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तांत्रिक के चक्कर में बनी हत्यारन, खुद मां बनने के लिए उजाड़ दी दूसरी मां की कोख

बिहार के मुंगेर जिले में सामने आयी हृदयविदारक घटना, नौ साल की मासूम की बलि दी

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तांत्रिक परवेज आलम के कहने पर चौधरी दंपति ने ली मासूम सपना की जान : एसपी

पुलिस के खुलासे के बाद गांव का माहौल तनावपूर्ण, कोई भी शख्स बोलने को तैयार नहीं

पटना/मुंगेर (voice4bihar news)। बिहार के मुंगेर जिले में 5 दिन पूर्व सनसनी के रूप में सामने आया हत्या का मामला अब हृदय विदारक नजर आने लगा है। आरंभ में ऐसा लगा कि कुकृत्य के बाद किसी ने मासूम बच्ची की नृशंस हत्या कर दी होगी, लेकिन पुलिस ने इस मामले का पटाक्षेप करते हुए ऐसी कहानी बताई कि लोग स्तब्ध रह गए। पुलिस का कहना है कि 9 साल की मासूम सपना के पड़ोस में रहने वाले एक दंपत्ति ने ही तंत्र मंत्र के चक्कर में सपना की हत्या नृशंस तरीके से कर दी।

दरअसल मुंगेर जिले के जमालपुर में एनएच- 80 से सटा फेरदा गांव पिछले 4 दिनों से शोक और आक्रोश में डुबा है। यहां 9 वर्ष की मासूम की लाश जिन परिस्थितियों में मिली थी, उसे देखकर तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे थे। बच्ची की एक आंख निकाली गयी थी, जिससे अंदाजा लगाया गया कि किसी मनोरोगी या सिरफिरे ने कुकर्म के बाद नृशंस हत्या की होगी। आखिरकार पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि तंत्र सिद्धि के लिए बच्ची की आंख निकालने के बाद उसकी हत्या बलि देने के लिए की गई है।

पड़ोसी दिनेश चौधरी व उसकी पत्नी ने चढ़ाई बलि

मुंगेर के पुलिस कप्तान के अनुसार मृतक सपना का पड़ोसी दिनेश चौधरी व उसकी पत्नी ही हत्या के लिए जिम्मेवार हैं। दिनेश की पत्नी कई सालों से मां नहीं बन पाई थी। इसे लेकर आरोपित दंपति ने तांत्रिक से मदद मांगी। तांत्रिक के कहने पर पहले मछली और फिर मुर्गे के आंख की बलि चढ़ाई गयी। इसके बाद भी दिनेश की पत्नी जब मां नहीं बन पाई तो तांत्रिक ने 8 से 10 साल की लड़की की बलि चढ़ाने की शर्त रखी। अपनी गोद भरने के लिए यह दंपति किसी भी हद तक जाने तो तैयार हो गया।

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खगड़िया का रहने वाला है तांत्रिक परवेज आलम

खगड़िया निवासी तांत्रिक परवेज आलम की सलाह के बाद दिनेश चौधरी और उसकी पत्नी इस टोटके को आजमाने की फिराक में लग गए। वे दोनों गांव की मासूम बच्चियों पर नजर रखने लगे। इस दौरान पड़ोस में रहने वाली सपना को उन्होंने सॉफ्ट टारगेट मान लिया। एक दिन मौका मिलते ही दिनेश चौधरी ने बच्ची को लालच दिया और अपने साथ ले गया। वहां तांत्रिक के निर्देश के अनुसार बच्ची की दाहिनी आंख निकाल कर उसे कपड़े में लपेट दिया। इससे असीम दर्द के बाद मासूम सपना ने वहीं दम तोड़ दिया।

पुलिस ने चार लोगों को किया गिरफ्तार लेकिन परिजन संतुष्ट नहीं

मासूम की हत्या के 4 दिन बाद पुलिस ने मामले का तथ्यों के साथ उद्भेदन करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन गांव के लोग पुलिस की इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं दिख रहे है। कुछ लोगों का कहना था कि हत्या से असली दोषी इधर-उधर घूम रहे हैं, जबकि निर्दोष सलाखों के अंदर जा रहे हैं। हालांकि मुंगेर पुलिस ने जब यह खुलासा किया तो परिवार सहित ग्रामीणों को भी थोड़ी देर के लिए विश्वास नहीं हुआ। फिर पुलिस अधीक्षक के दावे और चार अपराधियों की गिरफ्तारी की पुष्टि होने पर सबको यकीन हो गया।

केस में आया नया मोड़ तो ग्रामीणों ने भी मुंह मोड़ लिया

एक तरफ मासूम की हत्या की कहानी बदल गयी तो दूसरी तरफ ग्रामीणों का बर्ताव भी सामाजिक ताने-बाने के अनुसार बदल गया। फेरदा गांव में आज का माहौल बदला बदला सा दिखा। जहां कल तक बच्ची के परिवार के लोग सहित ग्रामीण भी सपना को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकाल रहे थे, वहीं आज कई ग्रामीण इससे अलग होते दिखे। ग्रामीणों का कहना है कि बच्ची की हत्या मामले में पुलिस ने शायद जल्दबाजी में खुलासा किया है। हालांकि एसपी ने स्पष्ट कर दिया कि इस मामले में निर्दोष लोगों को फंसाया नहीं जाएगा, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

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