छपरा के आर्केस्ट्रा में बेची गई नेपाल की दो किशोरियां बरामद, बिहार पुलिस की मदद से भेजा गया नेपाल
बिहार पुलिस ने आर्केस्ट्रा संचालकों के चंगुल से कराया था मुक्त
चार अन्य नेपाली लड़कियों को भी नेपाल भेजने की कवायद शुरू
राजेश कुमार शर्मा की रिपोर्ट
जोगबनी (Voice4bihar News)। नेपाल से लड़कियों को विभिन्न प्रलोभन दिखा कर तस्करी के माध्यम से नेपाल के दलाल बिहार के आर्केस्ट्रा में बेच रहे हैं। इसका खुलासा तब हुआ जब नेपाल के सिरहा व धनुषा जिले की दो नेपाली किशोरियों को आर्केस्ट्रा संचालकों के चंगुल से मुक्त करा कर नेपाल भेजा गया। इसके साथ ही चार अन्य किशोरियों को भारत से नेपाल लाने की तैयारी की जा रही है।
बिहार पुलिस ने रेस्क्यू कर बाल कल्याण गृह में किया था शिफ्ट
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जानकारी के अनुसार बिहार पुलिस ने इन किशोरियों को एक माह पूर्व ही आर्केष्ट्रा संचालकों के चंगुल से मुक्त करा कर सिवान स्थित बाल कल्याण गृह में आश्रय दिया गया था। जहां से सिरहा व धनुषा जिला प्रशासन के समन्वय में अभिभावक के जिम्मे दिया गया है। मानव तस्कर के विरुद्ध कार्य कर रही सक्रिय संस्था ‘आफन्त नेपाल’ बीरगंज शाखा के शाखा प्रमुख मनु राना के अनुसार, आर्केस्ट्रा संचालकों के चंगुल से मुक्त कराई गयी किशोरियों की उम्र 19 वर्ष है। इनको बिहार पुलिस, आफन्त इंडिया फाउंडेशन व सिवान के बाल कल्याण गृह के समन्वय में नेपाल लाया गया है।
शराब पिलाकर जबरन नचवाते थे आर्केष्ट्रा के लोग
इन दोनों किशोरी में धनुषा की किशोरी तीन महीने पूर्व गांव के ही एक दलाल के मार्फत छपरा स्थित अस्मिता अर्केस्ट्रा समूह में बेच दी गई थी। किशोरी के अनुसार इसके ऊपर निरन्तर मानसिक व शारीरिक यातना दी जा रही थी। शराब का सेवन करवा कर जबरदस्ती नचाने, रूम में बंद कर रखने व काम के बदले पारिश्रमिक भी नहीं दिया जा रहा था। आर्केस्ट्रा में रख कर उत्पीड़न किए जाने की पुष्टि होने पर बिहार पुलिस के द्वारा एक महीने पूर्व रेस्क्यू किया गया था। वही सिरहा की किशोरी एक महीना पूर्व ही छपरा ले जाई गई थी। इस युवती को बिहार पुलिस के द्वारा अर्केस्ट्रा पहुंचने के तीसरे दिन ही रेस्क्यू किया गया था । शाखा प्रमुख राना के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस बाल गृह में और तीन नेपाली युवती । इसके अलावा छपरा के ही अर्केस्ट्रा ग्रुप में बुटवल की एक युवती भी अत्यन्त संकटपूर्ण अवस्था में होने की जानकारी मिलने की बात कही है। वहीं चारों किशोरियों कोजल्द ही बिहार पुलिस के समन्वय में नेपाल वापसी के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू करने की बात कही है।
क्या कहते हैं भारत नेपाल मामले के जानकार
भारत नेपाल मामले के जानकार व भारत नेपाल सामाजिक सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा बताते हैं कि भारत नेपाल की खुली सीमा से मानव तस्करी की बात सामने आती रहती है इसके लिए आम नागरिक को जागरूक होना होगा क्योंकि तस्कर सीमा पार करवाने के लिए लड़कियों को अपने साथ न लें जा कर अकेले भेजता है जिसमें भी परेशानी आती है वही सीमा पर या रेलवे स्टेशन बस स्टैंड पर इस कार्य से जुड़ी कोई संस्था सक्रिय नहीं होना भी मुख्य कारण है वही सीमा पर एसएसबी के जवान समय समय पर मानव तस्कर की गिरफ्तारी की जाती है लेकिन इससे जुड़ी संस्था को भी भारत नेपाल के अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सक्रियता दिखानी होगी।