
बिहार में फिर खदेड़े गए मंत्री जी, मंगल पांडेय के बाद अब श्रवण कुमार पर भड़की पब्लिक
नालंदा के हिलसा में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार को घेर कर हुई नारेबाजी व पथराव
इससे पहले पटना में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को ईंट-पत्थर लेकर लोगों ने दौड़ाया था
बिहारशरीफ (Voice4bihar news)। बिहार सरकार के मंत्रियों के खिलाफ इन दिनों अनायास ही पब्लिक का गुस्सा फूट रहा है। पिछले दिनों पटना में अटल पथ पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के काफिले पर पथराव की चर्चा अभी थमी भी नहीं थी कि बुधवार को ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार को लोगों ने खदेड़ दिया। यह घटना नालंदा जिले में हुई, जिसके बाद मंत्री श्रवण कुमार को किसी तरह बच-बचाकर वहां से निकलना पड़ा।
मंत्री को वहां से निकाला गया, सुरक्षाकर्मियों को आई चोटें
दरअसल, बुधवार को नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र के मलावा गांव में उस समय अफरातफरी मच गयी, जव ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार वहां मातमपूर्ती के लिए पहुंचे थे। ग्रामीणों उन्हें घेर कर विरोध में नारेबाजी की और इस बीच रोड़ेबाजी शुरू हो गयी। सूत्र बताते हैं कि मंत्री जी को भीड़ में घिरता देख किसी तरह वहां से निकाला गया, लेकिन पथराव में कुछ सुरक्षा कर्मी घायल हो गए।

सड़क दुर्घटना में नौ लोगों की मौत पर मातमपूर्ती करने गए थे मंत्री श्रवण कुमार
उल्लेखनीय है कि बीते शनिवार को नालंदा के हिलसा में हुए भीषण सड़क हादसे में मलावा गांव के नौ लोगों की दर्दनाक मौत हो गयी थी। ऑटो में सवार होकर गंगा स्नान के लिए पटना जाते वक्त यह हादसा शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के सिगरियामा गांव के पास हुआ था, जब हाईवा ने सामने से ऑटो में टक्कर मार दी थी। बुधवार को इसी की मातमपुर्सी के लिए स्थानीय विधायक प्रेम मुखिया और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार वहां पहुंचे थे।
पुलिस ने घटना की तहकीकात शुरू की
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आधे घंटे बाद जब सभी लोग मातमपुर्सी कर बाहर निकल रहे थे, उसी दौरान ग्रामीणों ने मंत्री श्रवण कुमार व उनके साथ के लोगों को घेर लिया और अचानक हमला कर दिया। ग्रामीणों की हमले के बाद मंत्री एवं विधायक किसी तरह से जान बचाकर भागे। फिलहाल कई सुरक्षाकर्मियों को चोटें लगी है। इधर घटना की जानकारी मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच कर मामले की जांच में जुट गई है।
मृतक के परिवार से मिलकर लौट रहे मंत्री के खिलाफ नारेबाजी
मातमपुर्सी करने के लिए बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार एव स्थानीय विधायक कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया पहुचे थे।मंत्री व विधायक ने एक एक घर जाकर हादसे में मरने बाले सभी मृतक के परिजनों से मुलाकात कर मृतक के आश्रितों को मुआवजा दिलाने का भरोसा दिया। मृतक के परिवार से मुलाकात कर जब मंत्री और विधायक जाने लगे तभी ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। मंत्री और विधायक कुछ समझ पाते तबतक मुर्दाबाद का नारा लगाते हुए ग्रामीणों का हुजूम मंत्री और विधायक पर टूट पड़ा।
हादसे के पांच दिन बाद भी पीड़ितों को सिर्फ आश्वासन ही मिला, इसलिए भड़के
ग्रामीणों के आक्रोश को भांपते हुए दोनों नेता किसी तरह से सुरक्षा घेरे में भागकर अपनी जान बचाई। हालांकि हमले में मंत्री श्रवण कुमार का एक अंगरक्षक गम्भीर रूप से जख्मी हो गया है। घटना की सूचना मिलने के बाद हिलसा एएसपी शैलजा दल बल के साथ घटनास्थल पहुंची तबतक मामला शांत हो गया था। ग्रामीणों का कहना था कि घटना के पांच दिन बीत गए अभी तक हमलोग को सरकार के तरफ से कोई मदद नहीं मिल पाया है। यहां तक कि हादसे में शिकार हुई चार महिला अभी भी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। उन्हें भी समुचित इलाज नही मिल पा रहा है। लोग आते है और सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन देते जा रहे है।
मंत्री बोले- यह सब होता रहता है, हमलोग झेलते रहते हैं
इस घटना के बाद मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि बीते दिन सड़क हादसे में 9 लोगों की जान चली गई, जो काफी मर्माहत कर देने वाली घटना है। इस दुख की घड़ी में उन परिवार के आंसू पोंछने के लिए यहां आए थे। मृतकों के आश्रितों को सरकार की तरफ से मिलने वाली सहायता राशि दिलाने का भरोसा दिया है। हमले पर मंत्री ने कहा कि यह सब होते रहता है, हमलोग झेलते रहते हैं। ये बिहार है, तरह तरह के लोग हैं। जिन्हें हमारी बात पसंद आती है वे जय-जय कार करते हैं, और जिन्हें पसंद नहीं आते वे विरोध करते हैं। इस हमले में हमारा एक बॉडीगार्ड जख्मी हुआ है।
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