बिना NOC के ही तैयार हो गया गोदाम, नपं के आगे बीडीओ की एक न चली
नोखा नगर पंचायत में वित्तीय अनियमितता उजागर
लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने पाई गड़बड़ी
प्रखंड विकास पदाधिकारी की रोक के बावजूद ठेकेदार को कर दिया भुगतान
उप मुख्य पार्षद ने कार्यपालक पदाधिकारी व मुख्य पार्षद पर लगाए कई आरोप
रोहतास से अभिषेक कुमार सुमन की रिपोर्ट
voice4bihar desk. नोखा नगर पंचायत ने बगैर NOC प्राप्त किये ही गोदाम निर्माण करा दिया। इस मामले में लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां शिकायत के आलोक में हुई सुनवाई के दौरान वित्तीय अनियमितता साबित हुई है। इस आलोक में नगर कार्यपालक पदाधिकारी नियमानुसार नगर विकास एवं आवास विभाग को कार्रवाई करने का अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी रविंद्र राम ने जारी किया है।
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उप मुख्य पार्षद ने लगाया आरोप
बगैर अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त किए गोदाम निर्माण कार्य कराने के मामले में नोखा नगर पंचायत की मुख्य पार्षद पम्मी वर्मा एवं पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार ने कमीशन के लालच में संवेदक को भुगतान किया। यह आरोप लगाते हुए नगर पंचायत के उप मुख्य पार्षद राजेंद्र कुमार ने बताया कि तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कार्य रोकने के लिए पत्राचार किया था, इसके बावजूद संवेदक को भुगतान किया गया। इसके एवज में कमीशन की उगाही की गयी। इस मामले में 19 नवंबर 2020 को अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां परिवाद दायर कराते हुए राजेंद्र कुमार ने मामले को नई दिशा दे डाली थी।

नगर पंचायत में सियासत गरमायी
दूसरी ओर दायर परिवाद के आलोक में जारी आदेश के बाद मुख्य पार्षद के विरोधी खेमे में लामबंदी शुरू हो गयी है । अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी द्वारा जारी आदेश के बाद नोखा नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा विभागीय कार्रवाई को लेकर नोखा नगर पंचायत का सियासत गर्म हो चुका है। विदित हो कि पिछली सामान्य बैठक में भी 85 फीसदी पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार किया था। 15 सदस्य बोर्ड में मात्र 13 सदस्य पिछली बैठक के पूर्व की दो बैठकों में अनुपस्थित थे।