नासरीगंज में पुल चोरी कांड में चोरों का संरक्षक निकला राजद नेता
सरकार पर तंज कसने के चक्कर में खुद फंस गए तेजस्वी यादव व उनकी पार्टी
नेता प्रतिपक्ष के ट्वीट को मिला करारा जवाब, एसआईटी की जांच में खुली पोल
चोरी मामले में राजद नेता सहित सिंचाई विभाग का एसडीओ गिरफ्तार
अभिषेक कुमार सुमन के साथ बजरंगी कुमार की रिपोर्ट
सासाराम (voice4bihar news)। रोहतास जिला अंतर्गत नासरीगंज थाना क्षेत्र के अमियावर इलाके से लोहे के पुराने पुल की चोरी का मामला मीडिया की सुर्खियां बनते ही राजनीतिक वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया। पुल चोरी के बहाने सरकार पर निशाना साधने वाली मुख्य विपक्षी पार्टी अचानक उस वक्त कठघरे में खड़ी हो गयी, जब पुल चोरी कांड का कीचड़ विपक्ष के दामन पर आ चिपका।
45 वर्ष पुराने 500 टन लोहे के पुल को 17 वर्षों की भाजपा-नीतीश सरकार ने दिनदहाड़े लुटवा दिया। चोर गैस कटर,JCB व सैंकड़ों मजदूरों के साथ आए और पुल को उखाड़ ले गए।
चोर जनादेश चोरी से बनी NDA सरकार से प्रेरित है, कह रहे जब BJP और नीतीश जी बिहार में सरकार चुरा सकते है तो पुल क्या है? pic.twitter.com/LHgp026Xsf
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 9, 2022
दरअसल, इस प्रकरण में सियासी शतरंज में मोहरे के तौर पर प्रयोग करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्विट करते हुए सूबे की सरकार पर व्यंगात्मक तंज किया था। चोरी के मामले में विपक्ष के हमलावर होते ही मामले ने तूल पकड़ लिया, जिसने सत्ताधारी नेताओं सहित पुलिस प्रशासन के माथे पर बल ला दिया। मामले को चुनौती के तौर पर लेते हुए रोहतास पुलिस कप्तान आशीष भारती ने पुल चोरी मामले में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश था। इसके अलावा तत्काल बिक्रमगंज डीएसपी शशि भूषण प्रसाद के नेतृत्व में एसआईटी का गठन करते हुए घटना स्थल से लेकर सिंचाई विभाग तक की कुंडली तक खंगालने का निर्देश दे दिया।
एसआईटी ने किया चौंकाने वाला खुलासा
अमियावर में पुल चोरी के मामले में गठित एसआईटी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किये हैं। विभागीय अधिकारी की मिलीभगत से राजनीतिक संरक्षण में पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिए जाने का खुलासा करते हुए सियासतदानों की बोलती बंद कर दी है। एसआईटी ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए अमियावर में चोरी के लोहे का धर्म कांटा कराए जाने से लेकर राजनीतिक संरक्षण देने वाले राजद नेता और विभागीय एसडीओ की संलिप्तता का उद्भेदन किया है।
विज्ञापन

गिरफ्तार लोगों में सिंचाई विभाग का एसडीओ भी
पुलिस ने इस पूरे मामले में कैमूर जिला के कुदरा थाना क्षेत्र अंतर्गत फुल्ली गांव निवासी राम गोविंद सिंह के पुत्र राधेश्याम सिंह समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। राधेश्याम सिंह सिंचाई विभाग में सोन नहर अवर प्रमंडल नासरीगंज में एसडीओ के पद पर कार्यरत हैं। साथ ही नासरीगंज वार्ड-1 निवासी मौसमी कर्मचारी अरविंद कुमार, घटना में उपयोग किए गए पिकअप वैन के मालिक अमियावर निवासी चंदन कुमार, अकोढीगोला के गोपीगढ़ निवासी दिलीप सिंह के पुत्र मनीष कुमार, स्वर्गीय राम सुंदर सिंह के पुत्र सच्चिदानंद सिंह, जय नगर निवासी जमुना प्रसाद के पुत्र गोपाल कुमार, चंदना बीघा निवासी रामनरेश सिंह के पुत्र चंदन कुमार को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार लोगों में मनीष कुमार, सच्चिदानंद सिंह, गोपाल कुमार और चंदन कुमार यह सभी कबाड़ी दुकान संचालक हैं। बिक्रमगंज डीएसपी के नेतृत्व में गठित एसआईटी टीम ने अपराध में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के साथ-साथ चोरी के इस कार्य में प्रयुक्त गैस सिलेंडर गैस कटर और ट्रांसपोर्टिंग में प्रयोग किए गए पिकअप वैन को भी जब्त कर लिया है। इसके अलावा पुल उखाड़ने में प्रयुक्त जेसीबी मशीन और 247 किलो लोहे का 10 पीस गाटर भी बरामद कर लिया है।
दस हजार रुपये लेकर राजद नेता ने पुल चोरी को दिया संरक्षण
पूरे प्रकरण में सियासत जिस कदर परवान चढ़ी थी, उसी अंदाज में पुलिस ने सियासत को औंधे मुंह ध्वस्त करते हुए महज दस हजार में राजनीतिक संरक्षण देने वाले राजद के नासरीगंज प्रखंड अध्यक्ष शिवकल्याण भारद्वाज की भूमिका का खुलासा किया है। पुलिस ने राजद नेता के पास से ₹3100 बरामद भी किये हैं। चोरी की घटना को राजनीति संरक्षण देने वाले राजद नेता को भी पुलिस ने जेल भेज दिया है।

पुलिस कप्तान आशीष भारती ने शिवकल्याण भारद्वाज के राजद नेता होने की पुष्टि की है। नासरीगंज थानाध्यक्ष सुभाष कुमार के मुताबिक कल्याण भारद्वाज राजद का प्रखंड अध्यक्ष है। पूरे मामले में फिलवक्त 8 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए जेल भेजा है। रोहतास पुलिस कप्तान आशीष भारती के मुताबिक पुल चोरी प्रकरण में अन्य लोगों की संलिप्तता भी उजागर हुयी है जिनकी तलाश सरगर्मी से पुलिस कर रही है बहुत जल्द अन्य गिरफ्तारियां भी होगी।