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जमीन के म्यूटेशन के एवज में रिश्वत ले रहे थे राजस्व कर्मचारी व बिचौलिया, निगरानी विभाग की टीम ने दबोचा

एक आवेदन के निबटारे के लिए मांगे थे 10 हजार रुपये, 5 हजार पर तय हुआ था सौदा

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गिरफ्तार बिचौलिया व राजस्व कर्मी को मुजफ्फरपुर ले गयी निगरानी विभाग की टीम

दरभंगा (voice4bihar news)। भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग के दफ्तरों में रिश्वत लेने की बात कोई नयी नहीं है। यह बात विभाग के मंत्री रामसूरत कुमार भी कई बार सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर चुके हैं। इसकी एक बानगी दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा में दिखी, जहां एक रिश्वतखोर राजस्व कर्मचारी व बिचौलिया को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने धर दबोचा। वे दोनों जमीन के म्यूटेशन के एवज में एक शख्स से 5000 रुपये वसूल रहे थे। निगरानी विभाग की टीम दोनों को पकड़कर मुजफ्फरपुर ले गई है।

निगरानी विभाग की टीम ने घेरा तो भागने लगा बिचौलिया

निगरानी विभाग की टीम ने डीएसपी अरुण पासवान के नेतृत्व में शुक्रवार की दोपहर दरभंगा के सिंहवाड़ा अंचल में धावा बोला। इस दौरान संविदा पर प्रतिनियुक्त सिमरी पंचायत के राजस्व कर्मचारी (बहेड़ी प्रखंड के ददरवारा निवासी) रामप्रसाद राम तथा बिचौलिया सदर प्रखंड के रानीपुर नवटोलिया के शिवनंदन कुमार यादव रंगे हाथ दबोचे गए। हालांकि निगरानी की टीम से घिरता देख बिचौलिया शिवनंदन ने भागने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सका।

रिश्वत के लिए दो माह से टरका रहे थे म्यूटेशन का आवेदन

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दरअसल सिंहवाड़ा स्थित रामपुरा एमबीडी कॉलेज के आदेशपाल राम प्रबोध चौधरी उर्फ जय जय सियाराम ने विजिलेंस ऑफिस मुजफ्फरपुर में 18 अगस्त को शिकायत की थी। आवेदन में राम प्रबोध ने कहा है कि निजी जमीन के दो केवाला का म्यूटेशन व दाखिल खारिज के लिए नौ जुलाई को ऑनलाइन आवेदन किया था। राजस्व कर्मचारी व बिचौलिया विगत दो महीने से इसे टरका रहे थे। इस आवेदन के निबटारे के लिए दस हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहे थे। राम प्रबोध चौधरी ने जब अपनी असमर्थता जताई तो पांच हजार रुपए में काम करने की सहमति बनी।

एक राजस्व कर्मचारी के पास 8 पंचायतों का कार्यभार

शुक्रवार को रिश्वत की राशि भुगतान करने के लिए राम प्रबोध चौधरी सिमरी शुक्रवार हाट स्थित कर्मचारी कार्यालय पहुंचे। कर्मचारी ने पांच हजार रुपये राम प्रबोध चौधरी से अपने हाथ में लिया और बिचौलिया शिवनंदन को थमा दिया। ऐन इसी वक्त निगरानी की टीम आ धमकी और रंगेहाथ दोनों को रुपये के साथ दबोच लिया। बताया जाता है कि राजस्व कर्मचारी के पास हरपुर, सढवाड़ा, अरई बिरदीपुर, सिंहवाड़ा दक्षिणी, रामपुरा, सिमरी, माधोपुर, बस्तवाड़ा व बनौली पंचायत का भी कार्यभार है। इसकी गिरफ्तारी के बाद कई पंचायतों में म्यूटेशन के काम पर असर पड़ेगा

आरटीपीएस काउंटर पर अवैध उगाही का वीडियो हुआ था वायरल

सनद रहे की इसी वर्ष 11 फरवरी को अंचल के आरटीपीएस काउंटर पर अवैध उगाही का वीडीयो वायरल हुआ था, जिसमें डाटा ऑपरेटर ललन कुमार मेहता व बिचौलिया सुरेश यादव आपस में रुपये लेन देन की बात करते दिख रहे हैं। इसके आलोक में डीएम त्यागराजन एसएम के निर्देश पर डीसीएलआर सादुल हसन ने पूरे प्रकरण की जांच की थी। वहीं संविदा पर बहाल डाटा ऑपरेटर व बिचौलिया को अंचलाधिकारी ने हटा दिया था। इधर राजस्व कर्मचारी व बिचौलिए के पकड़े जाने से दिनभर प्रखंड व इलाके में इसकी चर्चा खूब होती रही।

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