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बेउर सेंट्रल जेल में लावारिस रजिस्टर में दर्ज 20 मोबाइल नंबर का क्या है राज!

राज्य के सबसे सुरक्षित जेल में डीएम के नेतृत्व में चार घंटे चली छापेमारी

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दो मोबाइल व सिमकार्ड मिलने से कठघरे में जेल प्रशासन

राज्य के सभी जेलों में एक साथ हुई छापेमारी में मिलीं कई आपत्तिजनक चीजें

Voice4bihar desk. राज्य भर के सभी जेलों में एक साथ हुई छापेमारी में कई जगह आपत्तिजनक चीजें बरामद हुई हैं। जेल में बंद अपराधियों की कई संगीन अपराधों में संलिप्तता सामने आने के बाद जेलों में छापेमारी करने की परिपाटी बनी है। इसके बावजूद हर बार मिलने वाली आपत्तिजनक चीजें यहां की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है।

राजधानी पटना स्थित राज्य के सबसे अधिक सुरक्षित माने जाने वाले बेउर केंद्रीय कारा में डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों की टीम के साथ बुधवार को अहले सुबह छापेमारी की। सुबह 5 बजे से शुरू यह औचक निरीक्षण 4 घंटे तक चला। डीएम ने ऑपरेशन के दौरान सभी वार्डों की सघन तलाशी। निरीक्षण के दौरान वार्ड के एक बंदी के पास से जिओ का एक सिम कार्ड बरामद किया गया । जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित कैदी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया।

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इस दौरान जेल के एक खाली कमरा से सैमसंग के दो मोबाइल तथा दो रजिस्टर बरामद किये गये। रजिस्टर की जांच के क्रम में उसमें पांच बैंक खाता नंबर तथा 20 मोबाइल नंबर लिखे हुए मिले। रजिस्टर किसने यहां रखी और इसमें दर्ज मोबाइल नंबर व खाता संख्या के बारे में अभी पूरी जानकारी नहीं मिली है।

डीएम श्री चंद्रशेखर ने बैंक खाता एवं मोबाइल नंबर की संबद्धता की जांच करने निर्देश पुलिस अफसरों को दिया तथा इसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा। फिलहाल जेल में बरामद आपत्तिजनक चीजों की जब्ती सूची तैयार कर ली गई है, ताकि अग्रेतर कार्रवाई की जा सके। जिलाधिकारी ने जेल मैनुअल के अनुसार सुरक्षा की सुदृढ़ व्यवस्था रखने का सख्त निर्देश दिया है।

बगल में आवास फिर भी आधा घंटा देर से पहुंचे जेल उपाधीक्षक

डीएम के निरीक्षण के दौरान जेल उपाधीक्षक की लापरवाही भी सामने आई। जेल की तलाशी की सूचना दिये जाने के बावजूद जेल उपाधीक्षक संजय कुमार आधा घंटा विलंब से जेल पहुंचे। जबकि उनका आवास बेउर सेंट्रल जेल के समीप ही है और अहले सुबह होने की वजह से ट्रैफिक जाम की समस्या नहीं थी। ऐसे में जेल उपाधीक्षक संजय कुमार के कर्तव्य में लापरवाही को देखते हुए उन्हें शोकॉज देने का निर्देश डीएम ने दिया है। जिलाधिकारी के साथ नगर पुलिस अधीक्षक श्री अशोक कुमार मिश्रा, जेल अधीक्षक श्री सत्येंद्र कुमार, प्रभारी अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर श्री धनंजय कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी फुलवारीशरीफ श्री मनीष कुमार सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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