ननद को दो-दो पुत्र होने की ईर्ष्या ने मामी को बनाया हत्यारिन
ढाई साल के अबोध को मामी ने टांगी काटकर ली जान
- पहले धक्का देकर किया घायल, फिर टांगी के प्रहार से मौत की नींद सुला दी
- शव को कार्टन में बंद कर घर में छुपाया, रात भर खोजती रही पुलिस
छपरा (voice4bihar desk)। बिहार के सारण जिले के मांझी प्रखंड में एक लोमहर्षक वारदात सामने आई है, जहां शौच साफ करने की मिन्नत कर रहे ढाई साल के अबोध भांजे को सगी मामी ने टांगी से मार कर मौत की नींद सुला दी। घटना मांझी प्रखंड अंतर्गत दाउदपुर चट्टी की है। दाउदपुर थाना पुलिस ने देर रात अंधेरे कमरे में टेबुल के नीचे कार्टन में छुपाकर रखे गए बालक के क्षत-विक्षत शव को बरामद करने के साथ ही हत्यारिन मामी को गिरफ्तार कर लिया है।
दाउदपुर थानाध्यक्ष सुजीत कुमार चौधरी ने बताया कि बृहस्पतिवार की शाम एक बालक के गायब होने की सूचना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए परिजनों से सम्पर्क कर देर रात तक खोजबीन की गई पर कुछ पता नहीं चल सका। इस बीच बालक की मामी के घर में बन्द पड़े एक अंधेरे कमरे की तलाशी ली गयी तो टेबुल के नीचे कार्टन में पड़ा शव बरामद हुआ। उसी जगह पर खून से लथपथ टांगी भी बरामद हुई है। इसके बाद सारा माजरा सामने आ गया।
विज्ञापन
घायल होने पर भी तरस नहीं खायी, तड़प-तड़प कर निकले प्राण
गिरफ्तार महिला दाउदपुर चट्टी निवासी अंडा विक्रेता संजय प्रसाद की पत्नी माला देवी ने पुलिस को दिये बयान में जो बात कही, वह रोंगटे खड़ा करने वाला है। उसने बताया कि शाम के लगभग पांच बजे ढाई साल का अंशु शौच करके आया और अपनी मामी से शौच साफ करने की जिद करने लगा। उधर माला देवी अपनी एक माह की पुत्री को दूध पिला रही थी। गुस्से में आकर उसने बच्चे का शौच साफ करने की बजाय उसे ढकेल दिया जिससे उसका सिर टेबुल से टकराकर फट गया। उस वक्त घर में उन दोंनों के अलावा कोई और नहीं था। बालक के जख्मी होने पर उसका इलाज कराने की बजाय मामी ने उसके सिर पर टांगी के लोहे से वार कर मौत के घाट उतार दिया। साक्ष्य छुपाने के लिए उसने शव को कार्टन में रखकर टेबुल के नीचे छुपा दिया। परिजन, पड़ोसी व पुलिस शव को ढूंढते रहे पर हत्यारिन मामी ने मुंह नहीं खोला। बाद में पुलिस की गिरफ्त में उसने हकीकत बयां कर दी।
सिजेरियन प्रसव होने के कारण अभी अस्पताल में थी बच्चे की मां
पहले ही एक पुत्र को जन्म दे चुकी ननद के प्रसव का दिन नजदीक आया तो माला देवी को अंदेशा था कि उसे इस बार लड़की ही पैदा होगी। चूंकि एक माह पहले ही माला देवी का भी प्रसव हुआ था, जिसमें बेटी का जन्म हुआ। इधर आठ दिन पहले ही ननद को फिर से बेटा होने की सूचना से माला परेशान सी रहने लगी। पड़ोसियों का कहना है कि ननद को दो पुत्र तथा खुद की एक पुत्री होने के बाद से हत्यारिन मामी का स्वभाव चिड़चिड़ा सा हो गया था। इसी ईर्ष्या ने उसे हत्यारिन बना दिया।
हत्यारिन मामी यानि माला देवी की ननद व भूंजा दुकानदार उदय प्रसाद की पुत्री प्रतिमा की शादी चार वर्ष पूर्व एकमा थाना क्षेत्र के माने गांव निवासी रघुवंश प्रसाद के द्वितीय पुत्र आनंद प्रसाद से हुई थी। डेढ़ साल बाद अंशु का जन्म हुआ। इधर आठ दिनों पूर्व प्रतिमा ने दूसरे पुत्र को जन्म दिया। आठ दिन पूर्व छपरा के एक निजी नर्सिंग होम में लड़का हुआ है। सिजेरियन प्रसव होने के कारण प्रतिमा फिलहाल अस्पताल में ही एडमिट है। शुक्रवार को उसकी अस्पताल से छुट्टी होने वाली थी।