जेन-जी आंदोलन में ठप हुआ भारत व नेपाल के बीच आयात-निर्यात अब पटरी पर लौटा
तबाह हुए भंसार में कहीं टेंट लगा कर तो कहीं वैकल्पिक व्यवस्था के साथ काम सुचारू
नेपाल के जनकपुरधम को छोड़ कर सभी भंसार से सहजता से हो रहा आयात-निर्यात
राजेश कुमार शर्मा की रिपोर्ट
जोगबनी (Voice4bihar News)। जेन–जी आंदोलन के कारण प्रभावित हुए पड़ोसी देश नेपाल का वैदेशिक व्यापार पुन: लय में वापस हो रहा है। आंदोलन के क्रम में संपूर्ण नेपाल के सरकारी संरचना में तोड़ फोड़ करने के साथ ही आगजनी की गई थी, जिसके कारण भारत से जुड़े नेपाल के संपूर्ण वैदेशिक व्यापार नाका ठप हो गया था। लेकिन नई सरकार के गठन के बाद अब भारत से जुड़े नेपाल के आठ व्यापारिक नाका सहज बन रहा है। अधिकांश नाका से आयात–निर्यात की सामग्री भंसार से पास की जाने लगी है।
विराटनगर भंसार पूर्ण रूप से संचालन में
मंगलवार से ठप विराटनगर से पूर्ण रूप से आयात-निर्यात का कार्य शुरू किया जा चुका है। विराटनगर भन्सार प्रमुख उमेश श्रेष्ठ के अनुसार शुक्रवार से अत्यावश्यक वस्तुएं- जैसे पेट्रोलियम पदार्थ, खाना पकाने वाले गैस, कृषि उपज सामग्री की प्राथमिकता के साथ आवाजाही की जा रही है। इनके अनुसार शनिवार को एक सौ से ज्यादा मालवाहक सवारी साधन का जांच पास किया गया था, वहीं रविवार व सोमवार को भी दैनिक डेढ़ सौ के आसपास मालवाहक गाड़ियों को पास किया गया।
मेची भंसार से भी आयात-निर्यात सुचारू
जेन-जी आंदोलन के कारण ठप हुए पूर्वी नाका से होने वाले आयात-निर्यात भी सुचारू हो चुका है। आंदोलन के दौरान भंसार कार्यालय का संपूर्ण सामग्री जल कर पूर्ण नष्ट हो चुका था, जिसके बाद सभी प्रकार के आयात-निर्यात ठप हो गए थे, लेकिन सोमवार से इस भंसार बिंदु से भी सभी प्रकार के आयात-निर्यात सुचारू हो गया। यह जानकारी मेची भंसार कार्यालय काँकडभिट्टा के सूचना अधिकारी ईश्वरकुमार हुमागाईं ने दी है।
इनके अनुसार तत्काल बैठक कक्ष को कार्य स्थान बना कर जाँचपास का कार्य सुचारू किया गया है, जिसके बाद सोमवार से भारत के तरफ से मालवाहक वाहनों को नेपाल प्रवेश कराया जा रहा है। वही झापा के ही दूसरे नाका भद्रपुर को भी सुचारू किए जाने की बात भंसार कार्यालय के प्रमुख अर्जुन प्रसाद सिटौला ने कही है। बता दें कि इस नाका से सिर्फ आयात होता है।

जनकपुर भंसार अबतक नहीं आ सका संचालन में
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जनकपुरधाम भंसार कार्यालय अभी पूर्ण रूप से बंद है। जेन-जी आंदोलन के क्रम में तोड़फोड़ तथा आगजनी होने के बाद भंसार कार्यालय पूर्ण रूप में क्षतिग्रस्त है। भंसार कार्यालय के सूचना अधिकारी राजकुमार गेवा के अनुसार पूर्ण रूपमा क्षति होने के कारण सामान्य रूप से सिर्फ प्रशासनिक कार्य हो रहा है।
बीरगंज से आयात-निर्यात सुचारू
आंदोलन के बाद बीरगंज भंसार कार्यालय से भी आंदोलन के बाद अवरुद्ध रहे आयात-निर्यात नियमित रूप से संचालित किया गया है। भंसार कार्यालय के प्रमुख विष्णुप्रसाद ज्ञवाली के अनुसार आंदोलन के दौरान दो दिन भंसार से जुड़े सभी कार्य ठप हो चुका था।
बेलहिया नाका से भी सुचारू हुआ भंसार नाका
गुरुवार से आंशिक रूप से शुरू हुए रुपन्देही के भैरहवा भंसार कार्यालय रविवार से नियमित रूप से संचालित किया गया है। आगजनी के कारण भैरहवा भंसार कार्यालय परिसर में स्थित बैंक जल गया था। जिसके बाद रविवार से कार्यालय परिसर में टेंट लग कर कार्य सुचारू करने की बात भैरहवा भंसार कार्यालय रुपन्देही के प्रमुख शिवलाल न्यौपाने ने कही है।
इनके अनुसार रविवार को तीन सौ बीस मालवाहक गाड़ियों ने नेपाल में प्रवेश किया था जबकि तीन सौ 15 गाड़ियों को भारत वापस रवाना किया गया। सोमवार को 350 मालवाहक गाड़ियों ने नेपाल में प्रवेश किया था तो 505 गाड़ियां भारत वापस गई थी। इस बात की जानकारी भंसार कार्यालय के अधिकारी ने दी है। वहीं कपिलवस्तु के कृष्णनगर व सुनौली नाका भी संचालन में आ चुका है।
सामान्य अवस्था में संचालित हो रहा नेपालगंज नाका
नेपालगंज स्थित जमुनाहा नाका पूर्ण रूप में संचालन में आने की बात भंसार अधिकृत सह सूचना अधिकारी पवित्रकुमार खड्का ने कही है।
पांच दिन के बाद सहज रूप से संचालित हुआ गड्डाचौकी–वनबासा नाका
जेन-जी के आंदोलन के कारण 5 दिन तक बंद रहे सुदूर पश्चिम के गड्डाचौकी–वनबासा नाका पूर्ण रूप से संचालित हुआ है। रविवार से पूर्ण रूप से संचालन में आए कंचनपुर भंसार कार्यालय गड्डाचौकी के प्रमुख राजनबाबु काफ्ले के अनुसार सोमवार को 50 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त किया गया है।
वहीं, त्रिनगर नाका से भी आयात-निर्यात सुचारू किया गया है कार्यालय को सुचारू करने के साथ ही गौरीफन्टा–त्रिनगर नाका से मालवस्तु का आयात सहज बन रहा है। भंसार अधिकृत एवं कार्यालय के सूचना अधिकारी खिमप्रसाद अर्याल के अनुसार रविवार तक सिर्फ पेट्रोलियम पदार्थों को ही पास किया जा रहा था लेकिन सोमवार से सभी प्रकार केसामग्री की जांच पास की जा रही है।