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चार साल इंतजार के बाद आया 64वीं बीपीएससी का फाइनल रिजल्ट

फतुहा के ओम प्रकाश टॉपर, कुल 1454 अधिकारी मिले बिहार को

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पटना (Voice4bihar desk)। चार साल के कठिन इंतजार के बाद रविवार को बीपीएससी 64वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का फाइनल रिजल्ट प्रकाशित कर दिया गया। इस परीक्षा के माध्यम से बिहार सरकार को 1454 नये अधिकारी मिल गये हैं। फतुहा के ओम प्रकाश गुप्ता ने पहला स्थान हासिल किया है।

बताया जाता है कि ओम प्रकाश आईआईटी रुड़की से इंजीनियरिंग करने के बाद इस परीक्षा में शामिल हुए थे। आयोग द्वारा जारी रिजल्ट के अनुसार, बिहार प्रशासनिक सेवा के लिए 28 और बिहार पुलिस सेवा के लिए 40 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। अजीत कुमार बिहार पुलिस सेवा के टॉपर बने हैं। हालांकि कुल मिलाकर उन्हें छठा स्थान हासिल हुआ है। परीक्षा में सबसे ज्यादा 566 राजस्व अधिकारी के पद के लिए पास घोषित किये गये हैं।

परीक्षा का कट ऑफ मार्क्स अनारक्षित और पिछड़ा वर्ग के लिए 535 रहा। स्वतंत्रता सेनानी के ग्रैंड चाइल्ड का 517, ईबीसी 516, एसटी 514, एसटी महिला 513, अनारक्षित महिला का 513, बीसीएल 510, बीसी महिला 511,  ईबीसी महिला 495, एससी 490 और एससी महिला का न्यूनतम 473 अंक पर चयन किया गया है। दिव्यांग श्रेणी में अस्थि बाधित 500, दृष्टबाधित 459, मूक बधिर 423, और मनोविकार दिव्यांग का कट ऑफ मार्क्स 368 रहा है।

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इस परीक्षा का विज्ञापन 2017 में प्रकाशित हुआ था। 15 सितंबर 2018 को प्रारंभिक परीक्षा हुई जिसका रिजल्ट 30 जनवरी 2019 को आया। 2019 में ही 27 से 31 मार्च तक मुख्य परीक्षा हुई जिसका रिजल्ट करीब दो साल बाद 24 जनवरी 2021 को आया। एक दिसम्बर से 10 फरवरी तक हुए साक्षात्कार के बाद अब जाकर आयोग ने अंतिम परीक्षाफल का प्रकाशन किया है।

आयोग के अनुसार, 64 वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के मुख्य ( लिखित ) परीक्षा में सफल कुल 3799 उम्मीदवारों को मौखिक परीक्षा के लिए बुलाया गया था। साक्षात्कार में कुल 128 उम्मीदवार अनुपस्थित रहे जबकि 3671 शामिल। इनमें कुल 31 ऐसे उम्मीदवारों की दावेदा रद्द कर दी गया जो साक्षात्कार के जाति प्रमाण पत्र / क्रीमीलेयर प्रमाण पत्र / दिव्यांगता प्रमाण पत्र / स्वतंत्रता सेनानी के पोता / पोती / नाती / नतिनी होने संबंधी प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं कर सके। इस अवस्था में इन उम्मीदवारों को अनारक्षित श्रेण में कट ऑफ मार्क्स अंक प्राप्त नहीं करने समेत अन्य के कारण इनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी गयी। इसके अलावा इसके अलावा 60 अन्स उम्मीदवारों की दावेदारी भी भिन्न कारणो से रद्द कर दी गयी।

इस प्रकार शेष 3611 उम्मीदवारों की, उनकी मुख्य ( लिखित ) परीक्षा तथा साक्षात्कार में प्राप्त अंकों के योग के अनुसार इनमें से 1454 उम्मीदवारों को राज्य संवर्ग / सेवा में नियुक्ति के लिए सफल घोषित किया गया है। इनमें बिहार प्रशासनिक सेवा के 28 बिहार पुलिस सेवा के 40, कॉमर्सियल टैक्स ऑफिसर के 10, जेल अधीक्षक के दा, सब रजिस्ट्रार/ज्वाइंट सब रजिस्ट्रार के आठ, उप चुनाव अधिकारी के आठ, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा के 13, नियोजन पदाधिकारी/जिला नियोजन पदाधिकारी के 13, जिला ऑडिट ऑफिसर के चार, सहायक निबंधक को ऑपरेटिव सोसाईटी के 24, विधानसभा जनसम्पर्क पदाधिकारी के दो, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी के छह, बिहार विधानसभा के सेक्सन ऑफिसर के 25, बिहार प्रोबेशन सेवा के प्रोबेशन पदाधिकारी के 33, समाज कल्याण विभाग में सहायक निदेशक के 40, सुगरकेन ऑफिसर के दो, ग्रामीण विकास विभाग पदाधिकारी के 21, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी के 53, राजस्व सेवा के 566, सप्लाई इंस्पेक्टर के 221, प्रखंड अनुसूचित जाति जन जाति कल्याण पदाधिकारी के 121, म्युनिसिपल कार्यपालक पदाधिकारी के सात, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी के 132 और प्रखंड अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी के 75 पदों के लिए अभ्यर्थियों का अंतिम रूप से चयन किया गया है।

विष्णु कांत राय

भोजपुर के बनौली गांव निवासी रामेश्वर राय के पुत्र विष्णु कांत राय ने 738वां स्थान हासिल किया है। उन्हें प्रखंड अनुसूचित जाति जन जाति कल्याण पदाधिकारी के पद पर चयनित किया गया है।

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