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आर्थिक तंगी और शराब की लत ने कर दिया पूरे परिवार का सफाया

एक ही परिवार के पांच लोगों के फंदे पर झूलते मिले शव

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सुपौल (voice4bihar desk)। आर्थिक तंगी और शराब की लत ने पूरे परिवार का सफाया कर दिया। राघोपुर थाना क्षेत्र में एक ही परिवार के पांच लोगों ने फंदे से लटक कर जान दे दी। सुपौल के राघोपुर में रह रहा यह परिचार आर्थिक तंगी से परेशान बताया जा रहा है। माता पिता ने तीन बच्चों के साथ शुक्रवार देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया है।

पुलिस ने बताया कि राधोपुर थाना क्षेत्र के गद्दी वार्ड -12 में रहने वाले पति-पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा एक ही कमरे में फंदे से लटके हुए मिले। मृतक परिवार का मुखिया मिश्रीलाल साह बताया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक पूरे परिवार को पिछले शनिवार को आखिरी बार देखा गया था। इसके बाद से आस-पड़ोस के लोगों ने परिवार के सदस्यों को बाहर आते-जाते नहीं देखा था।

शुक्रवार देर रात घर से आ रही बदबू के बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। लोग वहां पहुंचे तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था। संदेह होने पर लोगों ने घर की खिड़की से झांका तो देखा पांचों फंदे से झूल रहे थे। इसके बाद स्थानीय मुखिया मो. तसलीम ने राघोपुर पुलिस को मामले की जानकारी दी और मामले से वरीय पदाधिकारी को अवगत कराया ।

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देर रात एसपी मनोज कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। शनिवार की सुबह भागलपुर से फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। फॉरेंसिक टीम के अधिकारियों ने अपने सामने दरवाजा खुलवाया और जरूरी साक्ष्य जुटाए। उन्होंने बताया कि फोरेसिक टीम ने माना है कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लगाता है। वैसे विसरा जांच एवं पोस्टमॉर्टम के बाद ही मामला साफ हो पाएगा कि आत्महत्या है या हत्या।

आस-पड़ोस के लोगों ने बताया कि परिवार की आर्थिक हालत बेहद खराब थी। बीते दो सालों से अपनी जमीन बेचकर गुजारा कर रहे थे। परिवार कोयला बेचने का कारोबार करता था जो लॉकडाउन में बंद हो गया था। परिवार के लोगों ने आस-पड़ोस के लोगों से भी मिलना बंद कर दिया था। मृतकों में मिश्री लाल साह (52 वर्ष) पत्नी रेणु देवी (44 वर्ष), बेटी रौशन कुमारी (15 वर्ष) व फूल कुमारी (8वर्ष ) और बेटा ललन कुमार (14 वर्ष) है। ग्रामीणों का कहना है कि मिश्री लाल को अंतिम बार छह मार्च को गांव में ही दुकान पर देखा गया था। वह राशन लेने आया था।

पड़ोसियों का कहना कि मिश्री लाल साह को शराब की भी लत थी। वह अपने हिस्से की 10 कट्ठा जमीन बेच चुका। बाकी बची पांच कट्ठा जमीन अधूरे कागजात होने के कारण नहीं बिक रही थी। इसके कारण तंगहाली बढ़ गई थी। गांव में वह लोगों से कम ही बातचीत करता था। हमेशा नशे में रहता था।

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