बड़हरा के पूर्व राजद विधायक सरोज यादव गिरफ्तार
बड़हरा थाने के काजीचक से गिरफ्तार किये गये पूर्व राजद विधायक
आरा (voice4bihar desk)। भोजपुर के बड़हरा के चर्चित पूर्व राजद विधायक सरोज यादव को पुलिस ने सात दिसंबर गिरफ्तार कर लिया। बड़हरा थाना क्षेत्र के केशोपुर गांव निवासी पूर्व विधायक को अपने गार्ड से मारपीट और गाली-गलौज करने में काजीचक गांव से गिरफ्तार किया गया है। एसपी विनय तिवारी ने पूर्व विधायक की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
एससी-एसटी एक्ट और अंगरक्षक के साथ मारपीट में पकड़े गये सरोज यादव
उन्होंने बताया कि नवंबर माह में पूर्व विधायक के गार्ड ने उन पर मारपीट और जाति सूचक शब्द का प्रयोग कर गाली-गलौज करने की प्राथमिकी बड़हरा थाने में दर्ज करायी थी। एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। इसी मामले में पूर्व विधायक को गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि पूर्व विधायक सरोज यादव अपने कारनामों को लेकर काफी चर्चित रहे हैं। उन पर पूर्व में थानेदार को धमकी देने और बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के सहायक अभियंता के साथ गाली-गलौज करने सहित पहले से कई मामले दर्ज हैं। पिछले साल भी बीच रोड पर एक आइटीबीपी जवान के साथ मारपीट को लेकर वह काफी चर्चा में रहे थे। पिछले साल ही बड़हरा इलाके के युवक को धमकी देने का उनका ऑडियो भी वायरल हुआ था। उसे लेकर भी हाई वोल्टेज ड्रामा चला था।
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उस मामले में भी एससी-एसटी थाने में केस हुआ था। हालांकि अधिकतर मामलों में वह जमानत पर हैं। गार्ड के साथ मारपीट में भी पूर्व विधायक की ओर से अग्रिम जमानत की अर्जी दी गयी थी। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
छह माह में पांच जवानों ने पूर्व विधायक के साथ ड्यूटी करने से किया इनकार
पूर्व विधायक सरोज यादव के व्यवहार से उनके अंगरक्षक काफी परेशान रहते हैं। छह माह में पांच जवानों ने उनके साथ काम करने ने इनकार कर दिया है। सभी ने भोजपुर एसपी को आवेदन देकर पूर्व विधायक के पास गार्ड के रूप में नहीं भेजे जाने की गुहार लगाई है। एसपी ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि जवानों की ओर से दिये गये आवेदन में सभी ने पूर्व विधायक सरोज यादव पर गाली-गलौज और मारपीट करने के साथ गलत बात करने की भी शिकायत की है।
पूर्व विधायक के गलत व्यवहार के कारण अब कोई जवान उनके साथ काम करने को तैयार नहीं है। बता दें कि पूर्व विधायक को अभी दो गार्ड मिले हैं। हालांकि पूर्व विधायक को एक गार्ड देने का ही प्रावधान है। लेकिन पूर्व विधायक के अनुरोध पर पटना मुख्यालय द्वारा एक अतिरिक्त गार्ड उपलब्ध कराया गया था। अब पुलिस उनका गार्ड क्लोज करने की तैयारी में है।