मां-बाप सांसद और एमएलसी, बेटी बनना चाहती है विधायक, क्या इस बार मिलेगा जनता का साथ
पटना (voice4bihar news)। 32 साल की कोमल सिंह लोजपा (R) की सांसद वीणा सिंह की बेटी हैं। उनके पिता दिनेश प्रसाद सिंह JDU के MLC हैं। बेटी कोमल सिंह बिहार से विधायक बनना चाहतीं हैं। विधायक बनने के लिए कोमल सिंह 2020 से ही प्रयासरत हैं। इस बार भी कोमल सिंह चुनावी अखाड़े में उतर चुकीं हैं। पर, सवाल है कि क्या जनता इस बार उनका साथ देगी या पिछली बार की तरह इस बार भी उन्हें निराशा हाथ लगेगी।
कोमल सिंह पुणे स्थित सिम्बॉयसिस से MBA हैं। MBA की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने कुछ साल तक कॉरपोरेट हाउस में काम किया और फिर माता-पिता से जीन में मिले गुणों के कारण अच्छी-खासी नौकरी छोड़ कर राजनीति में सक्रिय हो गयीं।
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2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (R) की टिकट पर उन्होंने मुजफ्फरपुर जिले की गायघाट सीट से अपना भाग्य आजमाया। 2020 में नीतीश की जिद के कारण चिराग को NDA में इंट्री नहीं मिली। इसके प्रतिशोध में उन्होंने बिहार की 243 में से करीब 135 पर अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए। कोमल सिंह को भी लोजपा (R) ने मुजफ्फरपुर के गायघाट सीट से टिकट दिया।
जब चुनाव परिणाम आए तो कोमल सिंह हार चुकी थीं। 2020 के चुनाव में गायघाट सीट से RJD के निरंजन राय चुनाव जीते थे। दूसरे नंबर पर JDU के महेश्वर प्रसाद यादव रहे थे जबकि कोमल सिंह 36851 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रही थीं। निरंजन राय को 59778 जबकि महेश्वर प्रसाद यादव काे 52221 मत मिले थे।
पिता के JDU से MLC होने और बेटी के JDU के खिलाफ चुनाव लड़ने के कारण मजबूरी ऐसी बनी कि पिता अपनी बेटी के समर्थन में चुनाव प्रचार भी ना कर सका। हालांकि मां वीणा देवी ने भरपूर साथ दिख पर वो जीत नहीं दिला सकीं। 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में बदली हुई परिस्थिति में मां-पापा दोनों कोमल के विधायक बनने के लिए राह में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने के लिए तैयार हैं।