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नेपाल में मानव तस्करी का बदला ट्रेंड, नेपाली युवतियों को दुल्हन बनाकर चीन पहुंचा रहे धंधेबाज

चीन में बेहतर जिंदगी का सपना दिखाकर नेपाली युवतियों की चायनीज युवकों से करा रहे शादी

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चाइना ले जाकर घरेलू नौकर बनाने व शारीरिक शोषण के दलदल में धकेल रहे मानव तस्कर

होटल व रेस्टोरेंट में निवेश के नाम पर बिजनेस वीजा पर नेपाल में मानव तस्करों ने बनाई पैठ

राजेश कुमार शर्मा की रिपोर्ट

जोगबनी (Voice4bihar News)। चीन के लोगों ने नेपाल में मानव तस्करी का नया तरीका इजाद किया है। नेपाली युवतियों को बेहतर जिंदगी का सपना दिखाकर किसी चीनी नागरिक से शादी कराना और फिर उसे वैध तरीके से चीन ले जाकर वहां खरीद-फरोख्त करने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। ऐसी लड़कियों को आखिरकार घरेलू नौकर बनाने एवं देह व्यापार के दलदल में धकेल देने का धंधा किया जा रहा है।

नेपाल में चीनी नागरिकों के अपराधों की तादाद दो वर्षों में बढ़ी

दरअसल, नेपाल में चीनी नागरिकों के अपराध की श्रृंखला बीते दो तीन वर्षों से काफी बढ़ी है। खास कर भारत-नेपाल सीमा से सटे नेपाल के इलाके में इनकी अपराध की लिस्ट लम्बी है। मामला साइबर अपराध का हो या फोन कॉल बाइपास का, या फिर अवैध मुद्रा से लेकर सोने की तस्करी का…। ऐसे अपराधों की लम्बी फेरहिस्त है लेकिन इन सब के बीच अब नेपाली युवतियों की तस्करी का नया मामला सामने आ रहा है।

मानव तस्करी में लिप्त चार चीनी नागरिकों का दिया गया देश निकाला

बताया जाता है कि सीमा पार करने व बीजा नियमों की वजह से मानव तस्करी गिरोह ने यह तरीका अपनाया है, जिसमें वह नेपाली युवती को दुल्हन बनाकर चीन भेजा जाता है। हालांकि बुधवार को ही नेपाल अध्यागमन विभाग ने चीन के चार नागरिकों व नेपाली युवती को नेपाल आने पर प्रतिबंध लगाते हुए देश निकाला किया है। इन पर भी नेपाल की लड़कियों को शादी का झांसा देकर मानव तस्करी में लिप्त होने के आरोप लगा थे। नेपाल से चीन भेजे गए चीनी नागरिकों में रुई झाओ, लुई युफान, पुइजेन अलन वांग व च्या यान शामिल हैं।

नेपाल में होटल व रेस्टोरेंट में निवेश के बहाने नेपाली युवतियों को बना रहे शिकार

बुधवार को नेपाल से वापस चीन भेजे गए चीनी नागरिकों के बारे में जानकारी मिली है कि वे नेपाल में होटल व रेस्टोरेंट में निवेश करने के लिए बिजनेस वीजा पर नेपाल आए और काठमांडू के म्हेपी में अवैध रूप से मैरिज ब्यूरो चला रहे थे। अध्यागमन विभाग के अनुसार, यहां पूरे घर को किराए पर लेकर ये लोग ह्वाट्सएप, इंस्टाग्राम का प्रयोग कर आकर्षक वेतन का प्रलोभन दे कर नेपाली युवतियों को फंसाते थे।

मैरिज ब्यूरो पहुंचीं लड़कियों को काबू में करने के लिए करते थे ब्लैकमेल

झांसे में आकर एक बार जो लड़की इसके पास पहुंचती थी, उसका अश्लील वीडियो फोटो बना कर चीन में रहे अन्य व्यक्ति के साथ ह्वाट्सएप के मार्फत सम्पर्क करवाया जाता था। इसके बाद चिनिया नागरिक से युवती के विवाह का प्रस्ताव रखवाया जाता था। सहज तरीके से प्रस्ताव स्वीकार नहीं करने वाले युवती का नग्न फोटो व वीडियो को पोर्न साइट पर अपलोड करने की धमकी दी जाती थी। इस दौरान एक सौ से ज्यादा नेपाली युवतियों को जबरदस्ती दुल्हन बना कर चीन भेजे जाने का दावा नेपाल के अध्यगमन विभाग ने किया है।

