नशा का यह कारोबार, पीढ़ियां न कर दे तबाह!
नशे के कारोबारियों पर लगाम लगाने में जिला पुलिस विफल
जोगबनी के मुख्य बाजार में नशा के कारोबारी चढ़े एसएसबी के हत्थे
नेताजी चौक का रहने वाला है गिरफ्तार युवक, मुख्य सरगना तक नहीं पहुंच रही पुलिस
जोगबनी (voice4bihar news)। भारत व नेपाल से सटा सीमांचल इलाका इन दिनों नशे के कारोबारियों की गिरफ्त में दिन पर दिन जा रहा है, लेकिन नशे के मुख्य सौदागर या फिर सीमांचल में बैठे ड्रग्स माफिया तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पाते। हालात यह है कि शसस्त्र सीमा बल (SSB) के जवान लगातार नशे के सौदागरों को पकड़कर जिला पुलिस के हवाले कर रहे हैं, लेकिन पुलिस उन पर कार्रवाई नहीं करती। SSB द्वारा पकड़े गए नशे के सौदागर फारबिसगंज से नशीली दवा की ख़रीदारी करने का बयान देते रहे हैं, फिर भी जोगबनी से संचालित यह सिंडिकेट पुलिस की आंखों से ओझल है। हालात यही रहे तो नशे के चक्कर में पूरी पीढ़ी ही तबाह हो जाएगी।
शनिवार को SSB ने भारी मात्रा में नशीली दवा की जब्त
सीमा इलाके में लगातार बढ़ रहे नशीली दवा के कारोबार को देखते हुए SSB 56 वीं वाहिनी जोगबनी बीओपी प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह के नेतृत्व में अभियान चलाया जा रहा है। कैम्प प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि सूचना मिली कि फारबिसगंज से एक टेम्पो में नशीली दवा की भारी खेप जोगबनी के टिकुलिया बस्ती ले जायी जा रही है। सूचना पर कैम्प के जवानों ने खजुरवारी के रास्ते में नाका लगाया, जहां फारबिसगंज से जोगबनी की तरफ आ रहे टेम्पो संख्या BR-38 T 5232 को रोकने का प्रयास किया, लेकिन टेम्पो चालक ने गाड़ी ले कर भागने का प्रयास किया।

आखिरकार SSB के जवानों ने पीछा कर उस टेम्पो को पकड़ लिया। साथ ही टेम्पो से नशीली दवा की खेप ले कर आ रहे जोगबनी के नेताजी चौक 29 वर्षीय जुगल किशोर साह, पिता छोटेलाल साह एवं जोगबनी के ही खजुरवारी निवासी 27 वर्षीय आकाश साह, पिता गणेश साह को हिरासत में लिया है। इस कार्रवाई में कैम्प प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह, जवान बिनोद कुशवाहा, मनोज बिष्ट, पंकज दुबे शामिल थे।
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इन नशीली दवा की हुई है बरामदगी
पकड़े गए टेम्पो की जांच की गयी तो उसमें भारी मात्रा में नशीली दवाएं मिलीं। इनमें डैलएक्स डीसी कफ सिरप 60 पीस, डिजालएब इंजेक्शन 295 पीस, फेनार्गन इंजेक्शन 295 पीस, लुपेजेसिक इंजेक्शन 295 पीस, फेंरमैयिन इंजेक्शन 220 पीस, नाइट्रावेट टेबलेट1500 पीस, स्पस्मोप्रोक्सओवीन टेबलेट1000 पीस व दो मोबाइल बरामद किये गए।
अररिया जिले का जोगबनी बना ड्रग्स माफिया के लिए सुरक्षित स्थान
जोगबनी इन दिनों ड्रग्स माफिया के लिए सुरक्षित स्थान बना है। दूसरे शब्दों में पुलिस की मेहरबानी से इन इलाकों में लगातार कारोबार में इजाफा हो रहा है, जबकि पुलिस इस इलाके में धृतराष्ट्र की भूमिका में दिखती है। एक आंकड़े पर गौर करें तो पुलिस के हाथ अब तक कोई भी बड़ा न ही कारोबारी ही लगा है न ही कारोबार का ही उद्भेदन करने में सफलता प्राप्त की है ।
बीते दिनों खजुरवारी से ब्राउन शुगर की हुई थी बरामदगी
बीते दिनों कई थानों की पुलिस ने जोगबनी के खजुरवारी से ही एक घर से 172 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद की थी, लेकिन उक्त बरामदगी के बाद पुलिस ने अन्य कारोबारियों का उद्भेदन करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। इतनी मात्रा में जोगबनी से ब्राउन शुगर की बरामदगी होना जोगबनी में ड्रग्स के ब्यापक पैमाने पर कारोबार होने की भी पुष्टि करता है। इसके बावजूद पुलिस के हाथ ड्रग्स माफिया तक नहीं पहुंच पाये।
लगातार फारबिसगंज से नशीली दवा खरीदारी की आयी है बात
इस इलाके में अब तक SSB ने जितनी भी नशीली दवाओं की बरामदगी की है, सभी कारोबारियों ने फारबिसगंज से नशीली दवा की खरीदारी कर जोगबनी लाने की बात कही है। लगातार मिल रहे संकेत के बावजूद पुलिस इस बात का खुलासा करने की जहमत नहीं उठाती कि आखिर फारबिसगंज में कौन इस नशीली दवा का कारोबारी है।