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पुलिस को चकमा दे रहे शराब माफिया, कहीं पब्लिक ट्रांसपोर्ट तो कहीं नाव से मंगा रहे शराब

स्लीपर बस के तहखाने में भरकर दिल्ली से मंगाई शराब, सुपौल में पकड़े गए धंधेबाज

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उत्तर प्रदेश से पटना भेजने के लिए नाव में ला रहे थे शराब, भोजपुर पुलिस ने पकड़ा

पटना (Voice4bihar News)। बिहार में शराबबंदी को चुनौती देते हुए शराब माफिया राज्य भर में शराब की आपूर्ति करने से बाज नहीं आ रहे। पुलिस की पहरेदारी को चकमा देते हुए हजारों लीटर शराब बिहार के शहरों व गांवों तक पहुंच रहा है। इसके लिए शराब माफिया तरह-तरह के तिकड़म अपना रहे हैं। कहीं इंटर स्टेट पब्लिक ट्रांसपोर्ट की आड़ में शराब मंगाई जा रही है तो कहीं सड़क की बजाय नाव के सहारे राज्य की सीमा पार करने की कोशिश हो रही है।

सुपौल जिले में एनएच-27 पर स्लीपर बस से पकड़ी गयी शराब

ऐसा ही एक मामला बिहार के सुपौल जिले में सामने आया, जब दिल्ली से आ रही स्लीपर बस के तहखाने से भारी मात्रा में शराब पकड़ी गयी। जिले के किसनपुर थाने की पुलिस ने बुधवार की रात एनएच-27 पर एक स्लीपर बस से यह खेप बरामद की है। थानाध्यक्ष ज्ञान रंजन कुमार ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि दिल्ली से बिहार आ रही उक्त बस में शराब की बड़ी खेप आ रही है।

सूचना के सत्यापन के लिए पुलिस ने जाल बिछाया और थानेदार ने खुद ही एनएच 27 स्थित टोल प्लाजा के समीप वाहन चेकिंग अभियान चलाया। तय समय पर जैसे ही बस टोल प्लाजा के समीप पहुंची तो उसकी तलाशी ली गई। इस दौरान बस की सीट के नीचे बने बॉक्स को जब तोड़कर तलाशी ली गई तो उसमें भारी मात्रा में शराब मिली।

शराब माफिया ने मंगाई थी हर ब्रांड की अंग्रेजी शराब

बस में रॉयल ग्रीन कंपनी के 750 एमएल के 155 कार्टन में रखी 1860 बोतल और उसी कंपनी के 375 एमएल के 9 कार्टन में 88 लीटर शराब मिली। साथ ही सिग्नेचर कंपनी के 750 एमएल के 42 बोतल में 31 लीटर, रेडलेबल कंपनी के 750 एमएल के 24 बोतल, डिस्कवरी कंपनी की 48 बोतल में 36 लीटर, वर्ड वाईज कंपनी के 225 केन में 112 लीटर शराब बरामद हुआ।

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कुल मिलाकर बस के तहखाने में 2940 बोतल में रखी 1786 लीटर शराब बरामद की गयी है। बस नंबर यूपी 52 एटी 2207 के साथ बस चालक मधुबनी जिला के विनोद कुमार, दिल्ली के प्रदीप कुमार सिंह, फरीदाबाद के आकाश कुमार और उत्तर प्रदेश के गोंडा जिला के रूद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर कागजी कार्रवाई पूर्ण करते हुए सभी को न्यायिक हिरासत में सुपौल भेज दिया गया है।

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने की पूछताछ

शराब मामले में गिरफ्तार चारों लोगों से पूछताछ के लिए एसडीपीओ किशनपुर थाने पहुंचे और टीम को शाबाशी दी। सूत्रों के मुताबिक आसन्न दुर्गा पूजा व विधानसभा निर्वाचन में आचार संहिता लगाए जाने की तैयारी को देखते हुए शराब कारोबारियों ने अभी से शराब का स्टॉक करना शुरू कर दिया है। अहम बात यह है कि पुलिस ने इस धंधे में संलिप्त स्थानीय कारोबारी का नाम गुप्त रखा है। इसके पीछे कई तर्क सामने आ रहे हैं। कुछ लोग इसे शराब नेटवर्क पर सख्त कदम के रुप में देख रहे हैं, तो कुछ लोग इसे पुलिस की मजबूरी बता रहे हैं।

आरा में नाव से मंगाई गयी भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद

दूसरी ओर भोजपुर में मद्यनिषेध विभाग ने नाव में भरकर यूपी से मंगाई गयी भारी मात्रा में शराब पकड़ी है। सहायक आयुक्त मद्यनिषेध रजनीश ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि गंगा नदी के रास्ते शराब का परिवहन किया जा रहा है। उन्होंने मद्यनिषेध निरीक्षक प्रकाश चंद्र के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। छापेमारी टीम नदी में लगातार गश्ती कर रही थी, गश्ती के दौरान एक नाव को शक के आधार पर जाँच किया गया।

जप्त शराब का बाजार मूल्य करीब 12 लाख आंका गया

सोन नदी में सुरौधा टॉक के पास (थाना-कोइलवर) में जांच करने पर नाव में भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद किया गया। नाव से कुल 2112 पीस में कुल 825.600 लीटर शराब है, जिसका बाजार मूल्य करीब 12 लाख के करीब आंका गया। शराब की यह खेप उत्तर प्रदेश से पटना भेजी जा रही थी। छापेमारी दल में निरीक्षक प्रकाश चंद्र, अवर निरीक्षक शिवम कुमार झा, सहायक अवर निरीक्षक राजकुमार राजा एवं सहायक अवर निरीक्षक रवि कुमार के साथ साथ मद्यनिषेध सिपाही, सैंप और होमगार्ड के जवान शामिल थे।

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