समाज में बदनामी के डर से लिखित शिकायत नहीं कर रहीं युवतियां

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नेपाल अध्यगमन विभाग के प्रवक्ता टीकाराम ढकाल के अनुसार, कई बार पीड़ित लड़कियों ने विभाग को सूचना दी, जिसके आधार पर कार्रवाई भी होती है, लेकिन लिखित शिकायत नहीं मिलने के कारण ये मानव तस्कर सजा से बच रहे हैं। लिहाजा, अध्यगमन विभाग सिर्फ वीजा के दुरुप्रयोग से संबंधित अपराध की धारा में केस दर्ज करना हमारी मजबुरी है। साथ ही कार्रवाई के नाम पर इन धंधेबाजों को नेपाल में प्रवेश के लिए पासपोर्ट को ब्लैक लिस्ट कर वापस भेज देने के अलावा कोई चारा नहीं बचता।

मानव तस्करों के मोबाइल में मिली 150 नेपाली लड़कियों की सूची

प्रवक्ता टीकाराम ढकाल के अनुसार, वापस चीन भेजे गए चार चिनिया नागरिकों के मोबाइल में अनुसंधान के क्रम में 150 नेपाली युवतियों की सूची मिली है। इनमें बड़ी संख्या में खास कर तराई इलाके की लड़कियों की तस्करी की पुष्टि होती है लेकिन अश्लील वीडियो इनके गिरोह के पास होने के डर से कोई भी पीड़िता इनके विरुद्ध लिखित शिकायत देने को तैयार नहीं है।

सिर्फ 50 हजार जुर्माना वसूलकर सभी धंधेबाजों को भेज दिया गया चीन

लिहाजा, अध्यगमन विभाग ने इन लोगों को अध्यागमन के कानून 1992 के 9(1) अनुसार प्रतिव्यक्ति 50 हजार जुर्माना के साथ तीन वर्षों तक नेपाल प्रवेश पर रोक लगा दी है। उक्त कार्रवाई वीजा के दुरुपयोग करने में संलग्न होने के नियम अनुरूप देश से निकलने के कानून के अंतर्गत होने की बात अध्यगमन विभाग के महानिर्देशक रामचन्द्र तिवारी ने कही है।

पीड़ित युवतियों ने बताया- चीन में नेपाली युवतियों का होता है शोषण

चीन से यातना का शिकार हो कर वापस आई कई युवतियों ने पुलिस को इस संबंध में जानकारी दी है। इन लोगों ने मानव तस्करी विरोधी अनुसंधान ब्यूरो को दी गई शिकायत में कहा है कि नेपाल से चीन भेजी गई युवतियों को वहां पर घरेलू मजदूर बनाने के साथ ही शारीरिक शोषण तक किया जाता है।

कानूनी अड़चन के कारण धंधेबाजों पर एक्शन नहीं ले पाती नेपाल पुलिस

मानव तस्करी विरोधी अनुसंधान ब्यूरो के प्रमुख एसएसपी कृष्ण पंगेनी के अनुसार, इन पीड़ित युवतियों की कहानी दर्दनाक है, लेकिन अब कुछ किया नहीं जा सकता। नेपाल में प्रलोभन दे कर शादी के समय पुलिस को इसकी जानकारी नहीं होती। चीन से वापस लौट कर आने के बाद शिकायत मिलती है, जिसके बाद कई कानूनी अड़चन आ जाती है। अगर आरोपी फिर नेपाल आता तो कार्यवाही संभव होती।

समय रहते पुलिस ने रोकी चीनी नागरिक के साथ नेपाली युवती का ब्याह

ऐसे ही एक मामले में बुधवार (26 नवंबर 2025) की मध्य रात को चीनी नागरिक के साथ हो रहे बाल विवाह के बारे में पुलिस को भनक लग गई। जिसके बाद इसे रोकते हुए चीनी नागरिक सहित युवती के पिता को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, सीमा से सटे बारा जिले के करैयामाई गांवपालिका में मुस्लिम समुदाय की 18 वर्षीया नाबालिग व पर्यटक वीजा में नेपाल आए 22 वर्षीय चिनिया नियु युबिन का विवाह बुधवार की रात घर में हो रहा था।

चीनी दूल्हा व नेपाली दुल्हन समेत लड़की के पिता को भी पुलिस ने पकड़ा

पुलिस ने इस शादी को विफल कर दिया और चीन के गान्सु प्रान्त के निवासी युबिन सहित बालिका व इसके पिता बाबुलाई को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना में भी काठमांडू में रह रहे बालिका के रिश्तेदार ने विवाह के लिए सभी को तैयार किया था। पुलिस प्रमुख एसपी नरेन्द्र कुँवर के अनुसार, इन लोगों को जिला पुलिस कार्यालय कलैया में रख कर आगे का अनुसंधान किया जा रहा है। इसमें मानव तस्करी तथा आर्थिक प्रलोभन में आधारित कानून में मामला दर्ज कर सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।

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