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घूस लेते रंगेहाथ धराया सब इंस्पेक्टर, एफआईआर से नाम हटाने के एवज में ले रहा था रिश्वत

निगरानी विभाग की टीम ने 10 हजार रुपये के साथ किया गिरफ्तार

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दो दिन पहले हुई थी पुलिस-पब्लिक के बीच हिंसक झड़प

केस में फंसाने के नाम पर दारोगा कर रहा था भयादोहन

मुजफ्फरपुर (voice4bihar news)। पुलिस-पब्लिक के बीच झड़प के एक मामले में एफआईआर से नाम हटाने के एवज में रिश्वत लेना एक सब इंस्पेक्टर को महंगा पड़ गया। निगरानी विभाग पटना की टीम ने गुरुवार की दोपहर जीरोमाइल चौक के समीप से अहियापुर थाना में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर सदरे आलम को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।

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छापेमारी टीम में शामिल निगरानी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दो माह पूर्व अहियापुर थाना क्षेत्र के बखरी चौक पर पुलिस और पब्लिक के बीच झड़प हुई थी। इस मामले में कुछ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। विभागीय अधिकारी के अनुसार बखरी गांव की तवस्सुम आरा नामक महिला के पुत्र आजाद को इस मामले में अभियुक्त बनाए जाने की बात सब इंस्पेक्टर सदरे आलम ने कही। साथ ही उक्त प्राथमिकी से आजाद का नाम हटाने के एवज में दस हजार रुपए रिश्वत की मांग की।

अधिकारी के अनुसार पीड़ित महिला ने इस मामले की लिखित शिकायत निगरानी विभाग पटना में की थी। बताया गया है कि शिकायत के आलोक में निगरानी की टीम से मामले की जांच कराई गई, जिसमें सब इंस्पेक्टर सदरे आलम पर लगाये गए आरोप सत्य प्रमाणित हुए।

अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में गुरुवार की दोपहर बनाई गई योजना के तहत सब इंस्पेक्टर सदरे आलम को जीरोमाइल चौक के पास से उक्त महिला से दस हजार रुपए रिश्वत लेते निगरानी टीम ने गिरफ्तार कर लिया। विभागीय टीम ने गिरफ्तार एसआई के पास से रिश्वत के नगद दस हजार रुपए बरामद कर लिया है।

विभागीय अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल सदरे आलम को पटना ले जाया जा रहा है। पूछताछ के बाद शुक्रवार को इन्हें निगरानी अदालत में पेश किया जाएगा और अदालत के आदेश पर इन्हें जेल भेजा जाएगा।

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