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बिहार में फिक्स है कोरोना का सरकारी आंकड़ा !

राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किये जा रहे डेली बुलेटिन से उठ रहा सवाल

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पटना (voice4bihar desk)। क्या बिहार में कोरोना का सरकारी आंकड़ा फिक्स हो गया है? यह सवाल राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किये जा रहे डेली बुलेटिन से उठ रहा है। विपक्ष के सरकार पर लगाये जा रहे आंकड़ों को छुपाने के आरोप के बीच हम इस सवाल का जवाब स्वास्थ्य विभाग के इसी डेली बुलेटिन के आधार पर तलाशने की कोशिश करेंगे।

12,000 के आसपास झूल रहा नये कोरोना पीड़ितों का सरकारी आंकड़ा

बिहार का स्वास्थ्य विभाग इन दिनों राज्य में कोरोना से जुड़े आंकड़े जारी करता है। इसमें रोज कितने नये मरीज मिले, कितने की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आयी, कितने स्वस्थ हुए और कितनों की मौत हुई, जैसे आंकड़े होते हैं। सरकारी आंकड़ों के फिक्स होने का सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि 21 अप्रैल, 2021 से 27 अप्रैल, 2021 के बीच के आंकड़े काफी हदतक मिलते-जुलते हैं। 21 अप्रैल को बिहार में कुल 12,221 नये कोरोना मरीज मिले थे जबकि 27 अप्रैल को 12,604 नये मरीज मिले हैं। इन सात दिनों में नये मरीजों के मिलने की संख्या पर गौर करेंगे तो पायेंगे कि यह संख्या 12 हजार से पांच-सात सौ आगे-पीछे झूल रही है।

12 से 21 अप्रैल तक लगातार बढ़ते रहे मरीज

हम थोड़ा और पीछे चलें तो 12 से 21 अप्रैल के बीच नये मरीजों के मिलने की संख्या लगातार बढ़ती रही थी। 12 अप्रैल को 2999, 13 अप्रैल को 4157, 14 अप्रैल को 4786, 15 अप्रैल को 6133, 16 अप्रैल को 6253, 17 अप्रैल को 7870, 18 अप्रैल को 8690 जबकि 19 अप्रैल को 7487 नये मामले दर्ज किये गये थे। 20 अप्रैल को इसमें बड़ा उछाल आया और पहली बार राज्य में 10 हजार से अधिक यानी 10455 कोरोना के नये मामले सामने आये।

25 अप्रैल को सबसे ज्यादा 12795 मरीज मिले

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21 अप्रैल को भी नये मामलों में उछाल जारी रहा और इस दिन 12221 नये मामले सामने आये। लेकिन इसके बाद नये मामले लगभग फिक्स हो गये जबकि अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की किल्लत होने लगी और मरीजों की मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ने लगा। 22 अप्रैल को 11489, 23 अप्रैल को 12672, 24 अप्रैल को 12356, 25 अप्रैल को 12795, 26 अप्रैल को 11801 और 27 अप्रैल को 12604 नये मामले सामने आये।

जांच का दायरा बढ़ाने की जरूरत

खास बात है कि पूरे महीने बिहार में 80 हजार से एक लाख लोगों की रोज कोरोना जांच हो रही है। संभव है कि जांच का दायरा बढ़ाने पर आंकड़े और बढ़ेंगे। क्योंकि अब जैसी खबरें आ रहीं हैं उसके मुताबिक अब कोरोना गांव गांव में अपने पैर पसार चुका है। गांव के लोग कोरोना की जांच कराने से बच रहे हैं।

21 अप्रैल से अब तक 466 लोगों की जा चुकी है जान

हालांकि 21 अप्रैल से अब तक सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बिहार में 466 कोरोना पीड़ितों की मौत हो चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा 85 कोरोना पीड़ितों की मौत पिछले 24 घंटे में हुई। यानी पिछले 24 घंटे में बिहार में हर घंटे तीन से अधिक कोरोना पीड़ितों ने अपनी जांन गंवाई।

तेजी से गिर रही है रिकवरी रेट

सबसे चिंता की बात है कि बिहार में कोरोना पीड़ितों की रिकवरी रेट तेजी से गिर रही है। एक अप्रैल को जहां रिकवरी रेट 98.69 थी वह 27 अप्रैल का घटकर 77.43 हो गयी है। इसके अलावा सक्रिय मरीजों की संख्या भी तेजी से दुगुनी हुई है। 18 अप्रैल को बिहार में 44700 सक्रिय मरीज थे जबकि 27 अप्रैल को यह संख्या बढ़कर 94275 हो गयी है।

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