हटाने गयी थी। तभी भीड़ की शक्ल में आए बालू माफियाओं ने पुलिस पर हमला कर दिया। इस दौरान रोडे़बाजी व फायरिंग की गयी। पुलिस की गाड़ी भी पलट दी गयी। अचानक हुए हमले में कई पुलिस कर्मी चोटिल हो गये। पुलिस का कहना है कि बालू के अवैध धंधे में शामिल लोगों के इशारे पर साजिश के तहत हमला किया गया है। हमले में शामिल लोगों की पहचान और धरपकड़ के लिये छापेमारी की जा रही है।

बालू लदे वाहनों को हटाने पर बिगड़ा मामला और हो गया हमला

भोजपुर जिले के बड़हरा थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के अनुसार गलत लेन में खड़े बालू लदे वाहनों को हटाने पर पुलिस पर हमला किया गया। कहा गया है कि गुरुवार की शाम फोरलेन पर जाम की सूचना पर दारोगा कृष्णा प्रसाद के नेतृत्व में पुलिस जाम हटाने में जुट गयी। फूहां से जाम हटाते पुलिस डोरीगंज गंगा पुल की ओर बढ़ने लगी। डोरीगंज से करीब पांच सौ गज पहले बड़हरा थाने की सीमा पर गलत लेन में खड़े बालू लदे ट्रक और ट्रैक्टर को हटाया जा रहा था।

पुलिस व बालू माफिया की भिड़ंत के दौरान गोली लगने से मृत खलासी का शव देखते लोग।
पुलिस व बालू माफिया की भिड़ंत के दौरान गोली लगने से मृत खलासी का शव देखते लोग।

ढाई सौ से अधिक बालू माफियाओं ने पुलिस पर बोला हमला

इसी बीच करीब 250 की संख्या में बालू माफिया संगठित होकर हथियार के साथ पुलिस का विरोध करने लगे। दारोगा ने विरोध किया तो पुलिस पर हमला कर दिया गया। इसी दौरान उन सभी द्वारा पुलिस जीप पलट दी गयी। उपद्रवी जीप से कागजात और बैट्री सहित अन्य सामान भी ले भागे। अन्य वाहनों में भी तोड़फोड़ की जाने लगी। इसे देख पुलिस टीम सुरक्षित स्थान पर चली गयी। सूचना मिलने पर एसडीपीओ, कोईलवर इंस्पेक्टर और बड़हरा थाना इंचार्ज सहित अन्य अफसर पुलिस बल के साथ पहुंचे। इसके अलावा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से थाना पुलिस को बुलाया गया।

जान बचाने एवं भीड़ हटाने को लेकर पुलिस ने चलायी गोली

पुलिस का कहना है कि भीड़ की ओर से की गयी रोडे़बाजी और फायरिंग से स्थिति अराजक हो गयी थी। माइक से बार-बार हटने और फायरिंग नहीं किये जाने के अनुरोध के बाद भी बालू के अवैध धंधेबाज नहीं आ रहे थे। इसे देखते हुये पुलिस को आत्मरक्षा और भीड़ को हटाने के लिये तीन राउंड गोली चलानी पड़ी। बाद में भोजपुर और सारण से काफी संख्या में पुलिस के पहुंचने के बाद उपद्रवी फायरिंग करते भाग निकले।

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