भोजपुर में उपद्रव : तीन घंटे तक पुलिस व पब्लिक में होती रही ताकत आजमाइश
कहीं बालू माफियाओं के इशारे पर तो नहीं किया गया पुलिस पर हमला?
हाल के दिनों में नहीं दिखी ऐसी उग्र भीड़, उपद्रव के साथ दुस्साहस भी किया गया
आरा (Voice4bihar news)। भोजपुर जिले के सोन तटीय इलाका पवना में शनिवार को मचा उपद्रव सिर्फ भीड़ का आक्रोश था या कुछ बालू माफियाओं की साजिश। इसकी चर्चा हर जगह होने लगी है। पुलिस भी बालू माफियाओं की साजिश से इनकार नहीं कर रही है। लोगों की मानें तो घटना के पीछे किसी की साजिश नजर आ रही है। क्योंकि हाल के दिनों में ऐसा उपद्रव नहीं देखा गया था। शनिवार को भीड़ ने जिस तरह से दुस्साहस दिखाया, उसमें सिर्फ पब्लिक का गुस्सा नहीं दिख रहा था।
ट्रैक्टर पलटने से दो युवकों की मौत से उग्र हुई भीड़
यहां बता दें कि शनिवार को बालू लदा ट्रैक्टर पलटने से चालक सहित दो युवकों की मौत के बाद पवना बाजार शनिवार को रणक्षेत्र में बदल गया। काफी संख्या में पुलिस के बाद भी रोडे़बाजी करना व उपद्रव मचाना लोगों के गले नहीं उतर रहा है। पुलिस से राइफल छीन लेना, सीओ की गाड़ी जला दी गयी। सिर्फ पब्लिक द्वारा नहीं किया जा सकता है। बता दें कि जिले में बालू और शराब माफिया काफी सक्रिय हैं। इनके द्वारा अक्सर पुलिस पर हमले भी किये जाते रहे हैं। पुलिस और पब्लिक के बीच तकरीबन तीन घंटे तक ताकत आजमाइश होती रही। दोनों के बीच खदेड़ा-खदेड़ी के बीच कभी भीड़ पुलिस पर भारी दिखी तो कभी पुलिस भीड़ पर। इससे पवना बाजार में अफरातफरी मची रही।
शव उठाने गयी पुलिस पर हमला किये जाने से बिगड़ा मामला
बताया जा रहा है कि करीब 11 बजे बालू लदा ट्रैक्टर रनी के पास नहर में पलट गया। इससे ट्रैक्टर के चालक और सवार युवक की मौत हो गयी। सूचना मिलने पर पवना थाना प्रभारी रितेश दूबे दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गये। पुलिस अभी शव की पहचान ही कर रही थी। तभी भीड़ ने पुलिस पर हमला बोल दिया। इस दौरान थाना की गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया। भीड़ को बेकाबू होते देख पुलिस मौके से भाग निकली। तब भीड़ शव लेकर पवना बाजार पहुंच गयी और सड़क जाम कर दिया गया।
रणक्षेत्र बना पवना बाजार, कभी पुलिस तो कभी भीड़ दिखी भारी
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जाम की सूचना पर पुलिस के साथ सीओ चंद्रशेखर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास शुरू कर दिया गया, लेकिन भीड़ बात मानने को तैयार नहीं थी। इस दौरान भीड़ द्वारा फिर से पुलिस पर रोडे़बाजी की जाने लगी। इस पर पुलिस की ओर से भी लाठियां भांजी जाने लगी। पीछे हटी भीड़ फिर से ताकत बटोरकर आगे बढ़ी आर रोडे़बाजी के साथ लाठी-डंडे से लैस लोगों ने पुलिस को खदेड़-खदेड़ कर पीटा। इसी दौरान होमगार्ड जवान की पिटाई कर उसकी राइफल छीन ली गयी।

उपद्रव मचा रही भीड़ ने राहगीरों को भी नहीं छोड़ा, दो का सिर फूटा
इसे देख पुलिस फिर बैकफुट पर आ गयी और भाग निकली। इसी दौरान सीओ की गाड़ी भी फूंक दी गयी। राहगीरों की भी पिटाई की गयी। इसमें दो लोगों का सिर फूट गया। इसके बाद सदर एसडीओ वैभव श्रीवास्तव और आरा सदर एसडीपीओ पंकज रावत के नेतृत्व में काफी संख्या में पुलिस पहुंची और भीड़ को खदेड़ स्थिति नियंत्रित की गयी। शाम करीब तीन बजे स्थिति पूरी तरह नियंत्रित होने के बाद दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिये आरा भेजा गया।

भीड़ का आरोप पुलिस के खदेड़ने के कारण ट्रैक्टर पलटने से गयी जान
चालक सहित दो युवकों की मौत के बाद उपद्रव मचा रही भीड़ पुलिस पर आरोप लगा रही थी। भीड़ का कहना था कि पुलिस के खदेड़ने के कारण भागने में ट्रैक्टर नहर में पलट गया। इससे दोनों की मौत हो गयी। भीड़ की मानें तो दोनों नारायणपुर घाट से बालू लेकर जा रहे थे। तभी पवना थाना की गश्ती गाड़ी द्वारा ट्रैक्टर को पकड़ने के लिये पीछा किया जाने लगा। इसी आपाधापी में ट्रैक्टर पलट गया। इधर, पुलिस का कहना है कि दोनो अवैध बालू लेकर जा रहे थे। तभी पुलिस की गाड़ी दिख गयी। इससे डर कर तेजी से ट्रैक्टर लेकर भागने लगे। इसी में ट्रैक्टर नहर में जा गिरा।