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कटिहार में रंगदारी नहीं देने पर अपराधियों ने व्यवसायी को मारी थी गोली, छह गिरफ्तार

दो देशी पिस्टल, 11 जिंदा कारतूस सहित अन्य सामान पुलिस ने किया बरामद

रंगदारी नहीं देने पर व्यवसायी को गोली मारने वाले अपराधियों को मीडिया के सामने पेश करते कटिहार के एसपी विकास कुमार।
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विगत 26 जुलाई को कदवा थाना क्षेत्र के सोनौली बाजार में हुई थी वारदात

कटिहार (voice4bihar news)। राज्य के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के पैतृक जिला कटिहार में दो सनसनीखेज मामलों में पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। कटिहार नगर निगम के निवर्तमान मेयर शिवराज पासवान हत्याकांड में जहां पुलिस ने चार नामजद अभियुक्तों को धर दबोचा है, वहीं व्यवसायी सुनील बूबना पर गोली चलाने वाले आधा दर्जन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। सुनील बूबना पर गोलीबारी की घटना विगत 26 जुलाई को कदवा थाना क्षेत्र के सनौली बाजार में हुई थी।

शुक्रवार को समाहरणालय स्थित कार्यालय में एसपी विकास कुमार ने दावा किया कि अपराधियों ने व्यवसायी सुनील बूबना से रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने पर अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी थी। हालांकि इस घटना में व्यवसायी बाल-बाल बच गए थे। उन्होंने कदवा थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। व्यवसायी पर जानलेवा हमले की जानकारी मिलने के बाद एसपी विकास कुमार ने स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया था।

कटिहार पुलिस व पटना एसटीएफ ने अपराधियों को दबोचा

घटना की पूरी पड़ताल के लिए एसपी के आदेश पर पुलिस की एक टीम बनाई गयी, जिसमें बारसोई के अंचल निरीक्षक अरुण कुमार सिंह, कदवा थानाध्यक्ष रंजय कुमार सिंह व मुकेश कुमार, बलरामपुर थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार एवं एसटीएफ पटना की टीम को शामिल किया गया। इस टीम ने तकनीकी अनुसंधान करते हुए 6 अपराधियों को दो देसी पिस्टल, 11 जिंदा कारतूस, 9 एमएम का एक खोखा, मोबाइल व सिम के साथ धर दबोचा है।

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16 जुलाई को अपराधियों ने मांगी थी 1 करोड़ रंगदारी

इस कांड का खुलासा करते हुए एसपी विकास कुमार ने बताया कि 16 जुलाई को व्यवसायी सुनील बूबना से अज्ञात अपराधी ने फोन पर एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी तथा एक अन्य व्यवसायी मनोज सिंह से रंगदारी के रुपए रूप में 40 लाख रुपए मांगे गए। घटना के उद्भेदन के लिए बारसोई के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रेमनाथ राम के नेतृत्व में एक टीम ने वैज्ञानिक अनुसंधान शुरू की तो पाया गया कि इस कांड में अजीत कुमार उर्फ गुड्डू ने एक नंबर का सिम सौरभ कुमार, भास्कर झा, अंकित कुमार सिंह को दिया। इस सिम को इन लोगों ने प्रभात कुमार झा एवं एक अन्य अपराधी को दिया।

19 जुलाई को दालकोला जाकर एक अन्य व्यवसायी से मांगे थे 40 लाख

इस प्रकार इन सभी अपराधियों ने रंगदारी मांगने के लिए एक गैंग बनाया तथा इस सिम को प्रभात कुमार झा ने अररिया जिले के सिमराहा में जाकर चालू किया। 16 जुलाई को भास्कर झा, प्रभात कुमार एवं एक अन्य अपराधी पूर्णिया जिला गए और पूर्णिया जिला से सुनील बूबना एवं एक अन्य व्यवसायी से रंगदारी मांगी। पुनः उसी गैंग ने 19 जुलाई को दालकोला जाकर एक व्यवसायी मनोज सिंह से रंगदारी की मांग कर डाली।

मोटरसाइकिल से पहुंचा व्यवसायी के घर और चला दी गोली

एसपी ने बताया कि गिरोह के सभी अपराधी एक-दूसरे के संपर्क में थे। गैंग का सदस्य सौरव कुमार झा दुर्गा स्थान के पास एक लॉज में रहता था, जहां सभी अपराधियों का आना जाना चल रहा था। अनुसंधान के क्रम में यह बात भी सामने आई कि प्रभात कुमार झा मोटरसाइकिल से व्यवसायी सुनील बूबना के आवास पर 26 जुलाई को पहुंचा था और उनके ऊपर फायरिंग की थी। प्रभात कुमार झा को पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ की तो सारे मामले का उद्भेदन हो गया। इस घटना में शामिल सभी अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया।

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