कोरोना मरीजों के लिए वेंटिलेटर की दरकार, कुछ करिये सरकार!
रोहतास जिले के सदर अस्पताल प्रबंधन से स्वास्थ्य विभाग से लगाई गुहार
कई जिलों में टेक्नीशियन के अभाव में वेंटिलेटर सिस्टम पड़े हैं बेकार
जहानाबाद में शनिवार को शुरू हुई वेंटिलेटर की सुविधा
पटना (voice4bihar news)। कोरोना मरीजों के इलाज के लिए सबसे जरूरी संसाधनों में शामिल ऑक्सीजन सिलेंडर की मारामारी के बीच अब वेंटिलेटर का मसला भी गंभीर होता जा रहा है। राज्य सरकार ने कोरोना मरीजों का इलाज की व्यवस्था हेल्थकेयर सिस्टम के निचले स्तर यानि पीएचसी तक करने की बात कही है, लेकिन हालात यह है कि जिला अस्पतालों में भी कई जगह वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं होने से गंभीर मरीजों का इलाज संभव नहीं हो पा रहा है।
दरअसल जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज हैं, वहां वेंटिलेटर काम कर रहे हैं लेकिन कई जिलों में टेक्नीशियन के अभाव में यह सेवा बंद है। जहानाबाद सदर अस्पताल में शनिवार को ही वेंटिलेटर की सुविधा का शुभारंभ हुआ है। उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के जिला पश्चिमी चंपारण में आंशिक रूप से ही वेंटिलेटर की सुविधा है, जबकि रोहतास जिले में पिछले एक साल से लगाए गए वेंटिलेटर अब तक चालू नहीं हो सके हैं। इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने विभाग को लिखा है।
टेक्नीशियन के अभाव में नहीं काम कर रहा वेंटिलेटर
विज्ञापन
रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम में पिछले वर्ष मार्च महीने में ही सात वेंटिलेटर लगाए गए थे, जो 13 महीनों बाद भी सेवा में नहीं हैं। इसके पीछे मूल वजह इसके संचालन की है। विभाग की ओर से इसे चलाने के लिए डॉक्टर व टेक्नीशियन की व्यवस्था नहीं की गयी है, जिसके कारण लाखों की लागत से लगाए गए उपकरण सिर्फ शोभा की वस्तु बने हुए हैं। वेंटिलेटर के अभाव में गंभीर कोरोना मरीजों की जान बचाने में आ रही मुश्कलों को देखते हुए विभाग को त्राहिमाम संदेश भेजा गया है।
सरकार का आदेश जल्द शुरू करें वेंटिलेटर
एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति सुचारू रखने के साथ ही वेंटिलेटर सिस्टम को तत्काल प्रभाव से चालू किया जाए। वहीं दूसरी तरफ जिला अस्पतालों के पास इसके संचालन के लिए मैन पॉवर नहीं है। सीएम के निर्देश के बाद जिला अस्पताल प्रबंधन मुश्किल में पड़ गया है। रोहतास के सिविल सर्जन डॉ सुधीर कुमार ने बताया कि वेंटिलेटर चालू करने के लिए विभाग को पत्र लिखा जा रहा है। सदर अस्पताल पहुंचने वाले गंभीर मरीजों को वेंटिलेटर के अभाव में एनएमसीएच या अन्य जगहों पर रेफर कर दिया जाता है।
डिप्टी सीएम ने कहा-जल्द बहाल किये जाएंगे वेंटिलेटर टेक्नीशियन

वेंटिलेटर को लेकर जिलों में मचे हाहाकार के बीच उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि जल्द ही वेंटिलेटर संचालन के लिए टेक्नीशियन बहाल किये जाएंगे। पश्चिम चंपारण के बेतिया में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में डिप्टी सीएम ने कहा कि बेतिया में फिलहाल 11 वेंटिलेटर फंक्शनल मोड पर हैं, शेष वेंटिलेटर तकनीशियन के अभाव में फंक्शनल मोड में नहीं है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के सचिव से बात की गयी है। जल्द ही पटना से वेंटिलेटर तकनीशियन की तैनाती जीएमसीएच में की जाएगी। हालांकि डिप्टी सीएम ने राज्य के अन्य जिलों में वेंटिलेटर टेक्नीशियन की बहाली का जिक्र नहीं किया।