अब ‘सांसों की छीना-झपटी’ की हद तक पहुंचा ऑक्सीजन का संकट
दूसरे मरीज का ऑक्सीजन हटाकर अपने मरीज को लगाने की कोशिश
आरा सदर अस्पताल में आई ऐसी नौबत, मना करने पर वार्ड ब्वॉय को पीटा
ऑन ड्यूटी डॉक्टर को उठाकर ले जाने की कोशिश, एसपी के पहुंचने पर संभले हालात
आरा (voice4bihar news)। राज्य में मेडिकल ऑक्सीजन का संकट अब इस हद तक पहुंच गयी है कि लोग दूसरे की सांसें छीनकर अपने मरीज की सांसें जारी रखने पर आमादा दिख रहे हैं। ‘सांसों की छीना-झपटी’ का यह मामला भोजपुर जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में सोमवार की रात देखने को मिला। ऐसा करने से मना करने पर एक मरीज के परिजनों ने वार्ड ब्वॉय को पीट दिया। साथ ही ऑन ड्यूटी डॉक्टर को उठा ले जाने का प्रयास किया।
बताया जाता है कि आरा सदर अस्पताल में सोमवार की रात जबरन ऑक्सीजन लगाने को लेकर मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड के वार्ड ब्यॉय दीपक कुमार की पिटाई कर दी गयी। वहीं ऑन ड्यूटी डॉ प्रमोद कुमार को भी उठाकर ले जाने का प्रयास भी किया गया। उनके साथ मारपीट भी की गयी। बाद में डॉक्टर ने किसी तरह अपनी जान बचायी। इसके कारण इमरजेंसी वार्ड में काफी देर तक अफरातफरी मची रही। सूचना मिलने पर एसपी राकेश कुमार दूबे आनन-फानन में सदर अस्पताल पहुंचे और घटना की पूरी जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल की सुरक्षा बढ़ाने का भी सख्त निर्देश दिया।
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बवाल की जड़ में ऑक्सीजन का संकट
सूत्रों ने बताया कि सोमवार की रात में ऑक्सीजन सिलेंडर की गाड़ी आयी थी। कुछ मरीजों के परिजन ऑक्सीजन के लिये हंगामा करने लगे। इसे देख ऑक्सीजन लेकर गाड़ी वाला चला गया। उसके बाद इमरजेंसी वार्ड में इलाज करा रहे कुछ मरीज के परिजन वार्ड ब्वॉय दीपक कुमार पर जबरन ऑक्सीजन लगाने का दबाव देने लगे। बताया जा रहा है कि एक शख्स ने तो दूसरे मरीज से ऑक्सीजन निकाल कर अपने मरीज को लगाने की बात कहते हुए वार्ड ब्वॉय पर दबाव डालना शुरू कर दिया।
वार्ड ब्वॉय को पीटा व डॉक्टर को खींचकर ले गए
ऑक्सीजन की हेराफेरी से वार्ड ब्यॉय ने इनकार किया, तो उसके साथ मारपीट की जाने लगी। इस दौरान ऑन ड्यूटी डॉ. प्रमोद कुमार को भी चैम्बर से खींच कर इमरजेंसी वार्ड के बाहर ले गये और मारपीट करने का प्रयास किया गया। हालांकि इस बीच किसी तरह डॉ प्रमोद कुमार ने अपने आप को भीड़ से बचाया। घटना के बाद हालात का जायजा लेने एसपी सदर अस्पताल पहुंचे। एसपी देर रात तक अस्पताल में ही जमे रहे। आरा सदर अस्पताल में कुछ ही दिनों पहले डॉ विवेकानंद पर हमला कर दिया था।