चार राज्यों में आहूत नक्सली बंद की पूर्व संध्या पर उड़ाया मोबाइल टावर
जुड़ाही इलाके में हुई घटना, सरकारी भवन भी क्षतिग्रस्त करने की सूचना
औरंगाबाद (voice4bihar news)। बिहार में कई वर्षों से शांत पड़ी नक्सलवाद की आग एक बार फिर सुलगती नजर आ रही है। पिछले दिनों एक ही परिवार के चार लोगों को फांसी पर लटकाने की घटना के चंद दिनों बाद ही औरंगाबाद जिले में एक मोबाइल टॉवर व किसान भवन को विस्फोटक से उड़ा दिया। नक्सलवाद की यह घटना औरंगाबाद जिले के जुड़ाही क्षेत्र में सोमवार की रात सामने आई।
उल्लेखनीय है कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माले ने संगठन के पोलित ब्यूरो मेंबर प्रशांत बोस उर्फ किशन दा की गिरफ्तारी के विरोध में चार राज्यों-बिहार, झारखंड, उतरी छतीसगढ़ एवं उतर प्रदेश में तीन दिवसीय बंद का ऐलान किया था। मंगलवार को शुरू हुए बंद की पूर्व संध्या यानि सोमवार की रात को नक्सलियों ने यह वारदात की। इसके साथ ही लंबे अरसे के बाद अति नक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले में अपनी सक्रियता का पुनः अहसास कराया है।
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नक्सलियों ने किसान भवन का एक हिस्सा ध्वस्त किया
माओवादियों के सशस्त्र दस्ते ने सोमवार की शाम मदनपुर थाना क्षेत्र के जुड़ाही में एक मोबाइल टावर को ब्लास्ट कर उड़ा दिया है। साथ ही किसान भवन को भी क्षतिग्रस्त कर दिए जाने की सूचना है। बीती रात को सूचना मिलते ही मौके के लिए सीआरपीएफ और मदनपुर पुलिस की संयुक्त टीम रवाना हुई है। घटना की अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि जिस इलाके में नक्सलियों ने मोबाइल टावर उड़ाने की घटना को अंजाम दिया है, वह इलाका माओवादियों के बेहद प्रभाव वाला क्षेत्र है। इसे लाल इलाका भी कहा जाना है।

जुड़ाही में कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं नक्सली
जुड़ाही और इस इलाके में नक्सलियों ने पहले भी कई घटनाओं को अंजाम दिया है। गौरतलब है कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने कल यानी 23 नवम्बर से 25 नवम्बर तक संगठन के पोलित ब्यूरो मेंबर व नामचीन माओवादी नेता प्रशांत बोस उर्फ किशन दा और उनकी पत्नी व संगठन की सेंट्रल कमिटी की सदस्या शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में चार राज्यों में बंद का ऐलान किया है। बंद की पूर्व संध्या पर नक्सलियों ने मोबाइल टावर उड़ाने की घटना को अंजाम देकर सनसनी मचा दी है।
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