Voice4bihar News. वैशाली में पवित्र पुष्करणी तालाब एवं ऐतिहासिक मड स्तूप के निकट नवनिर्मित बुद्ध सम्यक संग्रहालय सह स्मृति स्तूप का लोकार्पण करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह हम सभी बिहारवासियों के लिए ऐतिहासिक और गौरव का पल है। हमने बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप के निर्माण कार्य का लगातार निरीक्षण किया ताकि निर्माण कार्य विशिष्ट ढंग से जल्द से जल्द पूर्ण हो सके। इस परिसर का स्वरूप पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी काफी अच्छा बनाया गया है ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को सुखद अनुभूति हो।
मड स्तूप से मिले अवशेषों को पटना म्यूजियम से लाकर स्मृति स्तूप में किया गया स्थापित
सीएम नीतीश ने कहा कि वर्ष 2010 में हम वैशाली में आये और 4 दिन तक यहाँ रहे थे। इस दौरान हमने मड स्तूप, अभिषेक पुष्पकरणी तालाब तथा आसपास के स्थानों को देखा। जब हम मड स्तूप को देखने गये तो पता चला कि मड स्तूप के नीचे मिले अस्थि अवशेषों को पटना म्यूजियम में रखा गया है, तब यह विचार आया कि यहाँ पर एक स्तूप बनाया जाय और उसमें यहाँ से मिले अस्थि अवशेषों को वैशाली में ही रखा जाय।

सैलानियों के आगमन से यहां पर्यटन, संस्कृति और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
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मुख्यमंत्री ने कहा कि बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप के प्रथम तल पर भगवान बुद्ध का पावन अस्थि कलश स्थापित किया गया है। भगवान बुद्ध का अस्थि अवशेष 6 जगहों से प्राप्त हुआ जिसमें वैशाली के मड स्तूप से जो अस्थि अवशेष मिले वह सबसे प्रामाणिक है। इसका जिक्र चीनी यात्री व बौद्ध स्कॉलर ह्वेनसांग ने भी अपनी पुस्तक में किया है। बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप न केवल वैशाली को वैश्विक बौद्ध मानचित्र पर प्रतिष्ठित करेगा बल्कि पर्यटन, संस्कृति और रोजगार को भी नई दिशा देगा।

कार्यक्रम में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा भी रहे मौजूद
कार्यक्रम में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा के अलावा ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री सह वैशाली के प्रभारी मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, कला-संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री मोतीलाल प्रसाद, विधायक सिद्धार्थ पटेल, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने।
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साथ ही बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव सह भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के सचिव प्रणव कुमार, संग्रहालय निदेशालय एवं पुरातत्व निदेशालय की निदेशक श्रीमती रचना पाटिल, तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त राजकुमार, जल संसाधन विभाग के अपर सचिव यशपाल मीणा, तिरहुत प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक चंदन कुशवाहा, वैशाली की जिलाधिकारी श्रीमती वर्षा सिंह, पुलिस अधीक्षक ललित मोहन शर्मा, बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति (बी०टी०एम०सी०) की सदस्य सचिव बौद्ध भिक्षु महाश्वेता महारथी सहित बौद्ध भिक्षुगण, गणमान्य लोग एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।