पोषण ट्रैकर एप्प संचालन में तिलौथू परियोजना रोहतास में अव्वल
तिलौथू परियोजना ने 39.88 फ़ीसदी लाभुकों का विवरण अपलोड किया
डैशबोर्ड इंट्री में अव्वल रहकर तिलौथू ने रोहतास जिले को बनाया था सूबे में प्रथम
रोहतास से बजरंगी कुमार सुमन की रिपोर्ट
सासाराम (Voice4bihar news)। राज्य में पोषण पखवाड़ा के तहत डैशबोर्ड इंट्री में अव्वल रहे रोहतास जिला और जिले में अव्वल तिलौथू परियोजना ने एक बार फिर लंबी लकीर खींची है। सूबे में रोहतास को प्रथम स्थान दिलाने में तिलौथू ने अहम भूमिका निभायी थी। अब पोषण ट्रैकर एप्प संचालन में तिलौथू परियोजना ने जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
क्या है पोषण ट्रैकर एप्प?
महिला व बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए चल रहे अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्र के सभी लाभुकों सहित आंगनबाड़ी संचालन का विवरण पोषण ट्रैकर एप्प पर अपलोड किया जा रहा है। अप्रैल माह से इस दिशा में विभागीय कार्रवाई शुरू हो चुकी है। लाभुकों का खाता संख्या सहित पोषाहार की राशि, टीकाकरण से लेकर टीकाकरण की अग्रिम रणनीति, कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों के वजन, गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण से लेकर अन्य स्वास्थ्य संबंधी जानकारी इस ट्रैकर एप पर लोड करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
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20 हजार से अधिक लाभार्थियों का विवरण इस एप्लीकेशन पर अपलोड
रोहतास जिले की बात करें तो अब तक बीस हजार से अधिक लाभार्थियों का विवरण इस एप्लीकेशन पर लोड किया जा चुका है। पोषण ट्रैकर पर लाभार्थियों का विवरण अपलोड करने के मामले में रोहतास जिले की 28 परियोजनाओं में तिलौथू परियोजना ने 39.88 फ़ीसदी लाभुकों का विवरण लोड करते हुए अव्वल स्थान प्राप्त किया है। इसके पहले मार्च महीने में 31 मार्च तक चले पोषण पखवाड़ा अभियान में डैश बोर्ड इंट्री मामले में भी तिलौथू रोहतास जिले में अव्वल साबित हुआ था। डैशबोर्ड इंट्री के मामले में रोहतास बिहार का नंबर वन जिला साबित हुआ था।
पोषण ट्रैकर एप्प संचालन में शिवसागर डेहरी सदर काराकाट और दिनारा फिसड्डी
पोषण ट्रैकर एप संचालन में सदर प्रखंड सासाराम सहित शिवसागर डेहरी सदर काराकाट दिनारा दावथ राजपुर नौहट्टा सहित आधा दर्जन से अधिक परियोजनाओं की स्थिति संतोषजनक नहीं है ।शिवसागर डेहरी सदर काराकाट और दिनारा सबसे फिसड्डी परियोजना साबित हुआ है।
ट्रैकर एप्प पर हुए कार्य के आधार पर मिलेगा मानदेय
आंगनबाड़ी सेविकाओं को उपलब्ध सरकारी मोबाइल के द्वारा ट्रैकर ऐप के तहत लाभार्थियों के अपलोड जानकारी के आधार पर ही आंगनबाड़ी सेविकाओं का मानदेय भुगतान किया जाएगा। इसके पूर्व कैश एप्प के द्वारा लाभार्थियों की विवरण सहित आंगनबाड़ी संचालन संबंधी जानकारी सेविका अपलोड करती थी, लेकिन विभाग ने कैश एप्लीकेशन को हटाकर पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन लागू किया है।