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भटकती आत्मा की तरह अविश्वसनीय हो चुके हैं उपेन्द्र कुशवाहा : श्रीभगवान

जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीभगवान सिंह कुशवाहा ने उपेन्द्र कुशवाहा पर साधा निशाना

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अभिषेक कुमार सुमन के साथ बजरंगी कुमार की रिपोर्ट

Voice4bihar News. जदयू संसदीय बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सह पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने जनता दल यूनाइटेड का दामन छोड़ कर नई पार्टी का गठन करते हुए जो सवाल उठाए, उस पर जदयू की तरफ़ से कड़ी प्रतिक्रिया आ रही है। पार्टी गठन के साथ ही उपेन्द्र कुशवाहा के विरुद्ध जनता दल यूनाइटेड के नेताओं द्वारा लगातार हमला किए जाने का सिलसिला शुरू हो चुका है। प्रदेश से लेकर प्रखंड तक बयान बाजी जारी है।

इसी कड़ी में आज सासाराम सर्किट हाउस में पहुंचे बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री भगवान सिंह कुशवाहा ने भी मीडिया से मुखातिब होते हुए कड़े प्रहार किए हैं। भगवान सिंह कुशवाहा ने उपेंद्र कुशवाहा को भटकती आत्मा तक कि संज्ञा देते हुए कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा अपनी राजनैतिक विश्वसनीयता को खो दी है।

कोइरी जाति के सर्वमान्य नेता नहीं हैं उपेन्द्र

उपेन्द्र कुशवाहा को कोईरी जाति के सर्वमान्य नेता के सवाल पर पूर्व मंत्री ने कहा कि कुशवाहा बहुल क्षेत्रों से चुनाव हारने वाला कुशवाहा का नेता कैसे हो सकता है। उपेन्द्र कुशवाहा के विरूद्ध दलील देते हुए श्रीभगवान सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं सहित वोट बैंक को असली पूंजी और नेताओं की ताकत बताया और कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा के शीर्षस्थ पुराने साथियों ने साथ छोड अन्य दलों में सम्मानजनक स्थिति में स्थापित हैं।

सासाराम परिसदन में जदयू नेताओं के साथ पूर्व मंत्री श्री भगवान सिंह कुशवाहा।

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उपेन्द्र सात बार चुनाव लड़े लेकिन सिर्फ 2 बार जीते

श्रीभगवान कुशवाहा यहीं नहीं रूके। उन्होंने ने उपेन्द्र कुशवाहा के राजनैतिक सफरनामे पर चर्चा करते हुए यहां तक कह दिया कि उपेन्द्र कुशवाहा सात बार चुनाव लडे लेकिन दो बार जीते तो एक बार नीतीश कुमार के संरक्षण में और दूसरी बार एनडीए के संरक्षण में बाकी हमेशा हारे और कुशवाहा बहुल इलाके से हीं हारे। ऐसी परिस्थिति में कैसे उनको कुशवाहा नेता बोलना उचित है।श्रीभगवान सिंह ने मीडिया के पाले प्रश्न उछालते हुए यह बात कह डाली।

जनाधार विहीन नेता बताया

श्रीभगवान सिंह ने स्पष्ट तौर पर उपेन्द्र कुशवाहा को जनाधार विहीन ठहराते हुए कहा कि कुशवाहा जाति का वोट उनके साथ न था न है। नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाये जाने में उपेन्द्र कुशवाहा द्वारा किये जाने वाले दावे और लवकुश समीकरण के सवाल पर श्रीभगवान कुशवाहा ने कहा कि अहम भूमिका नीतीश कुमार 2005 से अब तक जब जब मुख्यमंत्री की शपथ ली है, तब तब उपेन्द्र कुशवाहा किस दल में और कहां रहे हैं यह सर्वविदित है। जनता जानती है राजनीति से जुडे लोग भी जानते हैं।

इस मौके पर जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष जमालुद्दीन सिद्धकी, किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव धनंजय भाई पटेल, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष असलम अंसारी, तौसीफ आलम, पंकज प्रताप मौर्य , सुनील कुशवाहा, सहित कई जदयू नेता उपस्थित रहें।

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