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चुनाव के ऐन पहले जदयू को बड़ा झटका, औरंगाबाद में पूरी जिला कमिटी ने दिया पदों से इस्तीफा

जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह ने रफीगंज सीट को लेकर जताया रोष

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बोले- शमशान घाट तक देंगे नीतीश का साथ, अन्य सीटों पर करेंगे एनडीए का प्रचार

औरंगाबाद (Voice4bihar News)। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले जदयू में विद्रोह का स्वर थमने का नाम नहीं ले रहा है। छपरा में जिलाध्यक्ष के बगावती तेवर के बाद अब औरंगाबाद में पार्टी की पूरी जिला कमिटी ने पदों से इस्तीफा दे दिया है। चुनाव के ऐन पहले सामूहिक इस्तीफे के बाद औरंगाबाद जदयू में भूचाल आ गया है।

दरअसल, यह सारा विवाद रफीगंज विधानसभा सीट पर प्रमोद सिंह को सिंबल देने को लेकर है। आरोप है कि टिकट मिलने के बाद प्रमोद सिंह ने पार्टी की जिला इकाई को विश्वास में लिये बिना ही नॉमिनेशन दाखिल कर दिया। इससे पार्टी नेताओं में उबाल आ गया। इस बीच पार्टी ने संभावित नुकसान की भरपाई के लिए पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार सिंह को कार्यकारी जिलाध्यक्ष मनोनीत किया है।

ऐसे व्यक्ति का टिकट दिया जो पार्टी का सदस्य भी नहीं

इस्तीफे के बाद जदयू जिलाध्यक्ष रहे पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह ने रविवार को प्रेसवार्ता में कहा कि रफीगंज विधानसभा सीट ने पार्टी ने वैसे व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया है, जो जदयू के प्राथमिक सदस्य भी नहीं है। यदि पार्टी जदयू के किसी नेता को टिकट देती या एनडीए गठबंधन के किसी दूसरे घटक दल के नेता को टिकट दे दिया जाता तो हमारे कार्यकर्ता आहत नहीं होते लेकिन इस तरह की विकट स्थिति उत्पन्न हो जाने से कार्यकर्ताओं की भावना आहत हुई।

रफीगंज को छोड़कर अन्य सीटों पर करेंगे एनडीए का प्रचार

इसी वजह से कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान करते हुए मेरे समेत जदयू की पूरी जिला कमिटी के सभी पदाधिकारियों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। श्री अशोक ने कहा कि हम सभी जदयू में बने रहेंगे और रफीगंज विधानसभा क्षेत्र को छोड़कर औरंगाबाद जिले के शेष सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों में एनडीए गठबंधन के प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे।

शमशान घाट तक देंगे नीतीश कुमार का साथ

पूर्व विधायक ने कहा कि 2009 में मैने जब अपने पिता पूर्व विधायक रामाधार सिंह की मौजूदगी में जदयू ज्वाइन किया था, तब मेरे पिता ने नीतीश कुमार को आश्वस्त किया था कि मेरा बेटा आजीवन उनके साथ रहेगा। कहा कि मैं अपने पिता द्वारा दिए गए वचन पर आज भी कायम हूं और शमशान घाट तक नीतीश कुमार के साथ रहूंगा।

पूर्व विधायक बोले-पद से इस्तीफा दिया है, पार्टी से नहीं

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उन्होंने स्पष्ट किया कि मैंने पद से इस्तीफा दिया है, पार्टी से नहीं। आज भी पार्टी का मैं समर्पित सिपाही हूं और कल भी रहूंगा। कहा कि पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया। 2010 और 2015 में टिकट देकर विधायक बनाया। 2020 में भी पार्टी ने मुझे टिकट दिया लेकिन उसी उम्मीदवार के कारण मुझे हारना पड़ा, जिसे पार्टी ने आज टिकट दे दिया है।

जदयू का झंडा फूंकने व नीतीश कुमार को गाली देने वाला प्रत्याशी मंजूर नहीं

पूर्व विधायक ने रफीगंज से अभी के जदयू प्रत्याशी का नाम लिए बिना कहा कि जिस व्यक्ति ने जदयू का झंडा फूंकने का काम किया है, जिसने हमारे नेता नीतीश कुमार को गाली देने का काम किया है, वह आदमी पार्टी का प्रत्याशी बन गया है। यह कार्यकर्ताओं को मंजूर नहीं है। इससे हमारे कार्यकर्ता बेहद आहत हैं। कार्यकर्ताओं की भावना की कद्र करते हुए पूरी जिला कमिटी ने इस्तीफा दे दिया।

जिला अध्यक्ष के रूप में संगठन को घर-घर तक पहुंचाया

पूर्व विधायक ने कहा कि जदयू जिलाध्यक्ष के रूप में उन्होने पार्टी संगठन को घर-घर तक पहुंचाया। पार्टी में गुटबाजी को समाप्त कराया और पूरे जिले में हर बूथ तक पार्टी का बीएलए-2 बनाया। पद से इस्तीफा देने के बाद भी पार्टी के लिए पूरी तरह समर्पित हूं और रफीगंज को छोड़ कर जिले के शेष सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों में एनडीए प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए काम करूंगा।

जदयू प्रत्याशी बनने के बाद सामान्य शिष्टाचार भी भूल गए पार्टी उम्मीदवार पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने कहा कि जदयू प्रत्याशी बनने वाले व्यक्ति सामान्य शिष्टाचार तक भूल गए। मुझे छोटा भाई कहने वाले बड़े भाई ने मुझसे मिलना तक मुनासिब नहीं समझा। दल का जिलाध्यक्ष होने के नाते उन्हें मुझसे कम से कम मोबाइल पर भी तो बात करनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। जिला संगठन के किसी पदाधिकारी से बात करने के बजाय उन्होने सीधा नामांकन कर दिया।

नए कार्यकारी जिलाध्यक्ष ने यह कहा

इस बीच जदयू की प्रदेश कमिटी ने पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार सिंह को कार्यकारी जिलाध्यक्ष मनोनीत किया है। मनोनयन के बाद कार्यकारी जिलाध्यक्ष ने कहा कि रूठों को मना कर संगठन चलाना जिलाध्यक्ष की जिम्मेवारी होती है। इस जिम्मेवारी को निभाउंगा। रूठों को मनाऊंगा और जरूरत पड़ी तो पार्टी के नए-पुराने लोगों को जिम्मेवारी देकर संगठन को आगे बढ़ाने का काम करूंगा।

रफीगंज के प्रत्याशी प्रमोद सिंह ने कहा-मान जाएंगे छोटे भाई

वही रफीगंज से जदयू प्रत्याशी बने प्रमोद सिंह ने कहा कि अशोक कुमार सिंह हमारे छोटे भाई हैं। मान जाएंगे, उन्हें मना भी लूंगा। कहा कि राजनीति में ऐसी छोटी-छोटी चीजें होती रहती है। कोई रूठता है तो उसे मनाया भी जाता है, हमें पूरी उम्मीद है कि वे भी मान जाएंगे।

फोटो-2 कैप्सन-प्रेसवार्ता को संबोधित करते पूर्व विधायक

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